12 January 2023 12:04 PM

जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विवि के कुलपति प्राे.अरुण कुमार पर बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में कार्यवाहक कुलपति रहते हुए प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताओं के आराेप लगे हैं। इसीलिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) पटना ने संबंधित विवि से जांच के लिए दस्तावेजाें की मांग की है। तीन जनवरी काे बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी सबीर भागलपुर काे आर्थिक अपराध इकाई के उपनिरीक्षक व सह जांचकर्ता श्यामकिशाेर सिंह ने पत्र भेजकर मैसर्स सामंता सिक्युरिटी एंड इंटेलीजेंस सर्विसेस प्रा.लि. के एक टेंडर संबंधी दस्तावेज मांगे हैं।
तब वहां कार्यवाहक कुलपति प्राे.अरुण कुमार थे जाे वर्तमान में स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विवि बीकानेर के कुलपति हैं। जांचकर्ता ने कागज मांगे कि जिस एजेंसी काे डिसक्वालीफाई कर दिया बावजूद उसके उसका चयन किया गया जबकि जबकि टेंडर नाेटिस नंबर 75/सीएफ एचक्यू बीयू सबीर सिक्याेरिटी सर्विसेस के सात जून 2020 में कहा गया कि उसी कंपनी का टेक्नीकल विड खाेली जाए, जिसकी विड उपयुक्त हाे। इसके अलावा निविदा में बाेनस की शर्त ना हाेने के बाद भी बाेनस की बात उठी। इसलिए संबंधित कंपनी काे सुरक्षा एजेंसी का चयन किस मानक के तहत हुअा। काैन सी प्रक्रिया अपनाई गई। दरअसल इस टेंडर में अरुण कुमार के खिलाफ शिकायत हुई थी। उसी शिकायत के पेटे अब जांच शुरू हाे रही है। एक दूसरे पत्र में अन्य जानकारी भी मांगी गई है। जांच एजेंसी का पत्र साेशल मीडिया पर भी वायरल हाे रहा है।
कुलपति अरुण कुमार बाेले-जवाब दे रहे हैं
भास्कर ने कुलपति अरुण कुमार से जब इस पत्र के बारे में पूछा ताे उन्हाेंने कहा कि हर ईमानदार व्यक्ति पर इस तरह के अाराेप लगते हैं। जांच टीम ने जाे कुछ मांगा है उसका वहां का विवि जवाब दे रहा है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विवि के कुलपति प्राे.अरुण कुमार पर बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में कार्यवाहक कुलपति रहते हुए प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताओं के आराेप लगे हैं। इसीलिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) पटना ने संबंधित विवि से जांच के लिए दस्तावेजाें की मांग की है। तीन जनवरी काे बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी सबीर भागलपुर काे आर्थिक अपराध इकाई के उपनिरीक्षक व सह जांचकर्ता श्यामकिशाेर सिंह ने पत्र भेजकर मैसर्स सामंता सिक्युरिटी एंड इंटेलीजेंस सर्विसेस प्रा.लि. के एक टेंडर संबंधी दस्तावेज मांगे हैं।
तब वहां कार्यवाहक कुलपति प्राे.अरुण कुमार थे जाे वर्तमान में स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विवि बीकानेर के कुलपति हैं। जांचकर्ता ने कागज मांगे कि जिस एजेंसी काे डिसक्वालीफाई कर दिया बावजूद उसके उसका चयन किया गया जबकि जबकि टेंडर नाेटिस नंबर 75/सीएफ एचक्यू बीयू सबीर सिक्याेरिटी सर्विसेस के सात जून 2020 में कहा गया कि उसी कंपनी का टेक्नीकल विड खाेली जाए, जिसकी विड उपयुक्त हाे। इसके अलावा निविदा में बाेनस की शर्त ना हाेने के बाद भी बाेनस की बात उठी। इसलिए संबंधित कंपनी काे सुरक्षा एजेंसी का चयन किस मानक के तहत हुअा। काैन सी प्रक्रिया अपनाई गई। दरअसल इस टेंडर में अरुण कुमार के खिलाफ शिकायत हुई थी। उसी शिकायत के पेटे अब जांच शुरू हाे रही है। एक दूसरे पत्र में अन्य जानकारी भी मांगी गई है। जांच एजेंसी का पत्र साेशल मीडिया पर भी वायरल हाे रहा है।
कुलपति अरुण कुमार बाेले-जवाब दे रहे हैं
भास्कर ने कुलपति अरुण कुमार से जब इस पत्र के बारे में पूछा ताे उन्हाेंने कहा कि हर ईमानदार व्यक्ति पर इस तरह के अाराेप लगते हैं। जांच टीम ने जाे कुछ मांगा है उसका वहां का विवि जवाब दे रहा है।
RELATED ARTICLES
 
        				30 October 2025 02:43 PM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com
