31 October 2022 11:33 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में सड़्क हादसों में कमी नहीं आ रही है। नेशनल हाइवे पर आए दिन हो रहे सड़क हादसों में रविवार देर रात एक निजी अस्पताल का डॉक्टर व उनके साथ काम करने वाला कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। इनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।दरअसल, रविवार देर रात एक कैंपर और कार की आमने-सरामने टक्कर हुई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कार में सवार डॉक्टर जगदीश रॉय और अस्पताल के सहयोगी प्रवीण व्यास सहित दो अन्य घायल हो गए। उसी मार्ग से गुजर रहे वाहन चालकों ने घायलों को अपनी गाड़ी में डालकर श्रीडूंगरगढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां से बाद में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे में घायलों के परिजन भी देर रात पीबीएम अस्पताल पहुंचे। देर रात तक पीबीएम अस्पताल में काफी भीड़ एकत्र हो गई। घायलों के सिर, पैर व हाथ में चोट आई है।
सबसे ज्यादा हादसे इसी मार्ग पर
बीकानेर से गुजरने वाले नेशनल हाइवे पर सबसे ज्यादा हादसे बीकानेर-जयपुर मार्ग पर होते हैं। इसमें भी श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के आसपास सबसे ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं। जैसे-जैसे कोहरा बढ़ता है, वैसे-वैसे इस मार्ग पर हादसों की संख्या बढ़ जाती है। सड़क हादसों को रोकने के लिए ही इस मार्ग पर वाहनों की स्पीड चैक करने व चालान काटने के लिए पुलिस तैनात रहती है लेकिन रात के समय तेज स्पीड हादसों का कारण बनती है। आवारा पशु भी एक कारण है, जो सड़क के बीच में बैठे रहते हैं।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में सड़्क हादसों में कमी नहीं आ रही है। नेशनल हाइवे पर आए दिन हो रहे सड़क हादसों में रविवार देर रात एक निजी अस्पताल का डॉक्टर व उनके साथ काम करने वाला कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। इनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।दरअसल, रविवार देर रात एक कैंपर और कार की आमने-सरामने टक्कर हुई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कार में सवार डॉक्टर जगदीश रॉय और अस्पताल के सहयोगी प्रवीण व्यास सहित दो अन्य घायल हो गए। उसी मार्ग से गुजर रहे वाहन चालकों ने घायलों को अपनी गाड़ी में डालकर श्रीडूंगरगढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां से बाद में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे में घायलों के परिजन भी देर रात पीबीएम अस्पताल पहुंचे। देर रात तक पीबीएम अस्पताल में काफी भीड़ एकत्र हो गई। घायलों के सिर, पैर व हाथ में चोट आई है।
सबसे ज्यादा हादसे इसी मार्ग पर
बीकानेर से गुजरने वाले नेशनल हाइवे पर सबसे ज्यादा हादसे बीकानेर-जयपुर मार्ग पर होते हैं। इसमें भी श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के आसपास सबसे ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं। जैसे-जैसे कोहरा बढ़ता है, वैसे-वैसे इस मार्ग पर हादसों की संख्या बढ़ जाती है। सड़क हादसों को रोकने के लिए ही इस मार्ग पर वाहनों की स्पीड चैक करने व चालान काटने के लिए पुलिस तैनात रहती है लेकिन रात के समय तेज स्पीड हादसों का कारण बनती है। आवारा पशु भी एक कारण है, जो सड़क के बीच में बैठे रहते हैं।
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