09 April 2022 12:30 PM

जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार सैंट्रल जेल बीकानेर में इन दिनों इबादत और आराधना की बयार बह रही है। प्रदेश की सबसे बड़ी इस जेल में एक तरफ जहां 95 बंदी नवरात्र का व्रत रखकर मां शक्ति की अराधना कर रहे, वहीं 115 रोजेदार बंदी नमाज और तिलावत करते हैं । इससे जेल में साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल बना हुआ है। जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। व्रत रखने वाले और रोजेदार बंदियों को फलाहारी और इफ्तारी के लिये सामाजिक संस्थाओं की ओर से फल और इफ्तारी की सामग्री मुहैया कराई जा रही है। जेल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसा मौजूदा समय में जेल में बंद 95 के करीब बंदी नवरात्र का व्रत रख रहे हैं जबकि 115 मुस्लिम बंदी रमजान का रोजा रख रहे हैं जो एक साथ आराधना और इबादत कर रहे है जिससे जेल का माहौल पूरी तरह से खुशनुमा है। जेल के दूसरे बंदी भी इन बंदियों का ख्याल रखते है।हालांकि बीकानेर जेल में नवरात्र में व्रत और रमजान के रोजे बंदी पहले से रखते आ रहे हैं। लेकिन अधीक्षक आर.अंतेश्वरन की यहां तैनाती के बाद जेल में जन्माष्टमी, होली, दशहरा, दीपावली जैसे सभी त्योहार प्रमुखता से मनाए जा रहे हैं। जिससे बंदियों में नैतिकता और आध्यात्म की भावना जाग्रत होने के साथ ही उन्हें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिल रही है ।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार सैंट्रल जेल बीकानेर में इन दिनों इबादत और आराधना की बयार बह रही है। प्रदेश की सबसे बड़ी इस जेल में एक तरफ जहां 95 बंदी नवरात्र का व्रत रखकर मां शक्ति की अराधना कर रहे, वहीं 115 रोजेदार बंदी नमाज और तिलावत करते हैं । इससे जेल में साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल बना हुआ है। जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। व्रत रखने वाले और रोजेदार बंदियों को फलाहारी और इफ्तारी के लिये सामाजिक संस्थाओं की ओर से फल और इफ्तारी की सामग्री मुहैया कराई जा रही है। जेल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसा मौजूदा समय में जेल में बंद 95 के करीब बंदी नवरात्र का व्रत रख रहे हैं जबकि 115 मुस्लिम बंदी रमजान का रोजा रख रहे हैं जो एक साथ आराधना और इबादत कर रहे है जिससे जेल का माहौल पूरी तरह से खुशनुमा है। जेल के दूसरे बंदी भी इन बंदियों का ख्याल रखते है।हालांकि बीकानेर जेल में नवरात्र में व्रत और रमजान के रोजे बंदी पहले से रखते आ रहे हैं। लेकिन अधीक्षक आर.अंतेश्वरन की यहां तैनाती के बाद जेल में जन्माष्टमी, होली, दशहरा, दीपावली जैसे सभी त्योहार प्रमुखता से मनाए जा रहे हैं। जिससे बंदियों में नैतिकता और आध्यात्म की भावना जाग्रत होने के साथ ही उन्हें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिल रही है ।
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