20 September 2021 02:20 PM
बीकानेर जोधपुर, पाकिस्तान में धार्मिक अत्याचारों से परेशान वहां रहने वाले हिन्दू परिवार धार्मिक वीजा पर हिंदुस्तान खासकर राजस्थान में जोधपुर, जैसलेमर, बाड़मेर,बीकानेर व गंगानगर इलाकों में आकर रहते हैं।लेकिन जब यही लोग अचानक ये कहें कि कि अब पाकिस्तान में ही जाकर रहेंगे, तो यह चौंकाने वाला हो सकता है। इसका ताजा मामला तब सामने आया, जब जोधपुर के करवड़ थाना पुलिस ने सीआईडी की सूचना पर एक बस को रुकवाया, जिसमें तकरीबन 90 पाक विस्थापित लोग सवार थे। इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। ये सभी बिना किसी पूर्व सूचना दिए पाकिस्तान जा रहे थे। इन्हीं बात का यकीन करें, तो इस तरह पांच से छः बसें पहले भी पाकिस्तान जा चुकी हैं।
करवड़ थाना अधिकारी कैलाश दान के अनुसार सीआईडी की इत्तला पर कल्पना ट्रेवल नाम की बस में पाक विस्थापितों के जाने की सूचना मिली थी। नाके पर बस को रुकवा कर पड़ताल की गई तो उसमें तकरीबन 91 पाक विस्थापित पाए गये। इसकी इत्तला उच्च अधिकारियों को दी गयी है और बस के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। जानकारी मिलने के बाद पाक विस्थापित संगठन से जुड़े पदाधिकारी और अन्य लोग भी करवड़ पहुंचे और जानकारी जुटाई। बस में सवार परिवारों ने बताया कि वह धार्मिक वीजा पर आए थे, यहां रहकर मजदूरी कर रहे थे । उनकी वीजा अवधि पूरी हो गई, इसलिए अब अपनी मर्जी से वापस अपने देश पाकिस्तान जा रहे हैं। इनके वीजा पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
उठ रहे हैं कई सवाल
पाकिस्तान में अत्याचारों से परेशान अनगिनत पाक विस्थापित हिंदुस्तान पहुंचे, और वीजा अवधि पूरी होने के बाद भी कई सालों तक यहां निवास करने के बाद बिना किसी एजेंसी को सूचना के ये लोग अगर वापस पाकिस्तान जाए तो यह कई सवाल खड़े करता है। इस मामले में साल 2018, 2019 व 2020 में पाकिस्तान से आए परिवार अब अचानक पाकिस्तान जाने लगें, तो देश की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठना लाजमी है। लोगों की माने तो यहां भी एक गिरोह काम करता है, जो इन लोगों से वसूली करता है, और इन्हें गुमराह करता है। अपुष्ट खबरों के अनुसार इन्हें ट्रेवल्स एजेंट से मिलकर प्रति व्यक्ति 5 हजार लेकर वापस भेजने की बात सामने आई है। जोधपुर से अब तक पिछले दिनों में भी कुछ बसें अटारी बॉर्डर गई हैं।
रेल सेवा बन्द, अब बसों से जाते हैं पाकिस्तान
जोधपुर के उपनगरीय रेलवे स्टेशन, भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से मुनाबाव खोखरापार एक्सप्रेस ट्रेन संचालित की जाती थी। लेकिन पुलवामा अटैक के बाद थार एक्सप्रेस को बन्द कर दिया गया। रेल यातायात के बंद होने के बाद अब पंजाब मार्ग से बस के द्वारा ही आवागमन हो रहा है। ऐसे में संभावना ये व्यक्त की जा रही है पंजाब में इनके संपर्क है, जिससे ये पुनः पाकिस्तान पहुच रहे हैं।
बीकानेर जोधपुर, पाकिस्तान में धार्मिक अत्याचारों से परेशान वहां रहने वाले हिन्दू परिवार धार्मिक वीजा पर हिंदुस्तान खासकर राजस्थान में जोधपुर, जैसलेमर, बाड़मेर,बीकानेर व गंगानगर इलाकों में आकर रहते हैं।लेकिन जब यही लोग अचानक ये कहें कि कि अब पाकिस्तान में ही जाकर रहेंगे, तो यह चौंकाने वाला हो सकता है। इसका ताजा मामला तब सामने आया, जब जोधपुर के करवड़ थाना पुलिस ने सीआईडी की सूचना पर एक बस को रुकवाया, जिसमें तकरीबन 90 पाक विस्थापित लोग सवार थे। इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। ये सभी बिना किसी पूर्व सूचना दिए पाकिस्तान जा रहे थे। इन्हीं बात का यकीन करें, तो इस तरह पांच से छः बसें पहले भी पाकिस्तान जा चुकी हैं।
करवड़ थाना अधिकारी कैलाश दान के अनुसार सीआईडी की इत्तला पर कल्पना ट्रेवल नाम की बस में पाक विस्थापितों के जाने की सूचना मिली थी। नाके पर बस को रुकवा कर पड़ताल की गई तो उसमें तकरीबन 91 पाक विस्थापित पाए गये। इसकी इत्तला उच्च अधिकारियों को दी गयी है और बस के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। जानकारी मिलने के बाद पाक विस्थापित संगठन से जुड़े पदाधिकारी और अन्य लोग भी करवड़ पहुंचे और जानकारी जुटाई। बस में सवार परिवारों ने बताया कि वह धार्मिक वीजा पर आए थे, यहां रहकर मजदूरी कर रहे थे । उनकी वीजा अवधि पूरी हो गई, इसलिए अब अपनी मर्जी से वापस अपने देश पाकिस्तान जा रहे हैं। इनके वीजा पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
उठ रहे हैं कई सवाल
पाकिस्तान में अत्याचारों से परेशान अनगिनत पाक विस्थापित हिंदुस्तान पहुंचे, और वीजा अवधि पूरी होने के बाद भी कई सालों तक यहां निवास करने के बाद बिना किसी एजेंसी को सूचना के ये लोग अगर वापस पाकिस्तान जाए तो यह कई सवाल खड़े करता है। इस मामले में साल 2018, 2019 व 2020 में पाकिस्तान से आए परिवार अब अचानक पाकिस्तान जाने लगें, तो देश की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठना लाजमी है। लोगों की माने तो यहां भी एक गिरोह काम करता है, जो इन लोगों से वसूली करता है, और इन्हें गुमराह करता है। अपुष्ट खबरों के अनुसार इन्हें ट्रेवल्स एजेंट से मिलकर प्रति व्यक्ति 5 हजार लेकर वापस भेजने की बात सामने आई है। जोधपुर से अब तक पिछले दिनों में भी कुछ बसें अटारी बॉर्डर गई हैं।
रेल सेवा बन्द, अब बसों से जाते हैं पाकिस्तान
जोधपुर के उपनगरीय रेलवे स्टेशन, भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से मुनाबाव खोखरापार एक्सप्रेस ट्रेन संचालित की जाती थी। लेकिन पुलवामा अटैक के बाद थार एक्सप्रेस को बन्द कर दिया गया। रेल यातायात के बंद होने के बाद अब पंजाब मार्ग से बस के द्वारा ही आवागमन हो रहा है। ऐसे में संभावना ये व्यक्त की जा रही है पंजाब में इनके संपर्क है, जिससे ये पुनः पाकिस्तान पहुच रहे हैं।
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