24 May 2022 04:13 PM
जोग संजोग टाइम्स,
राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में धांधली के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। मंगलवार को शिक्षा विभाग ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में जयपुर के दिवाकर पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द कर दी है। 14 मई को दिवाकर पब्लिक स्कूल से ही कॉन्स्टेबल पेपर लीक हुआ था। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने 14 मई को आयोजित होने वाले पेपर को रद्द कर दिया था। वहीं इस पूरे मामले में अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दरअसल, 14 मई को 4588 पदों के लिए कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का दूसरा दिन था। जयपुर के झोटवाड़ा के दिवाकर पब्लिक स्कूल में समय से पहले ही पेपर को खोल दिया गया था। इसके बाद स्कूल से ही पेपर आउट हो गया। जिसके कुछ हिंदर ने सोशल मीडिया पर पेपर वायरल हो गया। छात्रों ने जब इस पूरे मामले पर विरोध किया और सोशल मीडिया के वायरल पेपर की जांच हुई। तो पुलिस प्रशासन ने 14 मई के पेपर को रद्द कर दिया।
शिक्षा विभाग ने मंगलवार को मानयता रद्द करने का जारी किया आदेश।
नया कानून बनने के बाद पहली कारवाई
राजस्थान सरकार ने हाल ही विधानसभा सत्र के दौरान नकल के खिलाफ कानून लागू किया था। ऐसे में कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान हुई धांधली के बाद प्रदेश में पहली बार नए कानून के तहत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एक और जहां शिक्षा विभाग ने दिवाकर पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द कर दी है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों को सीज कर उनके खिलाफ 10 साल की सजा का प्रावधान रखा गया है।
जोग संजोग टाइम्स,
राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में धांधली के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। मंगलवार को शिक्षा विभाग ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में जयपुर के दिवाकर पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द कर दी है। 14 मई को दिवाकर पब्लिक स्कूल से ही कॉन्स्टेबल पेपर लीक हुआ था। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने 14 मई को आयोजित होने वाले पेपर को रद्द कर दिया था। वहीं इस पूरे मामले में अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दरअसल, 14 मई को 4588 पदों के लिए कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का दूसरा दिन था। जयपुर के झोटवाड़ा के दिवाकर पब्लिक स्कूल में समय से पहले ही पेपर को खोल दिया गया था। इसके बाद स्कूल से ही पेपर आउट हो गया। जिसके कुछ हिंदर ने सोशल मीडिया पर पेपर वायरल हो गया। छात्रों ने जब इस पूरे मामले पर विरोध किया और सोशल मीडिया के वायरल पेपर की जांच हुई। तो पुलिस प्रशासन ने 14 मई के पेपर को रद्द कर दिया।
शिक्षा विभाग ने मंगलवार को मानयता रद्द करने का जारी किया आदेश।
नया कानून बनने के बाद पहली कारवाई
राजस्थान सरकार ने हाल ही विधानसभा सत्र के दौरान नकल के खिलाफ कानून लागू किया था। ऐसे में कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान हुई धांधली के बाद प्रदेश में पहली बार नए कानून के तहत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एक और जहां शिक्षा विभाग ने दिवाकर पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द कर दी है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों को सीज कर उनके खिलाफ 10 साल की सजा का प्रावधान रखा गया है।
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