05 October 2022 03:33 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
जूनागढ़ के सामने दाे प्रमुख रास्ते 15 दिन से बंद, राेज 50 हजार से ज्यादा लाेग प्रभावित
नगर निगम की खराब इंजीनियरिंग का नमूना देखना हाे ताे जूनागढ़ के सामने चल रहे काम काे देखिए। यहां 155 मीटर लंबी नई सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। सीवर लाइन के लिए पाइप बिछाने का काम पूरा हाेने के बाद निगम काे याद आया कि चैंबर ताे बनाए ही नहीं।
अब फाेर्ट डिस्पेंसरी के सामने वापस खुदाई की गई है। इस कार्य के कारण पिछले पंद्रह दिन से रास्ता जाम पड़ा है। लाेगाें काे गलियाें से निकलना पड़ रहा है।दरअसल जूनागढ़ के सामने से फाेर्ट डिस्पेंसरी तक सीवर लाइन जाम पड़ी थी। इस कारण पुरानी गिन्नाणी, कुचीलपुरा, हनुमानहत्था, धाेबीधाेरा, राेशनीघर क्षेत्र का गंदा पानी इन इलाकाें में ही फैल रहा था।
बारिश के कारण मई में यह हालात पैदा हुए। जाम सीवरेज काे ठीक करने का काम सितंबर में शुरू किया गया। जूनागढ़ से फाेर्ट डिस्पेंसरी से आगे तक पूरी सड़क खाेद दी। 20 फीट नीचे पाइप डाले गए लेकिन पाइप डालकर वापस मिट्टी डालकर सड़क लेवल कर दी गई। बीती रात फिर से डिस्पेंसरी के सामने सड़क खाेदी गई है। कहा गया कि यहां चैंबर बनाना है। पहले चैंबर बनाना भूल गए। इस वजह से दाेहरी मेहनत हाे गई। जूनागढ़ के सामने आठ दिन से चैंबर का काम चल रहा लेकिन पूरा नहीं हुआ। इस एरिया से राेजाना करीब 50 हजार लाेगाें का आना-जाना रहता है। इन्हें 10 दिन और समस्या से जूझना हाेगा।
दाे बड़ी सड़कें बंद, गलियाें से जा रहे भारी वाहन, ट्रैफिक पुलिस तक नहीं
जूनागढ़ और गवर्नमेंट प्रेस के सामने सड़क खुदी पड़ी है। रास्ता बंद है। नगर निगम की राेड़ 60 फीट चाैड़ी है। लेकिन धाेबीधाेरा, हनुमानहत्था की संकरी गलियाें से हाेकर लाेगाें काे निकलना पड़ रहा है। माेहल्लाें में ट्रेफिक बढ़ने से लाेग परेशान हाे रहे हैं। कार, जीपाें के कारण दिन भर जाम लगा रहता है। ट्रेफिक पुलिस ने सिपाही खड़ा करना तो दूर बेरिकेट्स तक नहीं लगाए। माेहल्ले के लाेगाें ने बड़ी गाड़ियाें की आवाजाही बंद कराने की मांग की है। लाेगाें का कहना है कि फाेर्ट डिस्पेंसरी के पास ट्रेफिक पुलिस तैनात की जाए। ताकि गाड़ियाें पर अंकुश लग सके। गाड़ियाें के कारण घराें से बाहर निकलना दूभर हाे गया है। शाम के वक्त बच्चे गली में खेल भी नहीं सकते। दिनभर रेत उड़ती है, जिससे सांस लेने में परेशानी हाे रही है। खासकर अस्थमा राेगी और बुजुर्गाें काे इससे भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
चैंबर बनाने के लिए दुबारा खुदाई करा रहे हैं। ट्रेफिक का दबाव हाेने के कारण पहले पाइप लाइन डाले थे। पुलिस यदि पहले ही ट्रेफिक डायवर्ट करा देती ताे यह नाैबत नहीं आती। - राजीव गुप्ता, एक्सईएन नगर निगम
ट्रेफिक डायवर्ट करने के लिए बेरीकेड्स लगाए जाएंगे। टीआई काे भी बाेल दिया है। एक बार फिर क्षेत्र का जायजा लेकर जरूरत पड़ी ताे सिपाही काे तैनात कर दिया जाएगा। - अजय सिंह शेखावत, सीओ ट्रेफिक
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
जूनागढ़ के सामने दाे प्रमुख रास्ते 15 दिन से बंद, राेज 50 हजार से ज्यादा लाेग प्रभावित
नगर निगम की खराब इंजीनियरिंग का नमूना देखना हाे ताे जूनागढ़ के सामने चल रहे काम काे देखिए। यहां 155 मीटर लंबी नई सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। सीवर लाइन के लिए पाइप बिछाने का काम पूरा हाेने के बाद निगम काे याद आया कि चैंबर ताे बनाए ही नहीं।
अब फाेर्ट डिस्पेंसरी के सामने वापस खुदाई की गई है। इस कार्य के कारण पिछले पंद्रह दिन से रास्ता जाम पड़ा है। लाेगाें काे गलियाें से निकलना पड़ रहा है।दरअसल जूनागढ़ के सामने से फाेर्ट डिस्पेंसरी तक सीवर लाइन जाम पड़ी थी। इस कारण पुरानी गिन्नाणी, कुचीलपुरा, हनुमानहत्था, धाेबीधाेरा, राेशनीघर क्षेत्र का गंदा पानी इन इलाकाें में ही फैल रहा था।
बारिश के कारण मई में यह हालात पैदा हुए। जाम सीवरेज काे ठीक करने का काम सितंबर में शुरू किया गया। जूनागढ़ से फाेर्ट डिस्पेंसरी से आगे तक पूरी सड़क खाेद दी। 20 फीट नीचे पाइप डाले गए लेकिन पाइप डालकर वापस मिट्टी डालकर सड़क लेवल कर दी गई। बीती रात फिर से डिस्पेंसरी के सामने सड़क खाेदी गई है। कहा गया कि यहां चैंबर बनाना है। पहले चैंबर बनाना भूल गए। इस वजह से दाेहरी मेहनत हाे गई। जूनागढ़ के सामने आठ दिन से चैंबर का काम चल रहा लेकिन पूरा नहीं हुआ। इस एरिया से राेजाना करीब 50 हजार लाेगाें का आना-जाना रहता है। इन्हें 10 दिन और समस्या से जूझना हाेगा।
दाे बड़ी सड़कें बंद, गलियाें से जा रहे भारी वाहन, ट्रैफिक पुलिस तक नहीं
जूनागढ़ और गवर्नमेंट प्रेस के सामने सड़क खुदी पड़ी है। रास्ता बंद है। नगर निगम की राेड़ 60 फीट चाैड़ी है। लेकिन धाेबीधाेरा, हनुमानहत्था की संकरी गलियाें से हाेकर लाेगाें काे निकलना पड़ रहा है। माेहल्लाें में ट्रेफिक बढ़ने से लाेग परेशान हाे रहे हैं। कार, जीपाें के कारण दिन भर जाम लगा रहता है। ट्रेफिक पुलिस ने सिपाही खड़ा करना तो दूर बेरिकेट्स तक नहीं लगाए। माेहल्ले के लाेगाें ने बड़ी गाड़ियाें की आवाजाही बंद कराने की मांग की है। लाेगाें का कहना है कि फाेर्ट डिस्पेंसरी के पास ट्रेफिक पुलिस तैनात की जाए। ताकि गाड़ियाें पर अंकुश लग सके। गाड़ियाें के कारण घराें से बाहर निकलना दूभर हाे गया है। शाम के वक्त बच्चे गली में खेल भी नहीं सकते। दिनभर रेत उड़ती है, जिससे सांस लेने में परेशानी हाे रही है। खासकर अस्थमा राेगी और बुजुर्गाें काे इससे भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
चैंबर बनाने के लिए दुबारा खुदाई करा रहे हैं। ट्रेफिक का दबाव हाेने के कारण पहले पाइप लाइन डाले थे। पुलिस यदि पहले ही ट्रेफिक डायवर्ट करा देती ताे यह नाैबत नहीं आती। - राजीव गुप्ता, एक्सईएन नगर निगम
ट्रेफिक डायवर्ट करने के लिए बेरीकेड्स लगाए जाएंगे। टीआई काे भी बाेल दिया है। एक बार फिर क्षेत्र का जायजा लेकर जरूरत पड़ी ताे सिपाही काे तैनात कर दिया जाएगा। - अजय सिंह शेखावत, सीओ ट्रेफिक
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