27 August 2023 11:28 AM
जोधपुर में शनिवार रात को हिस्ट्रीशीटर और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की भनक लगने पर बदमाश भवानी सिंह ने अपने दो साथियों के साथ भागने की कोशिश की। लेकिन बालेसर पुलिस और जोधपुर DST टीम ने पीछा करते हुए दबोच लिया।
इस दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की काउंटर फायरिंग में हिस्ट्रीशीटर भवानी सिंह के दाएं पैर में घुटने के नीचे गोली लग गई। इस पर तीनों बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया। वहीं, घायल बदमाश भवानी सिंह को शेरगढ़ सीएचसी लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया।
पैर में गोली लगने से घायल हुआ
जोधुपर ग्रामीणस एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि डीएसटी के हेड कॉन्स्टेबल चिमनाराम को भवानी सिंह के बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र के मोखाब गांव में छुपे होने की पुख्ता सूचना मिली थी। इस पर पुलिस और डीएसटी की टीम तलाश करती हुई मौखाब गांव पहुंची। आरोपी को इस बात की भनक लग गई। वह अपने दो साथियों के साथ बोलेरो कैंपर में वहां से भाग निकला।
पुलिस ने तकनीकी पहलू से मिल रहे सुराग से उसका पीछा शुरू किया। चाबा और शेरगढ़ के बीच उसने कच्चे रास्ते पर गाड़ी उतार ली। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया। घेराबंदी होने पर भवानी सिंह ने पुलिस पर गोली चला दी और भागने का प्रयास किया।पुलिस की जवाबी फायरिंग में भवानी सिंह के पैर में गोली लगी। घायल होने पर उसे पकड़ लिया। उसके दो साथी भी हिरासत में लिए गए हैं। घायल को नजदीक शेरगढ़ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद कड़ी सुरक्षा में जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया।
सरपंच पर किया था जानलेवा हमला
आरोपी भवानी सिंह और उसके साथियों ने कुई ईंदा सरपंच तिलोक सिंह के पर 4 जुलाई को जानलेवा हमला किया था। बदमाशों ने तलवार से वार करने के साथ ही सरपंच पर गोली भी चलाई थी। जिसमें सरपंच गंभीर घायल हो गया था। जिसका शेरगढ़ थाने में जानलेवा हमला और फायरिंग का मामला दर्ज किया गया था।इसके साथ ही 4 अप्रैल को बालेसर थाने में अवैध हथियारों और 1 जुलाई को शेरगढ़ में मारपीट के मामले में भी बदमाश वांछित है।
जोधपुर में शनिवार रात को हिस्ट्रीशीटर और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की भनक लगने पर बदमाश भवानी सिंह ने अपने दो साथियों के साथ भागने की कोशिश की। लेकिन बालेसर पुलिस और जोधपुर DST टीम ने पीछा करते हुए दबोच लिया।
इस दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की काउंटर फायरिंग में हिस्ट्रीशीटर भवानी सिंह के दाएं पैर में घुटने के नीचे गोली लग गई। इस पर तीनों बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया। वहीं, घायल बदमाश भवानी सिंह को शेरगढ़ सीएचसी लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया।
पैर में गोली लगने से घायल हुआ
जोधुपर ग्रामीणस एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि डीएसटी के हेड कॉन्स्टेबल चिमनाराम को भवानी सिंह के बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र के मोखाब गांव में छुपे होने की पुख्ता सूचना मिली थी। इस पर पुलिस और डीएसटी की टीम तलाश करती हुई मौखाब गांव पहुंची। आरोपी को इस बात की भनक लग गई। वह अपने दो साथियों के साथ बोलेरो कैंपर में वहां से भाग निकला।
पुलिस ने तकनीकी पहलू से मिल रहे सुराग से उसका पीछा शुरू किया। चाबा और शेरगढ़ के बीच उसने कच्चे रास्ते पर गाड़ी उतार ली। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया। घेराबंदी होने पर भवानी सिंह ने पुलिस पर गोली चला दी और भागने का प्रयास किया।पुलिस की जवाबी फायरिंग में भवानी सिंह के पैर में गोली लगी। घायल होने पर उसे पकड़ लिया। उसके दो साथी भी हिरासत में लिए गए हैं। घायल को नजदीक शेरगढ़ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद कड़ी सुरक्षा में जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया।
सरपंच पर किया था जानलेवा हमला
आरोपी भवानी सिंह और उसके साथियों ने कुई ईंदा सरपंच तिलोक सिंह के पर 4 जुलाई को जानलेवा हमला किया था। बदमाशों ने तलवार से वार करने के साथ ही सरपंच पर गोली भी चलाई थी। जिसमें सरपंच गंभीर घायल हो गया था। जिसका शेरगढ़ थाने में जानलेवा हमला और फायरिंग का मामला दर्ज किया गया था।इसके साथ ही 4 अप्रैल को बालेसर थाने में अवैध हथियारों और 1 जुलाई को शेरगढ़ में मारपीट के मामले में भी बदमाश वांछित है।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com