29 November 2021 08:18 AM
जयपुर, राजस्थान में कोरोना के बढ़ते केसेज को लेकर सरकार चिंतित है। राजस्थान में जल्दी ही प्रत्येक व्यक्ति के लिए कोरोना वैक्सीन अनिवार्य रूप से लगवाने का प्रावधान किया जा सकता है। सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को हुई बैठक में इस तरह के संकेत दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों को इस पर काम करने को कहा है। गहलोत ने कहा कि वैक्सीन लगवाने में किसी व्यक्ति की मनमर्जी नहीं चलेगी क्योंकि यह दूसरे लोगों की जिंदगी से भी जुड़ा सवाल है। जिस तरह राज्य सरकार मास्क को लेकर प्रावधान लेकर आई उसी तरह वैक्सीन को लेकर प्रावधान किया जाए।
बैठक में सीएम गहलोत ने खास तौर से वैक्सीन की दूसरी डोज पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसे अभियान के तौर पर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका जैसे देशों में भी वैक्सीन को लेकर सख्ती हो रही है और वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को वैक्सीन को लेकर घर-घर दस्तक अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कहा कि इसमें अगर सख्ती भी करनी पड़े तो की जाए।
कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना पर जोर
बैठक में अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने स्थितियों और तैयारियों को लेकर प्रजेंटेशन दिया। खास तौर से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की और यात्रा करने वालों की गहनता से मॉनिटरिंग पर जोर दिया। बैठक में मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमने बार-बार बूस्टर डोज का मसला उठाया लेकिन केन्द्र सरकार को अभी यह बात समझ में नहीं आ रही है।
केन्द्र पर लगातार दबाव बनाते रहना पड़ेगा
उन्होंने कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वह बूस्टर डोज की तैयारी रखे। लेकिन केन्द्र अभी से वैक्सीन के एक्सपोर्ट की तैयारी में लगी है। ये दो डोज ही नहीं लगवा पा रहे हैं तो बूस्टर डोज कैसे लगा पाएंगे ? सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि हमें केन्द्र पर लगातार दबाव बनाते रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि फ्री वैक्सीन का निर्णय भी केन्द्र को दबाव के बाद ही करना पड़ा था।
डेंगू-ब्लैक फंगस पर भी चिंता
बैठक में सीएम ने आईईसी गतिविधियां तेज करने के निर्देश दिए। वहीं बैठक में डेंगू और ब्लैक फंगस को लेकर भी सीएम ने चिंता जाहिर की। उन्होंने डेंगू और ब्लैक फंगस पर अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों से विस्तार से जानकारी ली। सीएम गहलोत ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को सरकार द्वारा घोषित पैकेज का पूरा लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक को निर्देश दिए कि कोरोना के चलते जिन वाजिब पत्रकारों की मृत्यु हुई है उन्हें भी पैकेज का लाभ सुनिश्चित करें। क्योंकि हर पत्रकार का अधिस्वीकरण नहीं होता है। गहलोत ने यह भी कहा कि अधिकारी स्वच्छता को लेकर भी समुचित प्लानिंग करें।
जयपुर, राजस्थान में कोरोना के बढ़ते केसेज को लेकर सरकार चिंतित है। राजस्थान में जल्दी ही प्रत्येक व्यक्ति के लिए कोरोना वैक्सीन अनिवार्य रूप से लगवाने का प्रावधान किया जा सकता है। सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को हुई बैठक में इस तरह के संकेत दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों को इस पर काम करने को कहा है। गहलोत ने कहा कि वैक्सीन लगवाने में किसी व्यक्ति की मनमर्जी नहीं चलेगी क्योंकि यह दूसरे लोगों की जिंदगी से भी जुड़ा सवाल है। जिस तरह राज्य सरकार मास्क को लेकर प्रावधान लेकर आई उसी तरह वैक्सीन को लेकर प्रावधान किया जाए।
बैठक में सीएम गहलोत ने खास तौर से वैक्सीन की दूसरी डोज पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसे अभियान के तौर पर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका जैसे देशों में भी वैक्सीन को लेकर सख्ती हो रही है और वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को वैक्सीन को लेकर घर-घर दस्तक अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कहा कि इसमें अगर सख्ती भी करनी पड़े तो की जाए।
कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना पर जोर
बैठक में अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने स्थितियों और तैयारियों को लेकर प्रजेंटेशन दिया। खास तौर से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की और यात्रा करने वालों की गहनता से मॉनिटरिंग पर जोर दिया। बैठक में मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमने बार-बार बूस्टर डोज का मसला उठाया लेकिन केन्द्र सरकार को अभी यह बात समझ में नहीं आ रही है।
केन्द्र पर लगातार दबाव बनाते रहना पड़ेगा
उन्होंने कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वह बूस्टर डोज की तैयारी रखे। लेकिन केन्द्र अभी से वैक्सीन के एक्सपोर्ट की तैयारी में लगी है। ये दो डोज ही नहीं लगवा पा रहे हैं तो बूस्टर डोज कैसे लगा पाएंगे ? सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि हमें केन्द्र पर लगातार दबाव बनाते रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि फ्री वैक्सीन का निर्णय भी केन्द्र को दबाव के बाद ही करना पड़ा था।
डेंगू-ब्लैक फंगस पर भी चिंता
बैठक में सीएम ने आईईसी गतिविधियां तेज करने के निर्देश दिए। वहीं बैठक में डेंगू और ब्लैक फंगस को लेकर भी सीएम ने चिंता जाहिर की। उन्होंने डेंगू और ब्लैक फंगस पर अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों से विस्तार से जानकारी ली। सीएम गहलोत ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को सरकार द्वारा घोषित पैकेज का पूरा लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक को निर्देश दिए कि कोरोना के चलते जिन वाजिब पत्रकारों की मृत्यु हुई है उन्हें भी पैकेज का लाभ सुनिश्चित करें। क्योंकि हर पत्रकार का अधिस्वीकरण नहीं होता है। गहलोत ने यह भी कहा कि अधिकारी स्वच्छता को लेकर भी समुचित प्लानिंग करें।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com