30 September 2021 09:22 AM
जयपुर । राजस्थान में हुई सबसे बड़ी परीक्षा रीट
को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। परीक्षा के दौरान
पेपर लीक प्रकरण को लेकर अब प्रदेशभर के बेरोजगार जयपुर
में धरना देंगे। बेरोजगार एकीकृत महासंघ के पदाधिकारियों ने
बताया कि परीक्षा में हुई धांधली के बावजूद दोषियों के खिलाफ
कार्रवाई नहीं की जा रही। जबकि विरोध करने पर बेरोजगार
युवाओं को जेल में डाला जा रहा है। जिसके खिलाफ अब आर-
पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। जिसके तहत गुरुवार को शहीद
स्मारक पर प्रदेशभर के हजारों युवा सरकार के खिलाफ
आंदोलन शुरू करेंगे।
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष
उपेन यादव ने बताया कि सब-इंस्पे-
टर परीक्षा के बाद अब रीट
में भी पेपर लीक प्रकरण सामने आया है। लेकिन सरकार इस
पूरे मामले में लीपापोती में जुट गई है। जबकि हकीकत में इस
पूरे प्रकरण में काफी लोग अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
ऐसे में जब तक सरकार इस पूरे प्रकरण की स्पेशल ऑपरेशन
ग्रुप से जांच नहीं करवाती है। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
पेपर लीक होना छात्रों की परेशानी बना
उपेन ने कहा कि पिछले लंबे समय से राजस्थान में पेपर
लीक प्रकरण आम छात्रों के लिए परेशानी का कारण बन गया
है। ऐसे में सरकार को इस पर सत कानून बनाना चाहिए।
इसके तहत जो भी व्यक्ति पेपर लीक करता है या फर्जी डिग्री का
उपयोग करता है, उसे 10 साल की जेल और उसकी संपत्ति
जब्त होनी चाहिए। साथ ही राजस्थान में सरकारी नौकरी के
दौरान इंटरव्यू प्रक्रिया भी समाप्त होनी चाहिए। ताकि आम छात्र
को योग्यता के आधार पर मौका मिल सके।
रीट पेपर लीक में अफसरों पर एक्शन
रीट पेपर लीक मामले में सरकार ने एक्शन शुरू कर
दिया है। सरकार ने अब तक 1 आरएएस, 2 आरपीएस और
सवाई माधोपुर के जिला शिक्षा अधिकारी सहित 20
अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसमें 3
कॉन्स्टेबल भी शामिल हैं। जिन्हे जांच में दोषी पाए जाने पर इन्हें
बर्खास्त किया जाएगा। वहीं आरएएस और आरपीएस के
खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई। रीट में इन सबकी भूमिका
शक के दायरे में पाई गई।
जयपुर । राजस्थान में हुई सबसे बड़ी परीक्षा रीट
को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। परीक्षा के दौरान
पेपर लीक प्रकरण को लेकर अब प्रदेशभर के बेरोजगार जयपुर
में धरना देंगे। बेरोजगार एकीकृत महासंघ के पदाधिकारियों ने
बताया कि परीक्षा में हुई धांधली के बावजूद दोषियों के खिलाफ
कार्रवाई नहीं की जा रही। जबकि विरोध करने पर बेरोजगार
युवाओं को जेल में डाला जा रहा है। जिसके खिलाफ अब आर-
पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। जिसके तहत गुरुवार को शहीद
स्मारक पर प्रदेशभर के हजारों युवा सरकार के खिलाफ
आंदोलन शुरू करेंगे।
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष
उपेन यादव ने बताया कि सब-इंस्पे-
टर परीक्षा के बाद अब रीट
में भी पेपर लीक प्रकरण सामने आया है। लेकिन सरकार इस
पूरे मामले में लीपापोती में जुट गई है। जबकि हकीकत में इस
पूरे प्रकरण में काफी लोग अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
ऐसे में जब तक सरकार इस पूरे प्रकरण की स्पेशल ऑपरेशन
ग्रुप से जांच नहीं करवाती है। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
पेपर लीक होना छात्रों की परेशानी बना
उपेन ने कहा कि पिछले लंबे समय से राजस्थान में पेपर
लीक प्रकरण आम छात्रों के लिए परेशानी का कारण बन गया
है। ऐसे में सरकार को इस पर सत कानून बनाना चाहिए।
इसके तहत जो भी व्यक्ति पेपर लीक करता है या फर्जी डिग्री का
उपयोग करता है, उसे 10 साल की जेल और उसकी संपत्ति
जब्त होनी चाहिए। साथ ही राजस्थान में सरकारी नौकरी के
दौरान इंटरव्यू प्रक्रिया भी समाप्त होनी चाहिए। ताकि आम छात्र
को योग्यता के आधार पर मौका मिल सके।
रीट पेपर लीक में अफसरों पर एक्शन
रीट पेपर लीक मामले में सरकार ने एक्शन शुरू कर
दिया है। सरकार ने अब तक 1 आरएएस, 2 आरपीएस और
सवाई माधोपुर के जिला शिक्षा अधिकारी सहित 20
अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसमें 3
कॉन्स्टेबल भी शामिल हैं। जिन्हे जांच में दोषी पाए जाने पर इन्हें
बर्खास्त किया जाएगा। वहीं आरएएस और आरपीएस के
खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई। रीट में इन सबकी भूमिका
शक के दायरे में पाई गई।
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