जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
नगरीय विकास कर- नगर निगम पन्द्रह साल पुराने सर्वे के आधार पर वसूल रहा यूडी टैक्सवार्ड बढ़े, नहीं बढ़ा वार्ड बाउण्ड्री का सीमांकनसैकड़ों संपत्तियां यू डी टैक्स के दायरे से बाहरनगर निगम करीब पन्द्रह साल पहले हुए सर्वे के आधार पर अब भी नगरीय विकास कर की वसूली कर रहा है। इससे निगम को हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। नगरीय विकास कर के पुन: पूर्ण सर्वे को लेकर न महापौर और ना ही आयुक्त गंभीर नजर आ रहे है। कमजोर आर्थिक िस्थति के बावजूद निगम प्रशासन यू डी टैक्स में बढ़ोतरी को लेकर न बकाया वसूली के गंभीर प्रयास कर रहा है और ना ही नए सर्वे की योजना को धरातल पर ला रहा है। जबकि दूसरी ओर यू डी टैक्स के दायरे में आने वालीसंपत्तियों के मालिक निगम प्रशासन की उदासीनता से प्रसन्न नजर आ रहे है।सैकड़ों संपत्तियां टैक्स दायरे से बाहरनगर निगम क्षेत्र के 80 वार्डों में सैकड़ों ऐसी संपत्तियां है जो नगरीय विकास कर के दायरे में आ सकती है, लेकिन पुन: पूर्ण सर्वे नहीं होने से ऐसी संपत्तियां सूचीबद्ध नहीं हो रही है। इससे निगम को हर साल राजस्व नुकसान हो रहा है। शहर में वर्ष 2007 में 45 वार्ड थे फिर बढ़कर 60 हो गए। वर्तमान में 80 वार्ड है। वार्ड बढ़ने के बावजूद यू डी टैक्स संग्रहण को लेकर वार्ड बाउण्ड्री का नया सीमांकन नहीं होने से अब भी सैकड़ो संपत्तियां वार्ड बाउण्ड्री से बाहर है, जिनकी ओर निगम का ध्यान नहीं जा रहा है।13381 कुल संपत्तियांशहर में नगरीय विकास कर के दायरे में वर्तमान में 13381 संपत्तियां है। निगम जानकारी अनुसार इनमें 10550 आवासीय, 1810 व्यावसायिक, 230 औद्योगिक, 370 संस्थागत और मिक्स संपत्तियां 921 बताई जा रही है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
नगरीय विकास कर- नगर निगम पन्द्रह साल पुराने सर्वे के आधार पर वसूल रहा यूडी टैक्सवार्ड बढ़े, नहीं बढ़ा वार्ड बाउण्ड्री का सीमांकनसैकड़ों संपत्तियां यू डी टैक्स के दायरे से बाहरनगर निगम करीब पन्द्रह साल पहले हुए सर्वे के आधार पर अब भी नगरीय विकास कर की वसूली कर रहा है। इससे निगम को हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। नगरीय विकास कर के पुन: पूर्ण सर्वे को लेकर न महापौर और ना ही आयुक्त गंभीर नजर आ रहे है। कमजोर आर्थिक िस्थति के बावजूद निगम प्रशासन यू डी टैक्स में बढ़ोतरी को लेकर न बकाया वसूली के गंभीर प्रयास कर रहा है और ना ही नए सर्वे की योजना को धरातल पर ला रहा है। जबकि दूसरी ओर यू डी टैक्स के दायरे में आने वालीसंपत्तियों के मालिक निगम प्रशासन की उदासीनता से प्रसन्न नजर आ रहे है।सैकड़ों संपत्तियां टैक्स दायरे से बाहरनगर निगम क्षेत्र के 80 वार्डों में सैकड़ों ऐसी संपत्तियां है जो नगरीय विकास कर के दायरे में आ सकती है, लेकिन पुन: पूर्ण सर्वे नहीं होने से ऐसी संपत्तियां सूचीबद्ध नहीं हो रही है। इससे निगम को हर साल राजस्व नुकसान हो रहा है। शहर में वर्ष 2007 में 45 वार्ड थे फिर बढ़कर 60 हो गए। वर्तमान में 80 वार्ड है। वार्ड बढ़ने के बावजूद यू डी टैक्स संग्रहण को लेकर वार्ड बाउण्ड्री का नया सीमांकन नहीं होने से अब भी सैकड़ो संपत्तियां वार्ड बाउण्ड्री से बाहर है, जिनकी ओर निगम का ध्यान नहीं जा रहा है।13381 कुल संपत्तियांशहर में नगरीय विकास कर के दायरे में वर्तमान में 13381 संपत्तियां है। निगम जानकारी अनुसार इनमें 10550 आवासीय, 1810 व्यावसायिक, 230 औद्योगिक, 370 संस्थागत और मिक्स संपत्तियां 921 बताई जा रही है।