13 March 2022 02:07 PM
जोग संजोग टाइम्स , बीकानेर
भारत की एक मिसाइल 9 मार्च को पाकिस्तान में 124 किलोमीटर अंदर उसके शहर चन्नू मियां के पास जा गिरी। भारत का कहना है कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से ऐसा हुआ। उधर, पाकिस्तान का दावा है कि बिना हथियारों वाली यह एक सुपरसोनिक यानी आवाज की रफ्तार से तेज उड़ने वाली मिसाइल थी।
सबसे पहले जानते हैं कि पाकिस्तान का दावा क्या है?
भारत-पाकिस्तान को देनी होती है मिसाइल टेस्टिंग से पहले एक-दूसरे को जानकारी
करार में एक पेंच भी, क्रूज मिसाइल इस करार से दायरे से बाहर
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार का कहना है कि उन्हें भारतीय सेना की तरफ से किसी मिसाइल टेस्टिंग की जानकारी नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच बैलेस्टिक मिसाइल की जानकारी साझा करने को लेकर करार है, लेकिन ये दोनों देश इस तरह की मिसाइलों (जो पाकिस्तान में गिरी) की जानकारी शेयर नहीं करते। पाकिस्तान मेजर जनरल का इशारा क्रूज मिसाइल की तरफ था।
भारतीय मिसाइल की तेज रफ्तार से मात खा गया पाकिस्तान डिफेंस सिस्टम?
पाकिस्तानी मिलिट्री के मुताबिक, उसके एयर डिफेंस ने ये पकड़ लिया था कि सिरसा से कोई हाई स्पीड ऑब्जेक्ट पहले भारत में उड़ने और फिर हवा में रास्ता बदलकर पाकिस्तानी इलाके में घुस गया है। इसके बाद पाकिस्तानी एयरफोर्स स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसिजर का पालन करते हुए लगातार इस ऑब्जेक्ट की निगरानी करता रहा, लेकिन इस दौरान पाकिस्तान ये नहीं जान पाया कि ये ऑब्जेक्ट एक मिसाइल है।
एक्सर्ट्स के मुताबिक, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मिसाइल की तेज स्पीड से इसके खिलाफ तुरंत कुछ कर पाना मुश्किल था। साथ ही शांति काल के समय किसी भी देश के लिए अचानक प्रतिक्रिया दे पाना मुश्किल होता है। इसलिए पाकिस्तानी सेना इसका जवाब नहीं दे पाई।
पाकिस्तान में गिरी भारतीय मिसाइल ब्रह्मोस थी या पृथ्वी?
भारत और पाकिस्तान में से किसी ने ये साफ नहीं की है कि ये कौन सी मिसाइल थी। पाकिस्तान ने केवल इसे सुपरसोनिक मिसाइल कहा है। कुछ एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि ये भारत की टॉप मिसाइलों में से एक ब्रह्मोस मिसाइल का टेस्ट हो सकता है।
ये अनुमान पाकिस्तान के उस दावे पर आधारित है, जिसके मुताबिक इस मिसाइल ने 200 किमी का सफर तय किया, हवा में कलाबाजियां खाईं, 40 हजार फीट की ऊंचाई और मैक 3 स्पीड यानी आवाज की स्पीड से 3 गुना अधिक स्पीड से उड़ान भरी।
ब्रह्मोस मिसाइल की टॉप स्पीड भी मैक 2-3 है, जिसकी रेंज करीब 290 किमी है और ये 15 किमी (करीब 50 हजार फीट की ऊंचाई) तक उड़ने में सक्षम है। ब्रह्मोस कहीं से भी दागा जा सकता है, ये परमाणु हथियार से लैस मिसाइल है और 200-300 किलो वॉरहेड्स ले जा सकती है।
पाकिस्तानी दावे के मुताबिक, इस भारतीय मिसाइल ने हवा के बीच में अपना रास्ता बदला था। पाकिस्तान ने कहा कि सीमा पर निकटतम बिंदु से 140 किलोमीटर दूर सिरसा से उड़ान भरने के बाद, मिसाइल ने 70-80 किलोमीटर तक भारतीय इलाके में सफर तय किया और ये दक्षिण-पश्चिम की ओर भारतीय सेना के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की ओर बढ़ रही थी, इसके बाद ये रास्ता बदलकर पाकिस्तान में घुसी और 124 किलोमीटर दूर जाकर जमीन से टकराई थी।
ब्रह्मोस मिसाइल का मॉडर्न वर्जन मेनुरेबल तकनीक से लैस है। यानी इसमें दागे जाने के बाद लक्ष्य तक पहुंचने से पहले अपना रास्ता बदलने की भी क्षमता है।
आमतौर पर मिसाइलें या लेजर गाइडेड बम पहले से तय लक्ष्य को ही निशाना बना पाते हैं जबकि ब्रह्मोस मिसाइल दागे जाने के बाद भी, अगर उसका लक्ष्य अपना स्थान बदल रहा है, तब भी उसे निशाना बना लेती है।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान में गिरी मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस पृथ्वी मिसाइल हो सकती है। भारत के परमाणु जखीरे के लिए जिम्मेदार स्ट्रैटिजिक फोर्सेज कमांड की कुछ संपत्तियां, उस इलाके के करीब स्थित हैं जहां से मिसाइल दागी गई थी। लेकिन, भारत कभी भी इस इलाके के आसपास पृथ्वी मिसाइल का टेस्ट नहीं करता है। पृथ्वी का टेस्ट केवल ओडिशा के बालासोर से ही होता है।
क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइल में क्या अंतर है?
मिसाइल एक गाइडेड हवाई रेंज वाला हथियार है जो आमतौर पर जेट इंजन या रॉकेट मोटर से खुद उड़ान भरने में सक्षम होता है। मिसाइलों को गाइडेड मिसाइल या गाइडेड रॉकेट भी कहा जाता है।
सीध शब्दों में कहें तो मिसाइल का मतलब है किसी विस्फोटक को किसी टारगेट की ओर फेंकना ,दागना या भेजना।
मिसाइल मोटेतौर दो प्रकार की होती हैं। क्रूज मिसाइल और बैलेस्टिक मिसाइल।
क्रूज मिसाइल
बैलिस्टिक मिसाइल
जोग संजोग टाइम्स , बीकानेर
भारत की एक मिसाइल 9 मार्च को पाकिस्तान में 124 किलोमीटर अंदर उसके शहर चन्नू मियां के पास जा गिरी। भारत का कहना है कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से ऐसा हुआ। उधर, पाकिस्तान का दावा है कि बिना हथियारों वाली यह एक सुपरसोनिक यानी आवाज की रफ्तार से तेज उड़ने वाली मिसाइल थी।
सबसे पहले जानते हैं कि पाकिस्तान का दावा क्या है?
भारत-पाकिस्तान को देनी होती है मिसाइल टेस्टिंग से पहले एक-दूसरे को जानकारी
करार में एक पेंच भी, क्रूज मिसाइल इस करार से दायरे से बाहर
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार का कहना है कि उन्हें भारतीय सेना की तरफ से किसी मिसाइल टेस्टिंग की जानकारी नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच बैलेस्टिक मिसाइल की जानकारी साझा करने को लेकर करार है, लेकिन ये दोनों देश इस तरह की मिसाइलों (जो पाकिस्तान में गिरी) की जानकारी शेयर नहीं करते। पाकिस्तान मेजर जनरल का इशारा क्रूज मिसाइल की तरफ था।
भारतीय मिसाइल की तेज रफ्तार से मात खा गया पाकिस्तान डिफेंस सिस्टम?
पाकिस्तानी मिलिट्री के मुताबिक, उसके एयर डिफेंस ने ये पकड़ लिया था कि सिरसा से कोई हाई स्पीड ऑब्जेक्ट पहले भारत में उड़ने और फिर हवा में रास्ता बदलकर पाकिस्तानी इलाके में घुस गया है। इसके बाद पाकिस्तानी एयरफोर्स स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसिजर का पालन करते हुए लगातार इस ऑब्जेक्ट की निगरानी करता रहा, लेकिन इस दौरान पाकिस्तान ये नहीं जान पाया कि ये ऑब्जेक्ट एक मिसाइल है।
एक्सर्ट्स के मुताबिक, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मिसाइल की तेज स्पीड से इसके खिलाफ तुरंत कुछ कर पाना मुश्किल था। साथ ही शांति काल के समय किसी भी देश के लिए अचानक प्रतिक्रिया दे पाना मुश्किल होता है। इसलिए पाकिस्तानी सेना इसका जवाब नहीं दे पाई।
पाकिस्तान में गिरी भारतीय मिसाइल ब्रह्मोस थी या पृथ्वी?
भारत और पाकिस्तान में से किसी ने ये साफ नहीं की है कि ये कौन सी मिसाइल थी। पाकिस्तान ने केवल इसे सुपरसोनिक मिसाइल कहा है। कुछ एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि ये भारत की टॉप मिसाइलों में से एक ब्रह्मोस मिसाइल का टेस्ट हो सकता है।
ये अनुमान पाकिस्तान के उस दावे पर आधारित है, जिसके मुताबिक इस मिसाइल ने 200 किमी का सफर तय किया, हवा में कलाबाजियां खाईं, 40 हजार फीट की ऊंचाई और मैक 3 स्पीड यानी आवाज की स्पीड से 3 गुना अधिक स्पीड से उड़ान भरी।
ब्रह्मोस मिसाइल की टॉप स्पीड भी मैक 2-3 है, जिसकी रेंज करीब 290 किमी है और ये 15 किमी (करीब 50 हजार फीट की ऊंचाई) तक उड़ने में सक्षम है। ब्रह्मोस कहीं से भी दागा जा सकता है, ये परमाणु हथियार से लैस मिसाइल है और 200-300 किलो वॉरहेड्स ले जा सकती है।
पाकिस्तानी दावे के मुताबिक, इस भारतीय मिसाइल ने हवा के बीच में अपना रास्ता बदला था। पाकिस्तान ने कहा कि सीमा पर निकटतम बिंदु से 140 किलोमीटर दूर सिरसा से उड़ान भरने के बाद, मिसाइल ने 70-80 किलोमीटर तक भारतीय इलाके में सफर तय किया और ये दक्षिण-पश्चिम की ओर भारतीय सेना के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की ओर बढ़ रही थी, इसके बाद ये रास्ता बदलकर पाकिस्तान में घुसी और 124 किलोमीटर दूर जाकर जमीन से टकराई थी।
ब्रह्मोस मिसाइल का मॉडर्न वर्जन मेनुरेबल तकनीक से लैस है। यानी इसमें दागे जाने के बाद लक्ष्य तक पहुंचने से पहले अपना रास्ता बदलने की भी क्षमता है।
आमतौर पर मिसाइलें या लेजर गाइडेड बम पहले से तय लक्ष्य को ही निशाना बना पाते हैं जबकि ब्रह्मोस मिसाइल दागे जाने के बाद भी, अगर उसका लक्ष्य अपना स्थान बदल रहा है, तब भी उसे निशाना बना लेती है।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान में गिरी मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस पृथ्वी मिसाइल हो सकती है। भारत के परमाणु जखीरे के लिए जिम्मेदार स्ट्रैटिजिक फोर्सेज कमांड की कुछ संपत्तियां, उस इलाके के करीब स्थित हैं जहां से मिसाइल दागी गई थी। लेकिन, भारत कभी भी इस इलाके के आसपास पृथ्वी मिसाइल का टेस्ट नहीं करता है। पृथ्वी का टेस्ट केवल ओडिशा के बालासोर से ही होता है।
क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइल में क्या अंतर है?
मिसाइल एक गाइडेड हवाई रेंज वाला हथियार है जो आमतौर पर जेट इंजन या रॉकेट मोटर से खुद उड़ान भरने में सक्षम होता है। मिसाइलों को गाइडेड मिसाइल या गाइडेड रॉकेट भी कहा जाता है।
सीध शब्दों में कहें तो मिसाइल का मतलब है किसी विस्फोटक को किसी टारगेट की ओर फेंकना ,दागना या भेजना।
मिसाइल मोटेतौर दो प्रकार की होती हैं। क्रूज मिसाइल और बैलेस्टिक मिसाइल।
क्रूज मिसाइल
बैलिस्टिक मिसाइल
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