01 January 2023 04:50 PM
जोग संजोग टाइम्स,
राजस्थान के सरकारी स्कूल्स में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के बैंक खातों में जल्द ही दो-दो सौ रुपए जमा होने वाले हैं। यह राशि स्टूडेंट्स की यूनीफार्म की सिलाई के लिए है, जिसका कपड़ा पहले ही वितरित किया जा चुका है। सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों के लिए 55 करोड़ दस लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं मान चुके हैं कि दो सौ रुपए में यूनीफॉर्म की सिलाई नहीं हो पाती, कुछ राशि स्टूडेंट्स के माता-पिता को खर्च करने होंगे।माध्यमिक शिक्षा के वित्तीय सलाहकार ने तीन अलग अलग मद में 55 करोड़ 10 लाख रुपए का बजट दिया है। इसमें चूरू, दौसा, धोलपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व करौली के लिए 9 करोड़ 90 लाख रुपए, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही और उदयपुर के लिए 7 करोड़ 70 लाख रुपए खर्च होंगे। शेष सभी जिलों के लिए 37 करोड़ 50 लाख रुपए का बजट दिया है। ये राशि संबंधित जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा जा रहा है, जहां से स्कूल स्टूडेंट्स के खाते में जल्द ही जमा हो जाएंगे।
पहली से आठवीं के स्टूडेंट्स को क्लास एक से आठ तक के स्टूडेंट्स को यूनीफॉर्म का कपड़ा दिया जा चुका है और अब सिलाई के लिए रुपए दिए जा रहे हैं। पहले दावा किया जा रहा था कि सत्तर लाख स्टूडेंट्स को यूनीफॉर्म का कपड़ा दिया जा रहा है। फिलहाल पचपन करोड़ दस लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। प्रति स्टूडेंट्स को दो सौ रुपए देने पर ये बजट 27 लाख 55 हजार स्टूडेंट्स के खाते में ही जमा होगा।
खेलकूद के लिए बजट दिया उधर, माध्यमिक शिक्षा ने प्रदेशभर में आयोजित 66वीं स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए भी तीस लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया है। जिन स्कूल्स को इन प्रतियोगिताओं का आयोजक का जिम्मा दिया गया था, उन्हें पचास-पचास हजार रुपए का बजट दिया जा रहा है। उार, स्कूल संचालकों का कहना है कि एक ही स्कूल को दो या दो से अधिक टूर्नामेंट दिए गए लेकिन एक ही टूर्नामेंट का बजट दिया जा रहा है। दरअसल, महज पचास हजार रुपए में ये टूर्नामेंट नहीं हो सकते थे, ऐसे में स्कूल संचालक प्रत्येक छात्र व छात्रा टूर्नामेंट के लिए अलग अलग बजट देने की मांग कर रहे हैं।
जोग संजोग टाइम्स,
राजस्थान के सरकारी स्कूल्स में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के बैंक खातों में जल्द ही दो-दो सौ रुपए जमा होने वाले हैं। यह राशि स्टूडेंट्स की यूनीफार्म की सिलाई के लिए है, जिसका कपड़ा पहले ही वितरित किया जा चुका है। सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों के लिए 55 करोड़ दस लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं मान चुके हैं कि दो सौ रुपए में यूनीफॉर्म की सिलाई नहीं हो पाती, कुछ राशि स्टूडेंट्स के माता-पिता को खर्च करने होंगे।माध्यमिक शिक्षा के वित्तीय सलाहकार ने तीन अलग अलग मद में 55 करोड़ 10 लाख रुपए का बजट दिया है। इसमें चूरू, दौसा, धोलपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व करौली के लिए 9 करोड़ 90 लाख रुपए, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही और उदयपुर के लिए 7 करोड़ 70 लाख रुपए खर्च होंगे। शेष सभी जिलों के लिए 37 करोड़ 50 लाख रुपए का बजट दिया है। ये राशि संबंधित जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा जा रहा है, जहां से स्कूल स्टूडेंट्स के खाते में जल्द ही जमा हो जाएंगे।
पहली से आठवीं के स्टूडेंट्स को क्लास एक से आठ तक के स्टूडेंट्स को यूनीफॉर्म का कपड़ा दिया जा चुका है और अब सिलाई के लिए रुपए दिए जा रहे हैं। पहले दावा किया जा रहा था कि सत्तर लाख स्टूडेंट्स को यूनीफॉर्म का कपड़ा दिया जा रहा है। फिलहाल पचपन करोड़ दस लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। प्रति स्टूडेंट्स को दो सौ रुपए देने पर ये बजट 27 लाख 55 हजार स्टूडेंट्स के खाते में ही जमा होगा।
खेलकूद के लिए बजट दिया उधर, माध्यमिक शिक्षा ने प्रदेशभर में आयोजित 66वीं स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए भी तीस लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया है। जिन स्कूल्स को इन प्रतियोगिताओं का आयोजक का जिम्मा दिया गया था, उन्हें पचास-पचास हजार रुपए का बजट दिया जा रहा है। उार, स्कूल संचालकों का कहना है कि एक ही स्कूल को दो या दो से अधिक टूर्नामेंट दिए गए लेकिन एक ही टूर्नामेंट का बजट दिया जा रहा है। दरअसल, महज पचास हजार रुपए में ये टूर्नामेंट नहीं हो सकते थे, ऐसे में स्कूल संचालक प्रत्येक छात्र व छात्रा टूर्नामेंट के लिए अलग अलग बजट देने की मांग कर रहे हैं।
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12 December 2021 10:53 AM
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