28 March 2022 12:30 PM
जोग सजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर। शांति की कामना के साथ जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी म.सा.के सानिध्य में करीब तीन हजार भाई बहनों के बीच पूर्ण शांति के साथ जे.आर.एम रामपुरिया भवन में णमोत्थुणं महाजाप 12 बजे संपन्न हुआ। भयंकर गर्मी में भी बिना पंखे लाइट के लोग जाप में लगे रहे। इस जाप में विश्व साथ ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रही युद्ध विराम की एवं समाधान की प्रार्थना की गई। आचार्य जी ने आगे बतलाया कि- साधु- साध्वी के कल्याण एवं निरा बाध यात्रा की संपन्न की प्रार्थना कराई। इसी के साथ अपनी समस्या एवं रोग के समाधान के लिए प्रार्थना के साथ ध्यान कराया ।बीच-बीच में पाठ एवं ध्यान प्रार्थना का यह अद्भुत प्रयोग था। गुरु के दुराग्रह में न पडकर अरिहंतों की भक्ति पर जोर दिया गया। महाराजश्री ने जिंदगी जीने के तरीके बतलाए । उन्होंने कहा कि वर्ष में एक बार नई ड्रेस का दान करना,सब्जी या कोई भी खाने की वस्तु मोल भाव से अधिक नहीं लेना, किसी का धरोहर नहीं दबाना,झूठी साक्षी नहीं देना,सगे भाई पर कोर्ट केस नहीं करना,संत सतियां जी के तपस्या के गीतों में प्रभावना नहीं लेना, तपस्या बीमारी की साता पूछने जाओ तो पानी के अलावा उस घर से कुछ नहीं खाना। सभी संत सतियां जी की सेवा करना,अपमान किसी का नहीं करना। श्री अरिहंतमार्गी जैन महासंघ के अध्यक्ष डॉक्टर नरेश गोयल के अनुसार उपस्थित सभी पुरुष महिलाओं की गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। इससे पहले सुबह अरिहंत ज्ञान यात्रा का संचालन हुआ ।
निरयावलिका सूत्र का भी विमोचन
सुरेश गोयल, डॉ नरेश,राजेश,प्रवेश गोयल का अरिहंत भवन बनाने की सेवाओं के प्रति राष्ट्रीय महासंघ की ओर से सम्मान किया गया। इसी तरह अरिहंत स्टार के लिए नरेंद्र कक्कड़ का सम्मान किया गया। आचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी महाराज साहब के द्वारा तैयार किया गया अरिहंत दर्शन नामक ग्रंथ का विमोचन किया गया । इसी के साथ जैन आगम ज्ञान प्रकाशन की कड़ी में निरयावलिका सूत्र का भी विमोचन हुआ ।
जोग सजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर। शांति की कामना के साथ जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी म.सा.के सानिध्य में करीब तीन हजार भाई बहनों के बीच पूर्ण शांति के साथ जे.आर.एम रामपुरिया भवन में णमोत्थुणं महाजाप 12 बजे संपन्न हुआ। भयंकर गर्मी में भी बिना पंखे लाइट के लोग जाप में लगे रहे। इस जाप में विश्व साथ ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रही युद्ध विराम की एवं समाधान की प्रार्थना की गई। आचार्य जी ने आगे बतलाया कि- साधु- साध्वी के कल्याण एवं निरा बाध यात्रा की संपन्न की प्रार्थना कराई। इसी के साथ अपनी समस्या एवं रोग के समाधान के लिए प्रार्थना के साथ ध्यान कराया ।बीच-बीच में पाठ एवं ध्यान प्रार्थना का यह अद्भुत प्रयोग था। गुरु के दुराग्रह में न पडकर अरिहंतों की भक्ति पर जोर दिया गया। महाराजश्री ने जिंदगी जीने के तरीके बतलाए । उन्होंने कहा कि वर्ष में एक बार नई ड्रेस का दान करना,सब्जी या कोई भी खाने की वस्तु मोल भाव से अधिक नहीं लेना, किसी का धरोहर नहीं दबाना,झूठी साक्षी नहीं देना,सगे भाई पर कोर्ट केस नहीं करना,संत सतियां जी के तपस्या के गीतों में प्रभावना नहीं लेना, तपस्या बीमारी की साता पूछने जाओ तो पानी के अलावा उस घर से कुछ नहीं खाना। सभी संत सतियां जी की सेवा करना,अपमान किसी का नहीं करना। श्री अरिहंतमार्गी जैन महासंघ के अध्यक्ष डॉक्टर नरेश गोयल के अनुसार उपस्थित सभी पुरुष महिलाओं की गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। इससे पहले सुबह अरिहंत ज्ञान यात्रा का संचालन हुआ ।
निरयावलिका सूत्र का भी विमोचन
सुरेश गोयल, डॉ नरेश,राजेश,प्रवेश गोयल का अरिहंत भवन बनाने की सेवाओं के प्रति राष्ट्रीय महासंघ की ओर से सम्मान किया गया। इसी तरह अरिहंत स्टार के लिए नरेंद्र कक्कड़ का सम्मान किया गया। आचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी महाराज साहब के द्वारा तैयार किया गया अरिहंत दर्शन नामक ग्रंथ का विमोचन किया गया । इसी के साथ जैन आगम ज्ञान प्रकाशन की कड़ी में निरयावलिका सूत्र का भी विमोचन हुआ ।
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24 September 2023 08:24 PM
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