19 September 2021 03:57 PM
जयपुर। जयपुर की बांगरोटा पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। जो खुद को जर्नलिस्ट बताकर सचिवालय में नौकरी लगवाने और ट्रांसफर करवाने का झांसा देता था। फिर लोगों से रुपए हड़प लेता था। पुलिस से बचने के लिए शातिर ठग किराए से कमरा लेकर रहता था। जिसे बार-बार बदलता रहता था। एक ठिकाना नहीं होने से पुलिस को उसे तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
डीसीपी (पश्चिम) ऋचा तोमर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रविंद्र शर्मा (35) अलवर जिले में शास्त्री कॉलोनी, बानसूर तहसील का रहने वाला है। वह पिछले लंबे वक्त से जयपुर में किराए से रह रहा था। गिरफ्तारी के वक्त वह महेश नगर स्थित महादेव नगर में किराए से कमरा लेकर रह रहा था।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि वह खुद को राजस्थान के एक रीजनल न्यूज चैनल में जर्नलिस्ट बताकर घूमता है। रिपोर्टिंग के बहाने स्थानीय नेताओं और अफसरों के साथ फोटो खींचवाता है। इसी के आधार पर वह लोगों को जयपुर के शासन सचिवालय में नौकरी लगवाने व ट्रांसफर पोस्टिंग करवाने के बहाने झांसा देता है। फिर मोटी रकम हड़पकर संपर्क करना बंद कर देता है। वसूली गई रकम से रविंद्र ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा था।
भांकरोटा में ठगी के तीन मामले, दो साल पहले विधायकपुरी थाने में गिरफ्तार हुआ था
डीसीपी ऋचा तोमर ने बताया कि शहर के भांकरोटा इलाके में रविंद्र शर्मा ने नौकरी लगवाने व ट्रांसफर करवाने के बहाने ठगी की तीन अलग अलग वारदातें की। मामला पुलिस थाने तक पहुंचा तब थानाप्रभारी मुकेश चौधरी की टीम ने तलाश शुरू की। इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि वांछित रविंद्र शर्मा न्यू सांगानेर रोड पर एक निजी कॉलेज के आसपास है। तब पुलिस टीम ने रविंद्र को धरदबोचा।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी रविंद्र शर्मा के खिलाफ जयपुर के विधायकपुरी थाने में भी 2019 में मुकदमा दर्ज हो चुका है। जिसमें गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया था। उससे पूछताछ की जा रही है।
जयपुर। जयपुर की बांगरोटा पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। जो खुद को जर्नलिस्ट बताकर सचिवालय में नौकरी लगवाने और ट्रांसफर करवाने का झांसा देता था। फिर लोगों से रुपए हड़प लेता था। पुलिस से बचने के लिए शातिर ठग किराए से कमरा लेकर रहता था। जिसे बार-बार बदलता रहता था। एक ठिकाना नहीं होने से पुलिस को उसे तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
डीसीपी (पश्चिम) ऋचा तोमर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रविंद्र शर्मा (35) अलवर जिले में शास्त्री कॉलोनी, बानसूर तहसील का रहने वाला है। वह पिछले लंबे वक्त से जयपुर में किराए से रह रहा था। गिरफ्तारी के वक्त वह महेश नगर स्थित महादेव नगर में किराए से कमरा लेकर रह रहा था।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि वह खुद को राजस्थान के एक रीजनल न्यूज चैनल में जर्नलिस्ट बताकर घूमता है। रिपोर्टिंग के बहाने स्थानीय नेताओं और अफसरों के साथ फोटो खींचवाता है। इसी के आधार पर वह लोगों को जयपुर के शासन सचिवालय में नौकरी लगवाने व ट्रांसफर पोस्टिंग करवाने के बहाने झांसा देता है। फिर मोटी रकम हड़पकर संपर्क करना बंद कर देता है। वसूली गई रकम से रविंद्र ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा था।
भांकरोटा में ठगी के तीन मामले, दो साल पहले विधायकपुरी थाने में गिरफ्तार हुआ था
डीसीपी ऋचा तोमर ने बताया कि शहर के भांकरोटा इलाके में रविंद्र शर्मा ने नौकरी लगवाने व ट्रांसफर करवाने के बहाने ठगी की तीन अलग अलग वारदातें की। मामला पुलिस थाने तक पहुंचा तब थानाप्रभारी मुकेश चौधरी की टीम ने तलाश शुरू की। इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि वांछित रविंद्र शर्मा न्यू सांगानेर रोड पर एक निजी कॉलेज के आसपास है। तब पुलिस टीम ने रविंद्र को धरदबोचा।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी रविंद्र शर्मा के खिलाफ जयपुर के विधायकपुरी थाने में भी 2019 में मुकदमा दर्ज हो चुका है। जिसमें गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया था। उससे पूछताछ की जा रही है।
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