20 July 2022 03:22 PM
जोग संजोग टाइम्स,
माटी परियोजना: हिम्मतासर में कृषक गोष्ठी आयोजित
अब तक 442 गोष्ठियों से 14 हजार 276 किसानों तक पहुंचाई कृषि संबंधी जानकारी
बीकानेर, 19 जुलाई। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर चलाई जा रही माटी परियोजना के तहत मंगलवार को हिम्मतासर गांव में कृषि गोष्ठी आयोजित हुई।
इस दौरान किसानों को मृदा स्वास्थ्य, जैविक एवं संरक्षित खेती, फसल विविधिकरण, पशुपालन, कीट एवं व्याधि प्रबंधन और प्रधानमंत्री फसल बीमा की जानकारी दी गई। कृषि लागत मूल्य घटाने के साथ उत्पादन एवं आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया
उप निदेशक कृषि (वि.) कैलाश चौधरी ने बताया कि परियोजना के पहले चरण में 16 मई से गांवों में किसान गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इन गोष्ठियों में किसानों से सीधा संवाद किया जाकर उनकी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जा रहा है।
चौधरी ने बताया कि दूसरे चरण में जिले के 25 गांवों में 1 हजार 240 किसानों की कृषि योग्य भूमि, मृदा की स्थिति, उपलब्ध संसाधन, वर्तमान में की जाने वाली खेती एवं आमदनी, आय एवं उत्पादन बढ़ाने की योजना तथा परिणाम संबंधी रेकार्ड संकलित किया जाएगा। सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ विभिन्न ऋण योजनाओं से इन क्षेत्रों के किसानों को जोड़ने के प्रयास होंगे।
इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र बीकानेर के डॉ. शीशपाल सिंह, नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक रमेश ताम्बिया, सहायक निदेशक कृषि डॉ रामकशोर मेहरा, पशु चिकित्सक डॉ वेदप्रकाश, सांख्यिकी अधिकारी डॉ. मानाराम जाखड़, सहायक कृषि अधिकारी लक्ष्मण सिंह शेखावत और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। संचालन कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत कृषि ने किया।
नव चयनित पटवारियों ने पीबीएम अस्पताल में की साफ सफाई
संभागीय आयुक्त की पहल पर प्रतिदिन एक घंटा करेंगे श्रमदान
बीकानेर, 19 जुलाई । संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की पहल पर राजस्व और उपनिवेशन विभाग के प्रशिक्षु पटवारियों ने पीबीएम अस्पताल परिसर में श्रमदान कर पार्कों की साफ-सफाई की।
यह पटवारी प्रतिदिन एक घंटे श्रमदान करेंगे। इस अवसर पर उपखंड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई ने कहा कि शहर को साफ सुथरा रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस समझते हुए पटवारियों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। इन नवनियुक्त कार्मिकों ने आमजन से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की अपील की और बताया कि 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग, भंडारण और विक्रय पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसकी पूर्ण पालना की जाए। उन्होंने आमजन से बाजार से सामान लाने के लिए कपड़े के थैले का उपयोग करने का आह्वान किया। इस अवसर पर उपखंड पटवार प्रशिक्षण शाला के प्रधानाचार्य मोहम्मद इम्तियाज मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि नवनियुक्त 245 पटवारियों का छह माह का प्रशिक्षण सोमवार से प्रारंभ हुआ। इस दौरान संभागीय आयुक्त ने प्रतिदिन स्वच्छता अभियान संचालित करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने लिया रीट की तैयारियों का जायजा
बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल एवं पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने मंगलवार को राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) से संबंधित तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने कोषालय में प्रश्न पत्रों की सुरक्षा तथा पॉलिटेक्निक कॉलेज में सामग्री संग्रहण व्यवस्था का निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि परीक्षा का आयोजन पूर्ण गंभीरता से किया जाए, इस व्यवस्था से जुड़े प्रत्येक कार्मिक कर्त्तव्यों का प्रभावी निर्वहन करें। उन्होंने यहां नियुक्त कार्मिकों से अब तक की तैयारी के बारे में जाना और टाइमलाइन के अनुरूप सभी कार्य सुनिश्चित करने को कहा।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखी जाएगी। प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त संख्या में जाब्ता तैनात रहेगा।
प्रत्येक कार्मिक की भूमिका महत्वपूर्ण
जिला कलक्टर ने रविंद्र रंगमंच सभागार में आयोजित केंद्राधीक्षकों, केंद्र पर्यवेक्षकों और पेपर समन्वयकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि परीक्षा के सफल संचालन की जिम्मेदारी प्रत्येक कार्मिक की है। इसे समझते हुए निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करवाई जाए। प्रशिक्षण के दौरान कार्मिक अपने अधिकार और दायित्वों को भलीभांति समझ लें और सुनिश्चित करें कि किसी प्रकार की शिथिलता नहीं रहे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) एवं परीक्षा समन्वयक पंकज शर्मा ने बताया कि जिले के 44 परीक्षा केंद्रों पर 23-24 जुलाई को रीट परीक्षा का आयोजन होगा। जिले में 53 हजार 640 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। मास्टर ट्रेनर रमेश ओझा व संदीप जैन ने परीक्षा आयोजन से जुड़े विभिन्न प्रावधानों के बारे में बताया। परीक्षा संचालन के सचिव एवं जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सुरेंद्रसिंह भाटी ने नियमों की जानकारी दी। राजेंद्र खत्री ने व्यवस्थाओं और नियंत्रण कक्ष के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया।
डिमांड राशि जमा करवा चुके स्कूलों में एक महीने में करवाएं कनेक्शन:जिला कलक्टर
बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 42 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड राशि जमा करवाई जा चुकी है। विद्युत विभाग एक महीने में इन स्कूलों में कनेक्शन जारी करे, अन्यथा संबंधित अभियंता के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने मंगलवार को समग्र शिक्षा अभियान और पोषाहार प्रबंधन की बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। डिमांड राशि जमा करवाए जाने के बावजूद कनेक्शन जारी नहीं करने को उन्होंने गंभीरता से लिया और यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 60 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड नोट जारी करने संबंधी आवेदन कर दिया है। सभी का परीक्षण करते हुए सात दिनों में डिमांड नोट जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले का एक भी स्कूल विद्युत कनेक्शन से वंचित नहीं रहे, इस दिशा में सतत कार्यवाही की जाए।
जिला कलक्टर ने प्रत्येक राजकीय एवं निजी स्कूल में बुधवार को आयरन डे आयोजित करने के निर्देश दिए तथा कहा कि स्कूलों में आयरन फाॅलिक एसिड की पर्याप्त टेबलेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित ब्लाॅक सीएमओ और ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी आपसी समन्वय रखें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो। उन्होंने शनिवार को नो बैग डे के अवसर पर प्रत्येक निजी और सरकारी स्कूल में ‘गुड टच बैड टच’ और ‘माहवारी स्वच्छता प्रबंधन’ विषय पर चार-चार कार्यशालाएं अनिवार्य रूप से आयोजित करने तथा इनका रिकाॅर्ड संधारित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि बाल गोपाल योजना के नियमों का भली प्रकार से अध्ययन कर लिया जाए तथा सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक स्कूल में प्रभावी तरीके से इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले की स्कूलों से गत सत्र में पांचवी, आठवीं और दसवीं उत्तीर्ण कोई भी बच्चा ड्राॅप आउट नहीं हो। इसके लिए आगे पढ़े हम अभियान के तहत प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि जिले का कोई भी विद्यालय खेल मैदान विहीन नहीं रहे, इसके लिए प्रस्ताव संबंधित उपखण्ड अधिकारी को उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने विभिन्न निर्माण कार्य निर्धारित समय और गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ. राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक अनिल अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीएल मीणा, अतिरिक्त परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा गजानंद सेवग, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लोकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत नोखा में हुई कार्यवाही
मावा, घी, दूध, रसगुल्ला, भुजिया व मसाले के लिए नमूने
बीकानेर, 19 जुलाई। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोखा शहर के बाजारों में कार्यवाही की गई। विभिन्न क्षेत्रों के 5 प्रतिष्ठानों से 7 नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बनवारी लाल मीणा ने बताया कि नोखा के मुख्य बाजार में तहसीलदार नरेन्द्र बापेड़िया तथा ब्लॉक सीएमओ डॉ श्याम बजाज के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के दल द्वारा 5 प्रतिष्ठानों की जांच की गई। यहां से दूध, घी, मावा, रसगुल्ला, भुजिया व धनिया पाउडर के नमूने संग्रहित किए गए। दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी महमूद अली, सुरेंद्र कुमार व सुखदेव शामिल रहे।
नापासर में लगेगा खाद्य लाइसेंस व पंजीकरण शिविर
खाद्य सुरक्षा अधिकारी महमूद अली ने बताया कि राज्य खाद्य सुरक्षा आयुक्त सुनील शर्मा के निर्देशानुसार प्रत्येक तहसील में क्रमवार खाद्य लाइसेंस शिविर लगाए जा रहे हैं। इस क्रम में बुधवार को नापासर में शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर नापासर रीको औद्योगिक क्षेत्र स्थित मदर डेयरी प्लांट परिसर में आयोजित किया जाएगा। क्षेत्र के खाद्य व्यापारी शिविर में प्रातः 10:00 से सांय 5:00 बजे तक अपने खाद्य व्यापार का पंजीकरण व लाइसेंस आवेदन कर सकेंगे।
बीस सूत्री,पंद्रह सूत्री और फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत सेंपलिंग बढ़ाने के निर्देश
बीकानेर, 20 जुलाई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बुधवार को बीस सूत्री और पंद्रह सूत्री कार्यक्रम तथा फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। जिला कलक्टर ने कहा कि फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ आमजन को मिले, इसके लिए सभी विभाग अपने स्तर पर प्रगति को साप्ताहिक रुप से मॉनिटर करें। जिला कलक्टर ने कहा कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में तेजी लाते हुए सेंपलिंग संख्या बढ़ाई जाए। आमजन के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं हो इसे सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिले के समस्त शहरी क्षेत्रों से अधिक से अधिक सेंपल लेकर जांच के लिए भिजवाएं। बाट माप शुद्धता के लिए भी औचक निरीक्षण करें तथा समीक्षा बैठक में पूरी प्रगति रिपोर्ट के साथ आएं।
जिला कलक्टर ने खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत जिले को आवंटित गेहूं के समय पर उठाव व वितरण की जानकारी ली और कहा कि जिन राशनकार्ड पर लम्बे समय से राशन का उठाव नहीं हो रहा है। उन्हें सूची से हटवाने की कार्यवाही प्राथमिकता से की जाए।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत अब तक 10 हजार 322 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। विभिन्न सरकारी विभागों में वर्तमान में जिले में 2 हजार 239 अभ्यर्थियों को इंटर्नशिप ज्वाइन की है।
प्रस्तावित इंदिरा रसोई के लिए पूरी रखें तैयारी
जिला कलक्टर ने कहा कि समस्त नगरीय निकाय क्षेत्रों में प्रस्तावित इंदिरा गांधी रसोई के लिए तैयारी पूरी कर ली जाए। भवन, बिजली-पानी इत्यादि की सुविधाएं सुचारू रूप से उपलब्ध रहे यह सुनिश्चित किया जाए। जिला कलक्टर ने घर-घर औषधि योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जुलाई माह में पौधारोपण कार्य में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री किसान मित्र योजना में अब तक हुई प्रगति पर असंतोष जताते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिन किसानों के बिल बकाया हैं और बार-बार नोटिस के बावजूद बिल भरने की कार्रवाई नहीं हुई है उनके कनेक्शन काटे जाएं। जिला कलक्टर ने कृषि विपणन, उद्योग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, ऊर्जा शिक्षा व वन विभाग की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।
समयबद्ध रूप से पूरे हों लक्ष्य
जिला कलक्टर ने 20 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा की और कहा कि कार्यक्रम के तहत निर्धारित किए गए लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने की दिशा में काम करें । उन्होंने कहा कि सभी जिला अधिकारी लक्ष्य के विरुद्ध हुई प्रगति की जांच करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्र खोलना बाकी है, वहां चयन का काम जल्द किया जाए। जिला कलक्टर ने 20 सूत्री कार्यक्रम में जल जीवन मिशन के तहत प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
योजनाओं का करें प्रचार प्रसार
बैठक में 15 सूत्री कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि जिले में ऐसे अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित करें जहां अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण व विकास कार्यों के प्रस्ताव भिजवाए जा सके। जिला कलक्टर ने मदरसों में पोषाहार वितरण की स्थिति, कौशल विकास आदि की जानकारी ली।
भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि अल्पसंख्यक विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिकतम पात्र लोगों को मिले इसके लिए अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएं।
यह रहे बैठक में मौजूद
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन)ओम प्रकाश, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, सीएमएचओ डॉ बीएल मीना, रसद अधिकारी भागुराम महला, पीएचईडी अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
रीट परीक्षार्थियों के लिए भोजन और ठहरने संबंधी बैठक पर हुई चर्चा
बीकानेर, 20 जुलाई। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के लिए विभिन्न जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों के ठहरने और भोजन की सुगम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई।
बैठक में विभिन्न सामाजिक संगठनों, धर्मशालाओं, सामुदायिक भवनों के प्रबंधकों, इंदिरा रसोई संचालकों के साथ अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (नगर) पंकज शर्मा एवं नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिरदा ने व्यवस्थाओं संबंधी चर्चा की।
इस दौरान सभी संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों से बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के प्रति अतिथि भाव रखते हुए पूर्व की भांति ठहरने व भोजन व्यवस्था में सहयोग करने का आह्वान किया गया। संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने पूर्ण सहयोग का विश्वास दिलाया।
शोभासर जलाशय पर रख-रखाव के कारण गुरुवार को आंशिक रूप से प्रभावित रहेगी जलापूर्ति
बीकानेर, 20 जुलाई । शहर के शोभासर जलाशय से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में गुरुवार को जलापूर्ति आंशिक रूप से प्रभावित रहेगी। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियंता विजय वर्मा ने बताया कि शोभासर के स्वच्छ जल पम्पिंग स्टेशन और रॉ वाटर पम्पिंग स्टेशन पर पम्प मोटर संधारण कार्य करवाने के कारण सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक मरमत व संधारण का कार्य होगा, इसलिए जलापूर्ति आंशिक रूप से बाधित रहेगी।
बैंक सखी व राखी निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
बीकानेर, 20 जुलाई। भारतीय स्टेट बैंक एवं राजिविका के संयुक्त तत्वाधान में आरसेटी परिसर में स्वयं सहायता समूह के सदस्यों हेतु राखी निर्माण एवं बैंक सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का मंगलवार को समापन हुआ।
राजीविका प्रभारी योगेश कुमार चोबदार ने बताया कि स्वंय सहायता समूह से जुडी महिलाओं को आरसेटी बीकानेर द्वारा 6 दिवसीय राखी निर्माण प्रशिक्षण दिया गया। इसमें 21 महिलाओं ने भाग लिया। साथ ही बैंक सखी प्रशिक्षण कार्यकम में 20 महिलाओं ने आईआईबीएफ द्वारा आयोजित परीक्षा पास की। उन्होंने बताया कि आरसेटी बीकानेर में निर्मित राखियाँ विक्रय हेतु जिला उद्योग केंद्र द्वारा स्वंय सहायता समूह के लिए उपलब्ध करवाई ग्रामीण हाट की निर्धारित दुकानों पर भेजी जाएगी ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक एवं जिला परियोजना समन्वयक, राजिविका मंजू नैण गोदारा, संस्थान निदेशक दिनेश कुमार जैन, राजिविका अधिकारी रघुनाथ सिद्ध डूडी मौजूद रहे। डूडी ने आजीविका से जुडी विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत करवाया। जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद बैंक द्वारा स्वरोजगार स्थापित करने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार लाभार्थियों को ऋण की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी । सरकार की पात्रता अनुसार सामाजिक सुरक्षा तथा बैंकिंग सुविधा से भी प्रशिक्षणार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगा फहराने की भी अपील की ।
संस्थान निदेशक दिनेश कुमार जैन ने बताया कि संस्थान में विभिन्न प्रशिक्षणार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण सामग्री, मशीन टूल किट एवम् डे- बोर्डिंग की व्यवस्था उपलब्ध करवाई गयी। संस्थान निदेशक ने आगामी प्रशिक्षण कार्यक्रमों से भी अवगत करवाया । उन्होंने बताया कि आरसेटी से प्रशिक्षित लाभार्थियों हेतु ऋण आवेदन की प्रकिया जारी है, स्वरोजगार स्थापित करने हेतु लाभार्थी संस्थान के माध्यम से ऋण आवेदन भेज सकते हैं। कपिल पुरोहित द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।
बेसिक पी.जी. कॉलेज में फेयरवेल पार्टी में विद्यार्थियों ने मचाई धूम
मोहित सोलंकी बने मिस्टर फेयरवेल सुमेधा गहलोत को मिस फेयरवेल खिताब
बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में बीएससी तथा बीकाम संकाय के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए समारोहपूर्वक विदाई दी गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रामजी व्यास, अध्यक्ष प्रबंधन समिति, विशिष्ट अतिथि श्री प्रदीप जोशी, डॉ. कलाम अकादमी, डॉ. धीरज कल्ला, वरिष्ठ सदस्य प्रबंधन समिति तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने की। इस अवसर पर मिस्टर एण्ड मिस फेयरवेल हेतु निर्णायक दल की भूमिका में श्रीमती अमीना, प्राचार्य राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय, मुरलीधर व्यास नगर, श्रीमती ममता कल्ला, एडवोकेट श्रीमती अर्चना थानवी, पूर्व अध्यक्षा लॉयन्स क्लब रही।
कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती के पूजन व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को विश्वास, साहस, धैर्य तथा कठिन परिश्रम से भविष्य में आगे बढ़ने की सलाह दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। डॉ. पुरोहित ने कहा कि महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी सदैव महाविद्यालय के अभिन्न् अंग बनकर रहेंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री प्रदीप जोशी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी छात्र-छात्राएं आगे आने वाली हर चुनौती को एक अवसर के रूप में लेते हुए धैर्य के साथ आगे बढ़ें। सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है इसलिए कठिन मेहनत करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर रहें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों को बड़े सपने देखने चाहिए और उन बड़ो सपनों को पूरा करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा के साथ प्रयास करना चाहिए। श्री व्यास ने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ कई उदाहरणों एवं घटनाओं को बताते हुए समझाया कि वे किस प्रकार अपने भविष्य को और उज्ज्वल बना सकते हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. धीरज कल्ला ने विद्यार्थियों की दिनचर्या एवं गुणों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला तथा विद्यार्थी जीवन में अध्ययन को तनावमुक्त, एकाग्र चित्त मन से भयमुक्त होकर रहने के लिए आध्यात्मिकता योग, शारीरिक एवं नैतिक शिक्षा के बारे में जानकारी दी। डॉ. कल्ला ने छात्रों को बताया कि उन्होंने महाविद्यालय जीवन में जो भी सीखा है उन्हें भविष्य में उन सभी गुणों को अपने क्षेत्र में जाकर साझा करें।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बैलून गेम, कैटवाक, म्यूजिकल चेयर आदि विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर अंतिम वर्ष के छात्रों ने अपने तीन सालों के दौरान जो अनुभव और ज्ञान प्राप्त किया उसे सभी के साथ साझा किया। कार्यक्रम में निर्णायक दल द्वारा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों में से मिस्टर फेयरवेल - मोहित सोलंकी, मिस फेयरवेल - सुमेधा गहलोत, मिस्टर पर्सनेल्टी - लक्ष्मीनारायण, मिस पर्सनेल्टी - महिमा व्यास, मिस्टर गुड लुकिंग - मोहित जोशी, मिस एडोरेबल - आयुषी तिवाड़ी को चुना गया। जिन्हें पुरस्कार एवं गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, श्री वासुदेव पंवार, श्रीमती प्रभा बिस्सा, श्री सौरभ महात्मा, सुश्री संध्या व्यास, सुश्री श्वेता पुरोहित, श्रीमती जयश्री, श्रीमती ज्योति, श्री गणेश दास व्यास, श्री लोकेश पुरोहित, श्री अविनाश गहलोत, श्री हितेश पुरोहित सहित महाविद्यालय के प्रथम वर्ष तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं का उल्लेखनीय योगदान रहा । इस अवसर पर महाविद्यालय के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा प्राचार्य तथा प्राध्यापकों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया तथा जूनियर छात्रों के द्वारा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को स्मृति के रूप में उपहार दिए गए।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
एक ही छत्त के नीचे उपलब्ध रहेंगे अनेक उत्पाद,मैजेस्टिक एक्सपो 6 से
बीकानेर। त्यौहारी सीजन में एक ही छत्त के नीचे महिलाओं के द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी बीकानेर में लगने जा रही है। महिला स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मैजेस्टिक एक्सपो के रूप में एग्जीबिशन 6 व 7 अगस्त को लगाई जा रही है। रानीबाजार स्थित ऋषभ गार्डन के हॉल में आयोजित विशाल एग्जिबिशन में महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों व विक्रय कार्यों की अनेक श्रृंखलाएं दिखाई देगी। एग्जीबिशन की आयोजक राखी चौरडिया ने बताया कि आम महिलाओं की जागृति व उनको व्यवसायिक प्लेटफार्म देने के उद्देश्य से यह एग्जीबिशन लगाई जा रही है। दो दिवसीय मैजेस्टिक एक्सपों में क्लोथिंग,एसेसरीज,ज्वैलरी,होम डेकोर,फूड आईटम,हैण्डीक्राफ्ट,फुटवियर की लगभग 50 स्टालें लगाई जा रही है। बीकानेर के साथ- साथ अहमदाबाद, बैगलोंर, चण्डीगढ़, दिल्ली, जोधपुर से भी विक्रेता यहां अपनी स्टॉल लगाकर आमजन के लिए वाजिब दाम पर उत्पाद उपलब्ध कराएंगें। एग्जीबिशन का उद्घाटन 6 अगस्त को किया जाएगा। उद्घाटन किया जाएगा।
जीवन में पुण्य से बड़ा कोई साथी नहीं- 1008 आचार्य श्री विजयराज जी म.सा.
बीकानेर। श्री जैन शान्त-क्रान्ति श्रावक संघ के 1008 आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने बुधवार को सेठ धनराज ढढ्ढा की कोटड़ी में चल रहे स्वर्णीम दीक्षा पर्व के चातुर्मास के नित्य प्रवचन मे पुण्य, पाप,रोग और राग तथा शांति के बारे में प्रवचन देते हुए कहा कि महापुरुष फरमाते हैं, संसार में चार तरह के मानव होते हैं। कुछ मानव नाम के लिए जीते हैं, कुछ काम के लिए, कुछ आराम के लिए और कुछ परमधाम के लिए जीते हैं। यह मानव की चार श्रेणियां होती है। । इन चार श्रेणियों में हम किस श्रेणी के लिए जीते हैं, यह हमें तय करना होता है।
आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने कहा कि चार श्रेणियों में जो तीन श्रेणी है नाम, काम और आराम, इन श्रेणियों में जीने वाले साधारण मानव होते हैं लेकिन जो चौथी श्रेणी में जीवन जीेते हैं वह सर्वश्रेष्ठ होते हैं। महाराज साहब ने कहा कि परमधाम के लिए जीने वालों का जीवन ही उत्कृष्ट होता है।
महाराज साहब ने बताया कि एक शिष्य ने गुरु से पूछा ‘पुण्य क्या है..?’ गुरु ने कहा वत्स पुण्य जीवन का सच्चा साथी है। पुण्य साधना का बल है, प्रगति का फल है और सफलता का फल है। आचार्य श्री ने कहा कि एक प्रश्न है पुण्य कब किया जाए..?, इस पर उन्होंने बताया कि जीवन में पुण्य से बड़ा कोई साथी नहीं है। जब तक हाथ में लाठी ना आए और देह की माटी ना बने इससे पहले पुण्य अर्जन कर लेना चाहिए। महाराज साहब ने कहा कि पुण्य स्वार्थी नहीं होता है, अगर आपने धर्म किया है तो पुण्य आपके साथ रहेगा। जैसे आपकी छाया आपके साथ हर पल रहती है ठीक वैसे ही पुण्य सदैव आपके साथ रहता है।
महाराज साहब ने कहा कि एक शिष्य ने गुरु से पूछा कि रोग क्या है..?, इस पर महाराज साहब ने कहा कि गुरु ने बताया तन की और मन की विकृति ही रोग है। अगर तन हमारा प्रकृति के साथ जीता है तो हमें आरोग्य बना देता है। इसलिए हमारा लक्ष्य भोग नहीं, योग होना चाहिए, हमारा लक्ष्य वासना नहीं उपासना होना चाहिए। महाराज साहब ने कहा कि जितना ध्यान योग, उपासना, साधना में रहता है उतनी ही साता बढ़ती है। हम आरोग्य रहते हैं। महाराज साहब ने एक अन्य प्रश्न शांति का आधार क्या है..?, इस पर उन्होंने बताया कि स्वयं से दोस्ती करना साधना है। महापुरुष कहते हैं, स्वयं से दोस्ती करोगे तो शांति मिलेगी, दुनिया से दोस्ती करना अशांति प्राप्त करना है। लेकिन सब दुनिया से दोस्ती करते हैं, स्वयं से दोस्ती नहीं करना चाहते और यही अशांति का कारण है। आचार्य श्री ने कहा कि शांति चाहिए तो साधना करनी होगी, महाराज साहब ने कहा कि पुण्य की उपस्थिति में बड़ी से बड़ी समस्या छोटी बन जाती है और पुण्य की अनुपस्थिति हो तो छोटी से छोटी समस्या भी बड़े रूप में सामने आकर खड़ी हो जाती है। इसलिए जब तक जीवन रूपी दीप में आयुष रूपी तेल है और सांस रूपी बाती जल रही है, जितना पुण्य कमा सकते हो, कमा लो, जीतना ध्यान सामायिक में लगा सकते हो, लगाओ, सुनो, सुनोगे तो समझ में आएगा और जब समझ में आएगा तो करोगे, करने से धारण होगा। व्याख्यान में उपस्थित संत, महासती एवं श्रावक श्राविकाओं ने आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब के साथ ज्ञान भजन ‘साधना ही शांति का आधार है, धर्म बिन यह जिंदगी बेकार है, दूसरों की दोस्तों हम देखते, क्या नहीं खुद दोष के भंडार है’ का सामूहिक संगान किया। श्री जैन शान्त-क्रान्ति श्रावक संघ के अध्यक्ष विजय कुमार लोढ़ा ने बताया कि प्रवचन विराम पश्चात महाराज साहब ने श्रावक-श्राविकाओं को तेला, आयम्बिल, उपवास, एकासना करने वालों को आशीर्वाद दिया। साथ ही 24 जुलाई को होने वाले सामूहिक दयाव्रत तथा 29 जुलाई को महासती नानुकंवर म.सा. की स्मृति दिवस पर होने वाले आयम्बिल कार्यक्रम की जानकारी दीदी गई! आचार्य श्री विजयराज जी म. सा. के दर्शनलाभ और प्रवचन तथा मंगलिक का लाभ लेने के लिए नागौर, कर्नाटक, कुकनूर और मद्रास से श्रावक- श्राविकाऐं भी बीकानेर पधारे!
पुण्य के उदय पर जहाज उड़ते हैं
महाराज साहब ने कहा कि जैन धर्म में 63 शलाका पुरुषों में 24 तीर्थंकर, 12 चक्रवर्ती, 9 बलभद्र,9 वासुदेव और 9 प्रति वासुदेव हैं। इनमें शुभौम चक्रवर्ती थे। वे बहुत बड़े तपस्वी महापुरुष थे । एक बार वे अपने पांच सौ दीवानों के साथ हवाई यात्रा कर रहे थे। उनकी सेवा में दो हजार देवता लगे रहते थे। हजार दांए और हजार बांई और रहते थे। एक बार हवाई यात्रा में दो हजार देवता उनके चक्कों के स्थान पर लगे थे। उनमें से एक देवता के मन में आया कि जहां दो हजार देवता चक्के के स्थान पर लगे हैं। उनमें से एक मैं हाथ हटा लेता हूं तो क्या फर्क पडऩे वाला है। ऐसा मन में विचार आने पर देवता ने अपना हाथ खींच लिया। इस प्रकार यही सवाल सभी देवताओं के मन में उठा और सभी ने एक-एक कर हाथ खींच लिए। ऐसा करने पर शुभौम चक्रवर्ती का हवाई जहाज जो गहरे समुन्द्र के बीच उड़ रहा था, वह नीचे गिरा और समुन्द्र में पांच सौ दीवानों सहित समा गया और सबकी जल समाधी हो गई। ऐसा होने के बाद देवताओं ने विचार किया कि ऐसा कैसे हुआ..?, भगवान से जब पूछा गया तो इसका कारण उन्होंने बताया कि उनके पुण्य का क्षय हो गया, इसलिए उनका जहाज डूब गया। महाराज साहब ने कहा कि शुभौम चक्रवर्ती के साथ जब तक पुण्य था, जहाज उड़ रहे थे, देवता सेवा में लगे थे। लेकिन जैसे ही पुण्य का क्षय हुआ , देवता का साथ छूट गया और उड़ता हवाई जहाज भी डूब गया। पुण्य के अभाव में जब शुभौम चक्रवर्ती का जहाज डूब सकता है तो आप और हम क्या हैं। इसलिए इस भव से पार पाना है तो पुण्य का उदय करो, पुण्य का अर्जन करो।
जोग संजोग टाइम्स,
माटी परियोजना: हिम्मतासर में कृषक गोष्ठी आयोजित
अब तक 442 गोष्ठियों से 14 हजार 276 किसानों तक पहुंचाई कृषि संबंधी जानकारी
बीकानेर, 19 जुलाई। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर चलाई जा रही माटी परियोजना के तहत मंगलवार को हिम्मतासर गांव में कृषि गोष्ठी आयोजित हुई।
इस दौरान किसानों को मृदा स्वास्थ्य, जैविक एवं संरक्षित खेती, फसल विविधिकरण, पशुपालन, कीट एवं व्याधि प्रबंधन और प्रधानमंत्री फसल बीमा की जानकारी दी गई। कृषि लागत मूल्य घटाने के साथ उत्पादन एवं आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया
उप निदेशक कृषि (वि.) कैलाश चौधरी ने बताया कि परियोजना के पहले चरण में 16 मई से गांवों में किसान गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इन गोष्ठियों में किसानों से सीधा संवाद किया जाकर उनकी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जा रहा है।
चौधरी ने बताया कि दूसरे चरण में जिले के 25 गांवों में 1 हजार 240 किसानों की कृषि योग्य भूमि, मृदा की स्थिति, उपलब्ध संसाधन, वर्तमान में की जाने वाली खेती एवं आमदनी, आय एवं उत्पादन बढ़ाने की योजना तथा परिणाम संबंधी रेकार्ड संकलित किया जाएगा। सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ विभिन्न ऋण योजनाओं से इन क्षेत्रों के किसानों को जोड़ने के प्रयास होंगे।
इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र बीकानेर के डॉ. शीशपाल सिंह, नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक रमेश ताम्बिया, सहायक निदेशक कृषि डॉ रामकशोर मेहरा, पशु चिकित्सक डॉ वेदप्रकाश, सांख्यिकी अधिकारी डॉ. मानाराम जाखड़, सहायक कृषि अधिकारी लक्ष्मण सिंह शेखावत और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। संचालन कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत कृषि ने किया।
नव चयनित पटवारियों ने पीबीएम अस्पताल में की साफ सफाई
संभागीय आयुक्त की पहल पर प्रतिदिन एक घंटा करेंगे श्रमदान
बीकानेर, 19 जुलाई । संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की पहल पर राजस्व और उपनिवेशन विभाग के प्रशिक्षु पटवारियों ने पीबीएम अस्पताल परिसर में श्रमदान कर पार्कों की साफ-सफाई की।
यह पटवारी प्रतिदिन एक घंटे श्रमदान करेंगे। इस अवसर पर उपखंड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई ने कहा कि शहर को साफ सुथरा रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस समझते हुए पटवारियों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। इन नवनियुक्त कार्मिकों ने आमजन से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की अपील की और बताया कि 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग, भंडारण और विक्रय पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसकी पूर्ण पालना की जाए। उन्होंने आमजन से बाजार से सामान लाने के लिए कपड़े के थैले का उपयोग करने का आह्वान किया। इस अवसर पर उपखंड पटवार प्रशिक्षण शाला के प्रधानाचार्य मोहम्मद इम्तियाज मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि नवनियुक्त 245 पटवारियों का छह माह का प्रशिक्षण सोमवार से प्रारंभ हुआ। इस दौरान संभागीय आयुक्त ने प्रतिदिन स्वच्छता अभियान संचालित करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने लिया रीट की तैयारियों का जायजा
बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल एवं पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने मंगलवार को राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) से संबंधित तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने कोषालय में प्रश्न पत्रों की सुरक्षा तथा पॉलिटेक्निक कॉलेज में सामग्री संग्रहण व्यवस्था का निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि परीक्षा का आयोजन पूर्ण गंभीरता से किया जाए, इस व्यवस्था से जुड़े प्रत्येक कार्मिक कर्त्तव्यों का प्रभावी निर्वहन करें। उन्होंने यहां नियुक्त कार्मिकों से अब तक की तैयारी के बारे में जाना और टाइमलाइन के अनुरूप सभी कार्य सुनिश्चित करने को कहा।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखी जाएगी। प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त संख्या में जाब्ता तैनात रहेगा।
प्रत्येक कार्मिक की भूमिका महत्वपूर्ण
जिला कलक्टर ने रविंद्र रंगमंच सभागार में आयोजित केंद्राधीक्षकों, केंद्र पर्यवेक्षकों और पेपर समन्वयकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि परीक्षा के सफल संचालन की जिम्मेदारी प्रत्येक कार्मिक की है। इसे समझते हुए निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करवाई जाए। प्रशिक्षण के दौरान कार्मिक अपने अधिकार और दायित्वों को भलीभांति समझ लें और सुनिश्चित करें कि किसी प्रकार की शिथिलता नहीं रहे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) एवं परीक्षा समन्वयक पंकज शर्मा ने बताया कि जिले के 44 परीक्षा केंद्रों पर 23-24 जुलाई को रीट परीक्षा का आयोजन होगा। जिले में 53 हजार 640 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। मास्टर ट्रेनर रमेश ओझा व संदीप जैन ने परीक्षा आयोजन से जुड़े विभिन्न प्रावधानों के बारे में बताया। परीक्षा संचालन के सचिव एवं जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सुरेंद्रसिंह भाटी ने नियमों की जानकारी दी। राजेंद्र खत्री ने व्यवस्थाओं और नियंत्रण कक्ष के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया।
डिमांड राशि जमा करवा चुके स्कूलों में एक महीने में करवाएं कनेक्शन:जिला कलक्टर
बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 42 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड राशि जमा करवाई जा चुकी है। विद्युत विभाग एक महीने में इन स्कूलों में कनेक्शन जारी करे, अन्यथा संबंधित अभियंता के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने मंगलवार को समग्र शिक्षा अभियान और पोषाहार प्रबंधन की बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। डिमांड राशि जमा करवाए जाने के बावजूद कनेक्शन जारी नहीं करने को उन्होंने गंभीरता से लिया और यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 60 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड नोट जारी करने संबंधी आवेदन कर दिया है। सभी का परीक्षण करते हुए सात दिनों में डिमांड नोट जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले का एक भी स्कूल विद्युत कनेक्शन से वंचित नहीं रहे, इस दिशा में सतत कार्यवाही की जाए।
जिला कलक्टर ने प्रत्येक राजकीय एवं निजी स्कूल में बुधवार को आयरन डे आयोजित करने के निर्देश दिए तथा कहा कि स्कूलों में आयरन फाॅलिक एसिड की पर्याप्त टेबलेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित ब्लाॅक सीएमओ और ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी आपसी समन्वय रखें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो। उन्होंने शनिवार को नो बैग डे के अवसर पर प्रत्येक निजी और सरकारी स्कूल में ‘गुड टच बैड टच’ और ‘माहवारी स्वच्छता प्रबंधन’ विषय पर चार-चार कार्यशालाएं अनिवार्य रूप से आयोजित करने तथा इनका रिकाॅर्ड संधारित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि बाल गोपाल योजना के नियमों का भली प्रकार से अध्ययन कर लिया जाए तथा सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक स्कूल में प्रभावी तरीके से इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले की स्कूलों से गत सत्र में पांचवी, आठवीं और दसवीं उत्तीर्ण कोई भी बच्चा ड्राॅप आउट नहीं हो। इसके लिए आगे पढ़े हम अभियान के तहत प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि जिले का कोई भी विद्यालय खेल मैदान विहीन नहीं रहे, इसके लिए प्रस्ताव संबंधित उपखण्ड अधिकारी को उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने विभिन्न निर्माण कार्य निर्धारित समय और गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ. राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक अनिल अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीएल मीणा, अतिरिक्त परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा गजानंद सेवग, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लोकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत नोखा में हुई कार्यवाही
मावा, घी, दूध, रसगुल्ला, भुजिया व मसाले के लिए नमूने
बीकानेर, 19 जुलाई। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोखा शहर के बाजारों में कार्यवाही की गई। विभिन्न क्षेत्रों के 5 प्रतिष्ठानों से 7 नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बनवारी लाल मीणा ने बताया कि नोखा के मुख्य बाजार में तहसीलदार नरेन्द्र बापेड़िया तथा ब्लॉक सीएमओ डॉ श्याम बजाज के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के दल द्वारा 5 प्रतिष्ठानों की जांच की गई। यहां से दूध, घी, मावा, रसगुल्ला, भुजिया व धनिया पाउडर के नमूने संग्रहित किए गए। दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी महमूद अली, सुरेंद्र कुमार व सुखदेव शामिल रहे।
नापासर में लगेगा खाद्य लाइसेंस व पंजीकरण शिविर
खाद्य सुरक्षा अधिकारी महमूद अली ने बताया कि राज्य खाद्य सुरक्षा आयुक्त सुनील शर्मा के निर्देशानुसार प्रत्येक तहसील में क्रमवार खाद्य लाइसेंस शिविर लगाए जा रहे हैं। इस क्रम में बुधवार को नापासर में शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर नापासर रीको औद्योगिक क्षेत्र स्थित मदर डेयरी प्लांट परिसर में आयोजित किया जाएगा। क्षेत्र के खाद्य व्यापारी शिविर में प्रातः 10:00 से सांय 5:00 बजे तक अपने खाद्य व्यापार का पंजीकरण व लाइसेंस आवेदन कर सकेंगे।
बीस सूत्री,पंद्रह सूत्री और फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत सेंपलिंग बढ़ाने के निर्देश
बीकानेर, 20 जुलाई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बुधवार को बीस सूत्री और पंद्रह सूत्री कार्यक्रम तथा फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। जिला कलक्टर ने कहा कि फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ आमजन को मिले, इसके लिए सभी विभाग अपने स्तर पर प्रगति को साप्ताहिक रुप से मॉनिटर करें। जिला कलक्टर ने कहा कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में तेजी लाते हुए सेंपलिंग संख्या बढ़ाई जाए। आमजन के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं हो इसे सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिले के समस्त शहरी क्षेत्रों से अधिक से अधिक सेंपल लेकर जांच के लिए भिजवाएं। बाट माप शुद्धता के लिए भी औचक निरीक्षण करें तथा समीक्षा बैठक में पूरी प्रगति रिपोर्ट के साथ आएं।
जिला कलक्टर ने खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत जिले को आवंटित गेहूं के समय पर उठाव व वितरण की जानकारी ली और कहा कि जिन राशनकार्ड पर लम्बे समय से राशन का उठाव नहीं हो रहा है। उन्हें सूची से हटवाने की कार्यवाही प्राथमिकता से की जाए।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत अब तक 10 हजार 322 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। विभिन्न सरकारी विभागों में वर्तमान में जिले में 2 हजार 239 अभ्यर्थियों को इंटर्नशिप ज्वाइन की है।
प्रस्तावित इंदिरा रसोई के लिए पूरी रखें तैयारी
जिला कलक्टर ने कहा कि समस्त नगरीय निकाय क्षेत्रों में प्रस्तावित इंदिरा गांधी रसोई के लिए तैयारी पूरी कर ली जाए। भवन, बिजली-पानी इत्यादि की सुविधाएं सुचारू रूप से उपलब्ध रहे यह सुनिश्चित किया जाए। जिला कलक्टर ने घर-घर औषधि योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जुलाई माह में पौधारोपण कार्य में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री किसान मित्र योजना में अब तक हुई प्रगति पर असंतोष जताते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिन किसानों के बिल बकाया हैं और बार-बार नोटिस के बावजूद बिल भरने की कार्रवाई नहीं हुई है उनके कनेक्शन काटे जाएं। जिला कलक्टर ने कृषि विपणन, उद्योग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, ऊर्जा शिक्षा व वन विभाग की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।
समयबद्ध रूप से पूरे हों लक्ष्य
जिला कलक्टर ने 20 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा की और कहा कि कार्यक्रम के तहत निर्धारित किए गए लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने की दिशा में काम करें । उन्होंने कहा कि सभी जिला अधिकारी लक्ष्य के विरुद्ध हुई प्रगति की जांच करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्र खोलना बाकी है, वहां चयन का काम जल्द किया जाए। जिला कलक्टर ने 20 सूत्री कार्यक्रम में जल जीवन मिशन के तहत प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
योजनाओं का करें प्रचार प्रसार
बैठक में 15 सूत्री कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि जिले में ऐसे अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित करें जहां अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण व विकास कार्यों के प्रस्ताव भिजवाए जा सके। जिला कलक्टर ने मदरसों में पोषाहार वितरण की स्थिति, कौशल विकास आदि की जानकारी ली।
भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि अल्पसंख्यक विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिकतम पात्र लोगों को मिले इसके लिए अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएं।
यह रहे बैठक में मौजूद
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन)ओम प्रकाश, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, सीएमएचओ डॉ बीएल मीना, रसद अधिकारी भागुराम महला, पीएचईडी अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
रीट परीक्षार्थियों के लिए भोजन और ठहरने संबंधी बैठक पर हुई चर्चा
बीकानेर, 20 जुलाई। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के लिए विभिन्न जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों के ठहरने और भोजन की सुगम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई।
बैठक में विभिन्न सामाजिक संगठनों, धर्मशालाओं, सामुदायिक भवनों के प्रबंधकों, इंदिरा रसोई संचालकों के साथ अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (नगर) पंकज शर्मा एवं नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिरदा ने व्यवस्थाओं संबंधी चर्चा की।
इस दौरान सभी संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों से बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के प्रति अतिथि भाव रखते हुए पूर्व की भांति ठहरने व भोजन व्यवस्था में सहयोग करने का आह्वान किया गया। संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने पूर्ण सहयोग का विश्वास दिलाया।
शोभासर जलाशय पर रख-रखाव के कारण गुरुवार को आंशिक रूप से प्रभावित रहेगी जलापूर्ति
बीकानेर, 20 जुलाई । शहर के शोभासर जलाशय से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में गुरुवार को जलापूर्ति आंशिक रूप से प्रभावित रहेगी। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियंता विजय वर्मा ने बताया कि शोभासर के स्वच्छ जल पम्पिंग स्टेशन और रॉ वाटर पम्पिंग स्टेशन पर पम्प मोटर संधारण कार्य करवाने के कारण सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक मरमत व संधारण का कार्य होगा, इसलिए जलापूर्ति आंशिक रूप से बाधित रहेगी।
बैंक सखी व राखी निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
बीकानेर, 20 जुलाई। भारतीय स्टेट बैंक एवं राजिविका के संयुक्त तत्वाधान में आरसेटी परिसर में स्वयं सहायता समूह के सदस्यों हेतु राखी निर्माण एवं बैंक सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का मंगलवार को समापन हुआ।
राजीविका प्रभारी योगेश कुमार चोबदार ने बताया कि स्वंय सहायता समूह से जुडी महिलाओं को आरसेटी बीकानेर द्वारा 6 दिवसीय राखी निर्माण प्रशिक्षण दिया गया। इसमें 21 महिलाओं ने भाग लिया। साथ ही बैंक सखी प्रशिक्षण कार्यकम में 20 महिलाओं ने आईआईबीएफ द्वारा आयोजित परीक्षा पास की। उन्होंने बताया कि आरसेटी बीकानेर में निर्मित राखियाँ विक्रय हेतु जिला उद्योग केंद्र द्वारा स्वंय सहायता समूह के लिए उपलब्ध करवाई ग्रामीण हाट की निर्धारित दुकानों पर भेजी जाएगी ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक एवं जिला परियोजना समन्वयक, राजिविका मंजू नैण गोदारा, संस्थान निदेशक दिनेश कुमार जैन, राजिविका अधिकारी रघुनाथ सिद्ध डूडी मौजूद रहे। डूडी ने आजीविका से जुडी विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत करवाया। जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद बैंक द्वारा स्वरोजगार स्थापित करने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार लाभार्थियों को ऋण की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी । सरकार की पात्रता अनुसार सामाजिक सुरक्षा तथा बैंकिंग सुविधा से भी प्रशिक्षणार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगा फहराने की भी अपील की ।
संस्थान निदेशक दिनेश कुमार जैन ने बताया कि संस्थान में विभिन्न प्रशिक्षणार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण सामग्री, मशीन टूल किट एवम् डे- बोर्डिंग की व्यवस्था उपलब्ध करवाई गयी। संस्थान निदेशक ने आगामी प्रशिक्षण कार्यक्रमों से भी अवगत करवाया । उन्होंने बताया कि आरसेटी से प्रशिक्षित लाभार्थियों हेतु ऋण आवेदन की प्रकिया जारी है, स्वरोजगार स्थापित करने हेतु लाभार्थी संस्थान के माध्यम से ऋण आवेदन भेज सकते हैं। कपिल पुरोहित द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।
बेसिक पी.जी. कॉलेज में फेयरवेल पार्टी में विद्यार्थियों ने मचाई धूम
मोहित सोलंकी बने मिस्टर फेयरवेल सुमेधा गहलोत को मिस फेयरवेल खिताब
बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में बीएससी तथा बीकाम संकाय के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए समारोहपूर्वक विदाई दी गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रामजी व्यास, अध्यक्ष प्रबंधन समिति, विशिष्ट अतिथि श्री प्रदीप जोशी, डॉ. कलाम अकादमी, डॉ. धीरज कल्ला, वरिष्ठ सदस्य प्रबंधन समिति तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने की। इस अवसर पर मिस्टर एण्ड मिस फेयरवेल हेतु निर्णायक दल की भूमिका में श्रीमती अमीना, प्राचार्य राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय, मुरलीधर व्यास नगर, श्रीमती ममता कल्ला, एडवोकेट श्रीमती अर्चना थानवी, पूर्व अध्यक्षा लॉयन्स क्लब रही।
कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती के पूजन व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को विश्वास, साहस, धैर्य तथा कठिन परिश्रम से भविष्य में आगे बढ़ने की सलाह दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। डॉ. पुरोहित ने कहा कि महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी सदैव महाविद्यालय के अभिन्न् अंग बनकर रहेंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री प्रदीप जोशी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी छात्र-छात्राएं आगे आने वाली हर चुनौती को एक अवसर के रूप में लेते हुए धैर्य के साथ आगे बढ़ें। सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है इसलिए कठिन मेहनत करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर रहें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों को बड़े सपने देखने चाहिए और उन बड़ो सपनों को पूरा करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा के साथ प्रयास करना चाहिए। श्री व्यास ने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ कई उदाहरणों एवं घटनाओं को बताते हुए समझाया कि वे किस प्रकार अपने भविष्य को और उज्ज्वल बना सकते हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. धीरज कल्ला ने विद्यार्थियों की दिनचर्या एवं गुणों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला तथा विद्यार्थी जीवन में अध्ययन को तनावमुक्त, एकाग्र चित्त मन से भयमुक्त होकर रहने के लिए आध्यात्मिकता योग, शारीरिक एवं नैतिक शिक्षा के बारे में जानकारी दी। डॉ. कल्ला ने छात्रों को बताया कि उन्होंने महाविद्यालय जीवन में जो भी सीखा है उन्हें भविष्य में उन सभी गुणों को अपने क्षेत्र में जाकर साझा करें।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बैलून गेम, कैटवाक, म्यूजिकल चेयर आदि विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर अंतिम वर्ष के छात्रों ने अपने तीन सालों के दौरान जो अनुभव और ज्ञान प्राप्त किया उसे सभी के साथ साझा किया। कार्यक्रम में निर्णायक दल द्वारा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों में से मिस्टर फेयरवेल - मोहित सोलंकी, मिस फेयरवेल - सुमेधा गहलोत, मिस्टर पर्सनेल्टी - लक्ष्मीनारायण, मिस पर्सनेल्टी - महिमा व्यास, मिस्टर गुड लुकिंग - मोहित जोशी, मिस एडोरेबल - आयुषी तिवाड़ी को चुना गया। जिन्हें पुरस्कार एवं गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, श्री वासुदेव पंवार, श्रीमती प्रभा बिस्सा, श्री सौरभ महात्मा, सुश्री संध्या व्यास, सुश्री श्वेता पुरोहित, श्रीमती जयश्री, श्रीमती ज्योति, श्री गणेश दास व्यास, श्री लोकेश पुरोहित, श्री अविनाश गहलोत, श्री हितेश पुरोहित सहित महाविद्यालय के प्रथम वर्ष तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं का उल्लेखनीय योगदान रहा । इस अवसर पर महाविद्यालय के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा प्राचार्य तथा प्राध्यापकों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया तथा जूनियर छात्रों के द्वारा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को स्मृति के रूप में उपहार दिए गए।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
एक ही छत्त के नीचे उपलब्ध रहेंगे अनेक उत्पाद,मैजेस्टिक एक्सपो 6 से
बीकानेर। त्यौहारी सीजन में एक ही छत्त के नीचे महिलाओं के द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी बीकानेर में लगने जा रही है। महिला स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मैजेस्टिक एक्सपो के रूप में एग्जीबिशन 6 व 7 अगस्त को लगाई जा रही है। रानीबाजार स्थित ऋषभ गार्डन के हॉल में आयोजित विशाल एग्जिबिशन में महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों व विक्रय कार्यों की अनेक श्रृंखलाएं दिखाई देगी। एग्जीबिशन की आयोजक राखी चौरडिया ने बताया कि आम महिलाओं की जागृति व उनको व्यवसायिक प्लेटफार्म देने के उद्देश्य से यह एग्जीबिशन लगाई जा रही है। दो दिवसीय मैजेस्टिक एक्सपों में क्लोथिंग,एसेसरीज,ज्वैलरी,होम डेकोर,फूड आईटम,हैण्डीक्राफ्ट,फुटवियर की लगभग 50 स्टालें लगाई जा रही है। बीकानेर के साथ- साथ अहमदाबाद, बैगलोंर, चण्डीगढ़, दिल्ली, जोधपुर से भी विक्रेता यहां अपनी स्टॉल लगाकर आमजन के लिए वाजिब दाम पर उत्पाद उपलब्ध कराएंगें। एग्जीबिशन का उद्घाटन 6 अगस्त को किया जाएगा। उद्घाटन किया जाएगा।
जीवन में पुण्य से बड़ा कोई साथी नहीं- 1008 आचार्य श्री विजयराज जी म.सा.
बीकानेर। श्री जैन शान्त-क्रान्ति श्रावक संघ के 1008 आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने बुधवार को सेठ धनराज ढढ्ढा की कोटड़ी में चल रहे स्वर्णीम दीक्षा पर्व के चातुर्मास के नित्य प्रवचन मे पुण्य, पाप,रोग और राग तथा शांति के बारे में प्रवचन देते हुए कहा कि महापुरुष फरमाते हैं, संसार में चार तरह के मानव होते हैं। कुछ मानव नाम के लिए जीते हैं, कुछ काम के लिए, कुछ आराम के लिए और कुछ परमधाम के लिए जीते हैं। यह मानव की चार श्रेणियां होती है। । इन चार श्रेणियों में हम किस श्रेणी के लिए जीते हैं, यह हमें तय करना होता है।
आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने कहा कि चार श्रेणियों में जो तीन श्रेणी है नाम, काम और आराम, इन श्रेणियों में जीने वाले साधारण मानव होते हैं लेकिन जो चौथी श्रेणी में जीवन जीेते हैं वह सर्वश्रेष्ठ होते हैं। महाराज साहब ने कहा कि परमधाम के लिए जीने वालों का जीवन ही उत्कृष्ट होता है।
महाराज साहब ने बताया कि एक शिष्य ने गुरु से पूछा ‘पुण्य क्या है..?’ गुरु ने कहा वत्स पुण्य जीवन का सच्चा साथी है। पुण्य साधना का बल है, प्रगति का फल है और सफलता का फल है। आचार्य श्री ने कहा कि एक प्रश्न है पुण्य कब किया जाए..?, इस पर उन्होंने बताया कि जीवन में पुण्य से बड़ा कोई साथी नहीं है। जब तक हाथ में लाठी ना आए और देह की माटी ना बने इससे पहले पुण्य अर्जन कर लेना चाहिए। महाराज साहब ने कहा कि पुण्य स्वार्थी नहीं होता है, अगर आपने धर्म किया है तो पुण्य आपके साथ रहेगा। जैसे आपकी छाया आपके साथ हर पल रहती है ठीक वैसे ही पुण्य सदैव आपके साथ रहता है।
महाराज साहब ने कहा कि एक शिष्य ने गुरु से पूछा कि रोग क्या है..?, इस पर महाराज साहब ने कहा कि गुरु ने बताया तन की और मन की विकृति ही रोग है। अगर तन हमारा प्रकृति के साथ जीता है तो हमें आरोग्य बना देता है। इसलिए हमारा लक्ष्य भोग नहीं, योग होना चाहिए, हमारा लक्ष्य वासना नहीं उपासना होना चाहिए। महाराज साहब ने कहा कि जितना ध्यान योग, उपासना, साधना में रहता है उतनी ही साता बढ़ती है। हम आरोग्य रहते हैं। महाराज साहब ने एक अन्य प्रश्न शांति का आधार क्या है..?, इस पर उन्होंने बताया कि स्वयं से दोस्ती करना साधना है। महापुरुष कहते हैं, स्वयं से दोस्ती करोगे तो शांति मिलेगी, दुनिया से दोस्ती करना अशांति प्राप्त करना है। लेकिन सब दुनिया से दोस्ती करते हैं, स्वयं से दोस्ती नहीं करना चाहते और यही अशांति का कारण है। आचार्य श्री ने कहा कि शांति चाहिए तो साधना करनी होगी, महाराज साहब ने कहा कि पुण्य की उपस्थिति में बड़ी से बड़ी समस्या छोटी बन जाती है और पुण्य की अनुपस्थिति हो तो छोटी से छोटी समस्या भी बड़े रूप में सामने आकर खड़ी हो जाती है। इसलिए जब तक जीवन रूपी दीप में आयुष रूपी तेल है और सांस रूपी बाती जल रही है, जितना पुण्य कमा सकते हो, कमा लो, जीतना ध्यान सामायिक में लगा सकते हो, लगाओ, सुनो, सुनोगे तो समझ में आएगा और जब समझ में आएगा तो करोगे, करने से धारण होगा। व्याख्यान में उपस्थित संत, महासती एवं श्रावक श्राविकाओं ने आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब के साथ ज्ञान भजन ‘साधना ही शांति का आधार है, धर्म बिन यह जिंदगी बेकार है, दूसरों की दोस्तों हम देखते, क्या नहीं खुद दोष के भंडार है’ का सामूहिक संगान किया। श्री जैन शान्त-क्रान्ति श्रावक संघ के अध्यक्ष विजय कुमार लोढ़ा ने बताया कि प्रवचन विराम पश्चात महाराज साहब ने श्रावक-श्राविकाओं को तेला, आयम्बिल, उपवास, एकासना करने वालों को आशीर्वाद दिया। साथ ही 24 जुलाई को होने वाले सामूहिक दयाव्रत तथा 29 जुलाई को महासती नानुकंवर म.सा. की स्मृति दिवस पर होने वाले आयम्बिल कार्यक्रम की जानकारी दीदी गई! आचार्य श्री विजयराज जी म. सा. के दर्शनलाभ और प्रवचन तथा मंगलिक का लाभ लेने के लिए नागौर, कर्नाटक, कुकनूर और मद्रास से श्रावक- श्राविकाऐं भी बीकानेर पधारे!
पुण्य के उदय पर जहाज उड़ते हैं
महाराज साहब ने कहा कि जैन धर्म में 63 शलाका पुरुषों में 24 तीर्थंकर, 12 चक्रवर्ती, 9 बलभद्र,9 वासुदेव और 9 प्रति वासुदेव हैं। इनमें शुभौम चक्रवर्ती थे। वे बहुत बड़े तपस्वी महापुरुष थे । एक बार वे अपने पांच सौ दीवानों के साथ हवाई यात्रा कर रहे थे। उनकी सेवा में दो हजार देवता लगे रहते थे। हजार दांए और हजार बांई और रहते थे। एक बार हवाई यात्रा में दो हजार देवता उनके चक्कों के स्थान पर लगे थे। उनमें से एक देवता के मन में आया कि जहां दो हजार देवता चक्के के स्थान पर लगे हैं। उनमें से एक मैं हाथ हटा लेता हूं तो क्या फर्क पडऩे वाला है। ऐसा मन में विचार आने पर देवता ने अपना हाथ खींच लिया। इस प्रकार यही सवाल सभी देवताओं के मन में उठा और सभी ने एक-एक कर हाथ खींच लिए। ऐसा करने पर शुभौम चक्रवर्ती का हवाई जहाज जो गहरे समुन्द्र के बीच उड़ रहा था, वह नीचे गिरा और समुन्द्र में पांच सौ दीवानों सहित समा गया और सबकी जल समाधी हो गई। ऐसा होने के बाद देवताओं ने विचार किया कि ऐसा कैसे हुआ..?, भगवान से जब पूछा गया तो इसका कारण उन्होंने बताया कि उनके पुण्य का क्षय हो गया, इसलिए उनका जहाज डूब गया। महाराज साहब ने कहा कि शुभौम चक्रवर्ती के साथ जब तक पुण्य था, जहाज उड़ रहे थे, देवता सेवा में लगे थे। लेकिन जैसे ही पुण्य का क्षय हुआ , देवता का साथ छूट गया और उड़ता हवाई जहाज भी डूब गया। पुण्य के अभाव में जब शुभौम चक्रवर्ती का जहाज डूब सकता है तो आप और हम क्या हैं। इसलिए इस भव से पार पाना है तो पुण्य का उदय करो, पुण्य का अर्जन करो।
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