02 August 2022 11:15 AM
जोग संजोग टाइम्स,
पाकिस्तान के रास्ते भारत आई खतरनाक और वायरल बीमारी ‘लंपी’ से राजस्थान में गौवंश की मौतों का आंकड़ा 2100 हो गया है। जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर सहित 10 जिलों में यह संक्रामक बीमारी कहर बरपा रही है। 40 हजार से ज्यादा गौवंश इसकी चपेट में आ चुके हैं। 90 प्रतिशत गायें इस बीमारी का शिकार होकर दम तोड़ रही हैं। बैल, सांड़, भैसों में भी यह बीमारी फैल रही है। केवल लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जा रहा है। भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी कर बकरियों को होने वाली ‘माता’ से बचाव वाली ‘गोट पॉक्स’ वैक्सीन गौवंश को लगाने की सलाह दी है। केंद्र से साइंटिस्ट्स और पशुओं के डॉक्टर्स की टीम सोमवार को राजस्थान पहुंची है। जोधपुर और नागौर का दौरा कर हालात का जायजा लिया गया है। राजस्थान सरकार के एडिशनल डायरेक्टर, हेल्थ डॉ. एनएम सिंह ने बताया कि टीम गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, सिरोही भी जाएगी। डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद और गुजरा बॉर्डर से सटे जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। वहां निगरानी रखी जा रही है।
राजस्थान के साथ ही गुजरात में भी गाय-भैसों में ‘लंपी’ डिजीज तेजी से फैल रही है। गुजरात के 14 से ज्यादा जिलों में बीमारी फैलने की जानकारी है। गुजरात भी केंद्रीय टीम भेजी गई है। राजस्थान के मेडिकल एक्सपर्ट्स को अंदेशा है कि पाकिस्तान के पंजाब, सिंध और बहावलनगर के रास्ते होकर इसकी देश में फिर से एंट्री हुई है। इस बीमारी का कोई इफेक्टिव इलाज भी मौजूद नहीं है। यह सबसे बड़ी चिन्ता की बात है।
एडिशनल डायरेक्टर, हेल्थ डॉ. एनएम सिंह ने कहा- 90 फीसदी गायों में यह बीमारी है। भैंस भी इसकी चपेट में आ रही हैं। मेडिसिन उपलब्ध करवाने के निर्देश सभी जिलों में दे दिए हैं। इमरजेंसी फंड में 1-1 लाख रुपए हर जिले को पहले ही दे दिया। अलग-अलग जिलों में डिमांड के हिसाब से अब फंड दिया जा रहा है। जैसलमेर में 5 लाख रुपए और दिए गए हैं। सभी प्रभावित जिलों में टीमें लगा दी हैं। पड़ोसी जिलों से भी टीमें भेजी जा रही हैं। नोडल अधिकारी और कलेक्टर्स लगातार मीटिंग कर रहे हैं। पशुपालन मंत्री और सचिव ने सभी जिला कलेक्टर से खुद बात की है। कलेक्टर्स को मॉनिटरिंग रखने को कहा है।
जोग संजोग टाइम्स,
पाकिस्तान के रास्ते भारत आई खतरनाक और वायरल बीमारी ‘लंपी’ से राजस्थान में गौवंश की मौतों का आंकड़ा 2100 हो गया है। जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर सहित 10 जिलों में यह संक्रामक बीमारी कहर बरपा रही है। 40 हजार से ज्यादा गौवंश इसकी चपेट में आ चुके हैं। 90 प्रतिशत गायें इस बीमारी का शिकार होकर दम तोड़ रही हैं। बैल, सांड़, भैसों में भी यह बीमारी फैल रही है। केवल लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जा रहा है। भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी कर बकरियों को होने वाली ‘माता’ से बचाव वाली ‘गोट पॉक्स’ वैक्सीन गौवंश को लगाने की सलाह दी है। केंद्र से साइंटिस्ट्स और पशुओं के डॉक्टर्स की टीम सोमवार को राजस्थान पहुंची है। जोधपुर और नागौर का दौरा कर हालात का जायजा लिया गया है। राजस्थान सरकार के एडिशनल डायरेक्टर, हेल्थ डॉ. एनएम सिंह ने बताया कि टीम गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, सिरोही भी जाएगी। डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद और गुजरा बॉर्डर से सटे जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। वहां निगरानी रखी जा रही है।
राजस्थान के साथ ही गुजरात में भी गाय-भैसों में ‘लंपी’ डिजीज तेजी से फैल रही है। गुजरात के 14 से ज्यादा जिलों में बीमारी फैलने की जानकारी है। गुजरात भी केंद्रीय टीम भेजी गई है। राजस्थान के मेडिकल एक्सपर्ट्स को अंदेशा है कि पाकिस्तान के पंजाब, सिंध और बहावलनगर के रास्ते होकर इसकी देश में फिर से एंट्री हुई है। इस बीमारी का कोई इफेक्टिव इलाज भी मौजूद नहीं है। यह सबसे बड़ी चिन्ता की बात है।
एडिशनल डायरेक्टर, हेल्थ डॉ. एनएम सिंह ने कहा- 90 फीसदी गायों में यह बीमारी है। भैंस भी इसकी चपेट में आ रही हैं। मेडिसिन उपलब्ध करवाने के निर्देश सभी जिलों में दे दिए हैं। इमरजेंसी फंड में 1-1 लाख रुपए हर जिले को पहले ही दे दिया। अलग-अलग जिलों में डिमांड के हिसाब से अब फंड दिया जा रहा है। जैसलमेर में 5 लाख रुपए और दिए गए हैं। सभी प्रभावित जिलों में टीमें लगा दी हैं। पड़ोसी जिलों से भी टीमें भेजी जा रही हैं। नोडल अधिकारी और कलेक्टर्स लगातार मीटिंग कर रहे हैं। पशुपालन मंत्री और सचिव ने सभी जिला कलेक्टर से खुद बात की है। कलेक्टर्स को मॉनिटरिंग रखने को कहा है।
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