15 September 2021 03:56 PM
नोखा के घट्टू गांव में मंगलवार को दो पक्षों में विवाद के बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है। एक पक्ष के लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दूसरा पक्ष युवकों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहा है।
थाने पर मंगलवार शाम को भी जमकर प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद बुधवार को नोखा बंद की घोषणा कर दी गई। सुबह से लोगों ने बाजारों में दुकानें बंद करवा दीं।
दरअसल, मंगलवार को घट्टू गांव में तमिलनाडू से आए कुछ युवकों की गतिविधियों पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस पर नोखा पुलिस को सूचना दी गई। युवकों को लेकर पुलिस नोखा थाने आ गई। देखते ही देखते नोखा थाने के सामने भारी भीड़ जमा हो गई। इन युवकों को जमानत पर छोड़ने को लेकर नाराजगी जताते हुए बुधवार सुबह नोखा बंद करवाया गया।
घंटाघर के पास नारे लगाते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए गए। आरोप लगाया गया कि पुलिस एक पक्ष को समर्थन दे रही है। सुबह 11 बजे तक नोखा के सभी मुख्य बाजार पूरी तरह बंद रहे। आवश्यक सेवाओं के तहत दवाओं की दुकानों को छूट दी गई है, जबकि शेष अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए हैं।
शहर में घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए पुलिस भी तैनात है। सीओ नेमसिंह खुद पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, जबकि थानेदार ईश्वरचंद जांगिड़ भी एरिया में सक्रिय है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी तरह के उग्र विरोध का दृश्य देखने को नहीं मिला। व्यापारी भी बिना किसी विरोध के दुकानें बंद कर रहे हैं। मामले में जिला कलक्टर नमित मेहता ने रिपोर्ट तलब की है।
नोखा के घट्टू गांव में मंगलवार को दो पक्षों में विवाद के बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है। एक पक्ष के लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दूसरा पक्ष युवकों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहा है।
थाने पर मंगलवार शाम को भी जमकर प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद बुधवार को नोखा बंद की घोषणा कर दी गई। सुबह से लोगों ने बाजारों में दुकानें बंद करवा दीं।
दरअसल, मंगलवार को घट्टू गांव में तमिलनाडू से आए कुछ युवकों की गतिविधियों पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस पर नोखा पुलिस को सूचना दी गई। युवकों को लेकर पुलिस नोखा थाने आ गई। देखते ही देखते नोखा थाने के सामने भारी भीड़ जमा हो गई। इन युवकों को जमानत पर छोड़ने को लेकर नाराजगी जताते हुए बुधवार सुबह नोखा बंद करवाया गया।
घंटाघर के पास नारे लगाते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए गए। आरोप लगाया गया कि पुलिस एक पक्ष को समर्थन दे रही है। सुबह 11 बजे तक नोखा के सभी मुख्य बाजार पूरी तरह बंद रहे। आवश्यक सेवाओं के तहत दवाओं की दुकानों को छूट दी गई है, जबकि शेष अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए हैं।
शहर में घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए पुलिस भी तैनात है। सीओ नेमसिंह खुद पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, जबकि थानेदार ईश्वरचंद जांगिड़ भी एरिया में सक्रिय है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी तरह के उग्र विरोध का दृश्य देखने को नहीं मिला। व्यापारी भी बिना किसी विरोध के दुकानें बंद कर रहे हैं। मामले में जिला कलक्टर नमित मेहता ने रिपोर्ट तलब की है।
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