31 January 2023 01:22 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के साथ ही बीकानेर एक बार फिर कोहरे की चपेट में है। इस सर्दी का सर्वाधिक घना कोहरा मंगलवार सुबह ही देखा गया, जब हर तरफ धुंध ही धुंध नजर आई। विजिबिलिटी जैसे दस-पंद्रह फीट की दूरी पर ही खत्म हो रही थी। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, वैसे-वैसे दिखना शुरू तो हुआ लेकिन दस बजे भी कुछ दूरी के बाद कोहरा ही रहा। बीकानेर में तापमान में भी आंशिक गिरावट आई है, बीती रात आठ डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जो पहले नौ तक पहुंच गया था।
मौसम विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक सुबह सात बजे सेटेलाइट चित्र में राज्य के अधिकांश भागों में घना कोहरा छाया हुआ है। बीकानेर संभाग के चारों जिले भी इसी कोहरे में है। पूर्वी राजस्थान में तो कहीं-कहीं बारिश भी हुई है लेकिन पश्चिमी राजस्थान में कहीं भी बारिश होने की सूचना नहीं है। बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू में सोमवार को दिनभर बादल रहे लेकिन बरसे नहीं। रात के समय कारों के कांच पर ओंस की बूंदे आई तो साफ हो गया कि सुबह घना कोहरा रहने वाला है। वैसा हुआ भी है।
स्कूलों में उपस्थिति घटी
सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रशासन ने तो छुट्टी नहीं की, लेकिन अभिभावकों ने अपने स्तर पर बच्चों को छुट्टी दिलाई। दरअसल, कोहरा अधिक था और स्कूल बस सुबह छह से सात बजे के बीच घरों तक पहुंच जाती है। ऐसे में स्कूल ही नहीं भेजा। बीकानेर के अधिकांश स्कूल्स में बीस से तीस परसेंट बच्चें अभी अवकाश पर है।
मावठ का इंतजार
अब बीकानेर में भी मावठ की बारिश का इंतजार हो रहा है। किसानों का मानना है कि फसल के लिए एक और बारिश होनी चाहिए। हालांकि ज्यादा बारिश फसलों का खराब कर सकता है। जैसा कि पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में फसलें बर्बाद हुई है। गैर नहरी क्षेत्र में ही किसान बादल की ओर देख रहा है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के साथ ही बीकानेर एक बार फिर कोहरे की चपेट में है। इस सर्दी का सर्वाधिक घना कोहरा मंगलवार सुबह ही देखा गया, जब हर तरफ धुंध ही धुंध नजर आई। विजिबिलिटी जैसे दस-पंद्रह फीट की दूरी पर ही खत्म हो रही थी। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, वैसे-वैसे दिखना शुरू तो हुआ लेकिन दस बजे भी कुछ दूरी के बाद कोहरा ही रहा। बीकानेर में तापमान में भी आंशिक गिरावट आई है, बीती रात आठ डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जो पहले नौ तक पहुंच गया था।
मौसम विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक सुबह सात बजे सेटेलाइट चित्र में राज्य के अधिकांश भागों में घना कोहरा छाया हुआ है। बीकानेर संभाग के चारों जिले भी इसी कोहरे में है। पूर्वी राजस्थान में तो कहीं-कहीं बारिश भी हुई है लेकिन पश्चिमी राजस्थान में कहीं भी बारिश होने की सूचना नहीं है। बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू में सोमवार को दिनभर बादल रहे लेकिन बरसे नहीं। रात के समय कारों के कांच पर ओंस की बूंदे आई तो साफ हो गया कि सुबह घना कोहरा रहने वाला है। वैसा हुआ भी है।
स्कूलों में उपस्थिति घटी
सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रशासन ने तो छुट्टी नहीं की, लेकिन अभिभावकों ने अपने स्तर पर बच्चों को छुट्टी दिलाई। दरअसल, कोहरा अधिक था और स्कूल बस सुबह छह से सात बजे के बीच घरों तक पहुंच जाती है। ऐसे में स्कूल ही नहीं भेजा। बीकानेर के अधिकांश स्कूल्स में बीस से तीस परसेंट बच्चें अभी अवकाश पर है।
मावठ का इंतजार
अब बीकानेर में भी मावठ की बारिश का इंतजार हो रहा है। किसानों का मानना है कि फसल के लिए एक और बारिश होनी चाहिए। हालांकि ज्यादा बारिश फसलों का खराब कर सकता है। जैसा कि पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में फसलें बर्बाद हुई है। गैर नहरी क्षेत्र में ही किसान बादल की ओर देख रहा है।
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