20 February 2023 03:08 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
निगम की गाड़ी का फर्जी तरीके से पेमेंट उठा कर 45 हजार का गबन किया : मेयर
एसटी की होने के कारण मुझे टॉर्चर किया जा रहा है, मेयर की भी जांच हो : सचिव
निगम में मेयर और अधिकारियों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर सचिव हंसा मीणा से विवाद को लेकर मेयर सुर्खियों में हैं। इस बार भी मामला पुलिस तक जा पहुंचा है। मीणा ने मेयर के खिलाफ चोरी, जातिसूचक शब्दों का उपयोग करने और राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा बीछवाल थाने में दर्ज कराया है। मेयर के खिलाफ चार महीने में यह दूसरी एफआईआर है। उधर मेयर ने भी मीणा के खिलाफ गबन की एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की है।
दरअसल इस बार विवाद कमरे और गाड़ी को लेकर है। मेयर को वह गाड़ी नहीं मिल रही जो हंसा मीणा को आबंटित की गई थी। उस गाड़ी का दो महीने का करीब 45 हजार रुपए का भुगतान उठ चुका है। आयुक्त अरुण प्रकाश शर्मा ने गाड़ी को लेकर सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। हालांकि भुगतान के बिल आयुक्त ने ही वेरिफाई किए थे। बहरहाल इस विवाद के चलते हमने मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित और सचिव हंसा मीणा से सवाल-जवाब किए।
सुशीला कंवर बोलीं-सचिव की गाड़ी जयपुर में, छुट्टी का भी पेमेंट उठाया
Q| बोर्ड के तीन साल के कार्यकाल में आपकी किसी अधिकारी से नहीं बनी। विवाद ही विवाद रहा, ऐसा क्यों?
A| बिल्कुल विवाद रहा है। पालिका एक्ट में सभी के अधिकारी दिए गए हैं। मैंने कभी अपने अधिकार से बाहर जाकर काम नहीं किया। गलत काम का हमेशा विरोध किया है। दरअसल सचिव जहां भी रही विवादों में ही रही हैं।
सचिव हंसा बोलीं-मेयर के खिलाफ कलेक्टर को लिखा, कार्रवाई नहीं हुई
Q| मेयर और आपके बीच क्या विवाद है?
A|पता नहीं क्यों मुझे टारगेट करके टॉर्चर किया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर और आयुक्त को शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। मैंने पहले भी परिवाद दिया था। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उनके हौसले बढ़ गए। अब दुबारा एफआईआर कराई है।
Q| पट्टों को लेकर विवाद शुरू हुआ था। आपकी टेबल की दराज से फाइलें निकलीं?
A|दराज में वे फाइलें थी, जिनके पट्टे जारी हो चुके थे। बिरदा जी के समय जनता के काम हुए, लेकिन मेयर नहीं चाहतीं। उन्होंने पहले मेरी टेबल पर फाइलें पहुंचाई उसके बाद मीडिया को बुला लिया। उनका सारा खेल प्री-प्लान था।
Q| निगम से अनुबंधित गाड़ी को लेकर क्या विवाद है। आपकी गाड़ी जयपुर में बताई जा रही है?
A|मेरी गाड़ी मेरे पास ही है। मैं ऑफिसर ग्रेड में हूं। सरकार मुझे सुविधा देती है। 1500 किमी से ज्यादा पैसा नहीं उठाया। निगम की गाड़ी से ही आना-जाना होता है। निगम में अनधिकृत तरीके से कार्मिकों को गाड़ियां दे रखी हैं। उनकी जांच नहीं की जा रही। मुझे टॉर्चर किया जा रहा है।
Q| निगम अधिकारियों का कहना है कि कार्मिकों को गाड़ियां पट्टा अभियान के दौरान दी गई थी तो गलत कैसे?
A|अकाउंट ऑफिसर का पट्टों से क्या काम। ड्राफ्ट मैन कितनी बार निरीक्षण पर गया। घर से निगम आने-जाने के लिए सरकारी अनुबंधित गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो गलत है। ऐसे कई कर्मचारियों को गाड़ियां दे रखी है जो अधिकृत ही नहीं है।
Q| सुनने में आया है कि भंडार से निजी गाड़ियों में तेल भराया जा रहा है?
A|यह सही है। आयुक्त को बताया जाएगा। एक तरफा कार्यवाही नहीं की जाए। उनकी भी जांच होनी चाहिए। मुझे नोटिस केवल टॉर्चर करने के लिए दिया है। क्योंकि मैं एससी-एसटी की महिला हूं।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
निगम की गाड़ी का फर्जी तरीके से पेमेंट उठा कर 45 हजार का गबन किया : मेयर
एसटी की होने के कारण मुझे टॉर्चर किया जा रहा है, मेयर की भी जांच हो : सचिव
निगम में मेयर और अधिकारियों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर सचिव हंसा मीणा से विवाद को लेकर मेयर सुर्खियों में हैं। इस बार भी मामला पुलिस तक जा पहुंचा है। मीणा ने मेयर के खिलाफ चोरी, जातिसूचक शब्दों का उपयोग करने और राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा बीछवाल थाने में दर्ज कराया है। मेयर के खिलाफ चार महीने में यह दूसरी एफआईआर है। उधर मेयर ने भी मीणा के खिलाफ गबन की एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की है।
दरअसल इस बार विवाद कमरे और गाड़ी को लेकर है। मेयर को वह गाड़ी नहीं मिल रही जो हंसा मीणा को आबंटित की गई थी। उस गाड़ी का दो महीने का करीब 45 हजार रुपए का भुगतान उठ चुका है। आयुक्त अरुण प्रकाश शर्मा ने गाड़ी को लेकर सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। हालांकि भुगतान के बिल आयुक्त ने ही वेरिफाई किए थे। बहरहाल इस विवाद के चलते हमने मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित और सचिव हंसा मीणा से सवाल-जवाब किए।
सुशीला कंवर बोलीं-सचिव की गाड़ी जयपुर में, छुट्टी का भी पेमेंट उठाया
Q| बोर्ड के तीन साल के कार्यकाल में आपकी किसी अधिकारी से नहीं बनी। विवाद ही विवाद रहा, ऐसा क्यों?
A| बिल्कुल विवाद रहा है। पालिका एक्ट में सभी के अधिकारी दिए गए हैं। मैंने कभी अपने अधिकार से बाहर जाकर काम नहीं किया। गलत काम का हमेशा विरोध किया है। दरअसल सचिव जहां भी रही विवादों में ही रही हैं।
सचिव हंसा बोलीं-मेयर के खिलाफ कलेक्टर को लिखा, कार्रवाई नहीं हुई
Q| मेयर और आपके बीच क्या विवाद है?
A|पता नहीं क्यों मुझे टारगेट करके टॉर्चर किया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर और आयुक्त को शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। मैंने पहले भी परिवाद दिया था। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उनके हौसले बढ़ गए। अब दुबारा एफआईआर कराई है।
Q| पट्टों को लेकर विवाद शुरू हुआ था। आपकी टेबल की दराज से फाइलें निकलीं?
A|दराज में वे फाइलें थी, जिनके पट्टे जारी हो चुके थे। बिरदा जी के समय जनता के काम हुए, लेकिन मेयर नहीं चाहतीं। उन्होंने पहले मेरी टेबल पर फाइलें पहुंचाई उसके बाद मीडिया को बुला लिया। उनका सारा खेल प्री-प्लान था।
Q| निगम से अनुबंधित गाड़ी को लेकर क्या विवाद है। आपकी गाड़ी जयपुर में बताई जा रही है?
A|मेरी गाड़ी मेरे पास ही है। मैं ऑफिसर ग्रेड में हूं। सरकार मुझे सुविधा देती है। 1500 किमी से ज्यादा पैसा नहीं उठाया। निगम की गाड़ी से ही आना-जाना होता है। निगम में अनधिकृत तरीके से कार्मिकों को गाड़ियां दे रखी हैं। उनकी जांच नहीं की जा रही। मुझे टॉर्चर किया जा रहा है।
Q| निगम अधिकारियों का कहना है कि कार्मिकों को गाड़ियां पट्टा अभियान के दौरान दी गई थी तो गलत कैसे?
A|अकाउंट ऑफिसर का पट्टों से क्या काम। ड्राफ्ट मैन कितनी बार निरीक्षण पर गया। घर से निगम आने-जाने के लिए सरकारी अनुबंधित गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो गलत है। ऐसे कई कर्मचारियों को गाड़ियां दे रखी है जो अधिकृत ही नहीं है।
Q| सुनने में आया है कि भंडार से निजी गाड़ियों में तेल भराया जा रहा है?
A|यह सही है। आयुक्त को बताया जाएगा। एक तरफा कार्यवाही नहीं की जाए। उनकी भी जांच होनी चाहिए। मुझे नोटिस केवल टॉर्चर करने के लिए दिया है। क्योंकि मैं एससी-एसटी की महिला हूं।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com