05 September 2021 02:28 PM
बीकानेर -प्रार्थी सत्य प्रकाश गहलोत जाति माली निवासी किसमीदेसर द्वारा पुलिस थाना गंगाशहर में एक मुकदमा अंतर्गत धारा 420 467 468 471 120 बी के तहत दिनाक 04. 09. 2021 को दर्ज कराया गया जिसमें जगदीश माली द्वारा प्रार्थी की माता के नाम से वर्ष 2003 में एक फर्जी तरीके से मुख्तियार आम तैयार करवाया गया जिसके द्वारा उक्त जमीन को अपनी चचेरी बहन, अपनी पत्नी व अपनी माता इत्यादि के नाम से बैयनामा निष्पादित करवा कर मालिक बनना चाहा लेकिन प्रार्थी द्वारा आरोप लगाया गया कि मेरी माता जी 2003 से 2014 के बीच में पूर्णतया स्वस्थ थी और वह उप पंजीयक विभाग जाकर बैयनामा निष्पादित करवाने में सक्षम थी 2003 में जो फर्जी तरीके से मुख्तियार बनाया गया है उसमें प्रार्थी के माता के अंगूठे के निशान व गवाह के हस्ताक्षर फर्जी है साथ ही स्टांप खरीद में जो वर्ष दिखाया गया है उसमें भी कांट छांट है जबकि प्रार्थी की माता आशा देवी द्वारा वर्ष 2008 में स्वयं जाकर उप पंजीयक विभाग में जमीन का कुछ हिस्सा विक्रय किया गया था तब 2003 में अपने आप को असक्षम बता कर मुख्तियार आम बनाने का सवाल ही नहीं था जबकि आशा देवी के 10 वारिस मौजूद है जो खुद पढ़े-लिखे व्यापारी व अधिकारी वर्ग में है तो किसी तृतीय पक्ष को मुख्तारआम निष्पादित करवाने का सवाल ही नहीं उठता है इस प्रकार जगदीश माली ने प्रार्थी और उसके भाई बहनों के साथ छल कपट से जमीन हड़पने का प्रयास किया है जिसकी जांच गंगाशहर थाने में चल रही है।
बीकानेर -प्रार्थी सत्य प्रकाश गहलोत जाति माली निवासी किसमीदेसर द्वारा पुलिस थाना गंगाशहर में एक मुकदमा अंतर्गत धारा 420 467 468 471 120 बी के तहत दिनाक 04. 09. 2021 को दर्ज कराया गया जिसमें जगदीश माली द्वारा प्रार्थी की माता के नाम से वर्ष 2003 में एक फर्जी तरीके से मुख्तियार आम तैयार करवाया गया जिसके द्वारा उक्त जमीन को अपनी चचेरी बहन, अपनी पत्नी व अपनी माता इत्यादि के नाम से बैयनामा निष्पादित करवा कर मालिक बनना चाहा लेकिन प्रार्थी द्वारा आरोप लगाया गया कि मेरी माता जी 2003 से 2014 के बीच में पूर्णतया स्वस्थ थी और वह उप पंजीयक विभाग जाकर बैयनामा निष्पादित करवाने में सक्षम थी 2003 में जो फर्जी तरीके से मुख्तियार बनाया गया है उसमें प्रार्थी के माता के अंगूठे के निशान व गवाह के हस्ताक्षर फर्जी है साथ ही स्टांप खरीद में जो वर्ष दिखाया गया है उसमें भी कांट छांट है जबकि प्रार्थी की माता आशा देवी द्वारा वर्ष 2008 में स्वयं जाकर उप पंजीयक विभाग में जमीन का कुछ हिस्सा विक्रय किया गया था तब 2003 में अपने आप को असक्षम बता कर मुख्तियार आम बनाने का सवाल ही नहीं था जबकि आशा देवी के 10 वारिस मौजूद है जो खुद पढ़े-लिखे व्यापारी व अधिकारी वर्ग में है तो किसी तृतीय पक्ष को मुख्तारआम निष्पादित करवाने का सवाल ही नहीं उठता है इस प्रकार जगदीश माली ने प्रार्थी और उसके भाई बहनों के साथ छल कपट से जमीन हड़पने का प्रयास किया है जिसकी जांच गंगाशहर थाने में चल रही है।
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