19 May 2022 12:17 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार हर इंसान का सपना होता है कि वह जीवन में अपने लिए एक अच्छा सा घर बनाएं और अपने परिवार को अच्छे घर में रखें और जीवन यापन करें लेकिन कुछ लोग दुनिया से हटकर होते हैं जिन्हें अपने से ज्यादा दूसरों से लगाओ और प्रेम भावना भी होती है ऐसा ही एक प्रेम भावना का अद्भुत नमूना राजस्थान के बूंदी शहर से देखने को मिला जहां पर पक्षियों की प्रेम भावना की एक मिसाल सामने आई है जानकारी के अनुसार बूंदी शहर में दो भाई भरत राज मीणा और राधेश्याम मीणा अपना घर बनाने से पहले बेजुबान पक्षियों का आशिया बनाने के लिए करीब ₹1000000 की लागत से पक्षी घर का निर्माण करवा रहे हैं। इन दोनों भाइयों की हर तरफ चर्चा हो रही है, साथ ही दोनों भाइयों के पक्षी घर को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। दोनों भाइयों ने पक्षी घर का नाम अपने माता पिता के नाम से फोरी देव रखा है दोनों सरकारी सेवा में कार्यरत हैं. इनमे बड़ा भाई भरतराज मीना जालौर जिले में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर और छोटा भाई राधेश्याम मीना नैनवां क्षेत्र के बाछोला सीनियर स्कूल में भूगोल के व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं. इनके पिता का नाम देव लाल और माता का नाम फोरी भाई था इन्हीं के नाम पर इन्होंने पक्षी घर का नाम फोरीदेव रखा है। पक्षी घर की उचांई 51 फीट रखी गई है. इसके निर्माण के लिए पहले एक 3 गुणा 3 फीट चौड़ाई का 12 फीट लम्बा पिलर बनाया गया है, जिसपर प्लेटफार्म बनाकर 35 मंजिल बनाई गई है. एक मंजिल पर 16 घरौंदें बनाये गए हैं.
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार हर इंसान का सपना होता है कि वह जीवन में अपने लिए एक अच्छा सा घर बनाएं और अपने परिवार को अच्छे घर में रखें और जीवन यापन करें लेकिन कुछ लोग दुनिया से हटकर होते हैं जिन्हें अपने से ज्यादा दूसरों से लगाओ और प्रेम भावना भी होती है ऐसा ही एक प्रेम भावना का अद्भुत नमूना राजस्थान के बूंदी शहर से देखने को मिला जहां पर पक्षियों की प्रेम भावना की एक मिसाल सामने आई है जानकारी के अनुसार बूंदी शहर में दो भाई भरत राज मीणा और राधेश्याम मीणा अपना घर बनाने से पहले बेजुबान पक्षियों का आशिया बनाने के लिए करीब ₹1000000 की लागत से पक्षी घर का निर्माण करवा रहे हैं। इन दोनों भाइयों की हर तरफ चर्चा हो रही है, साथ ही दोनों भाइयों के पक्षी घर को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। दोनों भाइयों ने पक्षी घर का नाम अपने माता पिता के नाम से फोरी देव रखा है दोनों सरकारी सेवा में कार्यरत हैं. इनमे बड़ा भाई भरतराज मीना जालौर जिले में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर और छोटा भाई राधेश्याम मीना नैनवां क्षेत्र के बाछोला सीनियर स्कूल में भूगोल के व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं. इनके पिता का नाम देव लाल और माता का नाम फोरी भाई था इन्हीं के नाम पर इन्होंने पक्षी घर का नाम फोरीदेव रखा है। पक्षी घर की उचांई 51 फीट रखी गई है. इसके निर्माण के लिए पहले एक 3 गुणा 3 फीट चौड़ाई का 12 फीट लम्बा पिलर बनाया गया है, जिसपर प्लेटफार्म बनाकर 35 मंजिल बनाई गई है. एक मंजिल पर 16 घरौंदें बनाये गए हैं.
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01 March 2023 01:36 PM
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