22 March 2022 11:59 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
लूणकरनसर में सोमवार की रात एक युवक को अज्ञात वाहन चालक टक्कर मारकर भाग गया। इस टक्कर से सड़क पर सिर के बल गिरे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर मारने वाला वाहन अगर वहां रुककर इस युवक को अस्पताल पहुंचाता तो शायद बच सकता था। सुबह राहगीरों ने देखा कि एक युवक बेसुध पड़ा है। बाद में पता चला कि वो मृत अवस्था में है। राहगीरों ने लूणकरनसर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसका शव उठाया।लूणकरनसर से कांकड़वाला की ओर जाने वाले रास्ते पर अज्ञात आदमी तेज वाहन से इस युवक को टक्कर देकर भागा है। ये हादसा कांकड़वाला रोड पर 9 सीएचडी 50 की पुली के पास हुआ है। उसकी पहचान फूलदेसर गांव के भागीरथ कड़वासरा के रूप में हुई है। उसका शव अब लूणकरनसर के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। जहां आज ही उसका पोस्टमार्टम होगा। भागीरथ के परिजन भी मोर्चरी पहुंच गए हैं।
रातभर सूनसान रहती है सड़क दरअसल, ये रास्ता हाइवे का नहीं है, ऐसे में रात के समय आवागमन भी कम रहता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि टक्कर लगने के बाद भागीरथ काफी समय तक तड़फता रहा होगा। उसे तुरंत इलाज मिलता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। हर एंगल से जांच होगी,
अब पुलिस इस मामले में एक्सीडेंट सहित सभी एंगल से जांच करेगी। देर रात किस वाहन से उसे टक्कर लगी है और टक्कर गलती से लगी तो उसे अस्पताल क्यों नहीं पहुंचाया गया। दरअसल, इस रास्ते पर ऐसा कोई संसाधन नहीं है जिससे गाड़ी की पहचान आसानी से हो सके।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
लूणकरनसर में सोमवार की रात एक युवक को अज्ञात वाहन चालक टक्कर मारकर भाग गया। इस टक्कर से सड़क पर सिर के बल गिरे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर मारने वाला वाहन अगर वहां रुककर इस युवक को अस्पताल पहुंचाता तो शायद बच सकता था। सुबह राहगीरों ने देखा कि एक युवक बेसुध पड़ा है। बाद में पता चला कि वो मृत अवस्था में है। राहगीरों ने लूणकरनसर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसका शव उठाया।लूणकरनसर से कांकड़वाला की ओर जाने वाले रास्ते पर अज्ञात आदमी तेज वाहन से इस युवक को टक्कर देकर भागा है। ये हादसा कांकड़वाला रोड पर 9 सीएचडी 50 की पुली के पास हुआ है। उसकी पहचान फूलदेसर गांव के भागीरथ कड़वासरा के रूप में हुई है। उसका शव अब लूणकरनसर के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। जहां आज ही उसका पोस्टमार्टम होगा। भागीरथ के परिजन भी मोर्चरी पहुंच गए हैं।
रातभर सूनसान रहती है सड़क दरअसल, ये रास्ता हाइवे का नहीं है, ऐसे में रात के समय आवागमन भी कम रहता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि टक्कर लगने के बाद भागीरथ काफी समय तक तड़फता रहा होगा। उसे तुरंत इलाज मिलता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। हर एंगल से जांच होगी,
अब पुलिस इस मामले में एक्सीडेंट सहित सभी एंगल से जांच करेगी। देर रात किस वाहन से उसे टक्कर लगी है और टक्कर गलती से लगी तो उसे अस्पताल क्यों नहीं पहुंचाया गया। दरअसल, इस रास्ते पर ऐसा कोई संसाधन नहीं है जिससे गाड़ी की पहचान आसानी से हो सके।
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01 January 2022 11:42 AM
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