14 January 2023 12:49 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं क्लास में छात्रवृत्ति के लिए रविवार को नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा -2023 होगी। राज्यभर के 95 हजार 565 अभ्यर्थियों के लिए या परीक्षा प्रदेश में 339 परीक्षा केंद्रों पर एक पारी में सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की जाएगी। बीकानेर से चार हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा में चयनित होने वाले विद्यार्थियों को आगामी 4 वर्षों के लिए कुल 48 हजार की छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाएगा। तीन घंटे के इस एग्जाम में विद्यार्थियों से कुल 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र दो भागों में होगा।
जिसमें 90 प्रश्न मानसिक योग्यता परीक्षण (मेट) और दूसरा शैक्षिक योग्यता परीक्षण का होगा। मेट में 90 बहु विकल्पीय प्रश्नों के जरिए विद्यार्थियों की तर्क क्षमता और आलोचनात्मक सोच की जांच की जाएगी। जबकि सेट में 90 बहुवैकल्पिक प्रश्न कक्षा सातवीं और आठवीं के विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और गणित विषय से संबंधित होंगे। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम 40% अंक अनिवार्य है। एससी-एसटी श्रेणी के अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में न्यूनतम 32% अंक जरूरी है। दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थियों को अपनी श्रेणी में 3% आरक्षण नियमानुसार दे होगा।
राज्य का कोटा 5471, पात्रता के लिए जिला मेरिट में आना जरूरी
परीक्षा इंचार्ज कपिला कंठालिया ने बताया कि एनएमएमएस योजना में राजस्थान राज्य का कोटा 5471 निर्धारित है। जिसका जिलेवार और श्रेणी वार वर्गीकरण किया गया है। छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए अभ्यर्थी का जिला मेरिट में आना जरूरी है। परीक्षा में इस बार प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी। पिछली बार की तुलना में 24 हजार विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में आवेदन किया है।
पिछले साल परीक्षा में रही 66.44 फीसदी उपस्थिति
स्कॉलरशिप एग्जाम में छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। दरअसल, पिछले साल इस परीक्षा के लिए राज्य की सरकारी स्कूलों से 71331 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। लेकिन परीक्षा में 66.44% उपस्थिति ही दर्ज की गई। 23936 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
एनएमएमएस एक केन्द्र प्रायोजित छात्रवृति योजना है। आर्थिक रूप से कमजोर एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट रोकने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत 2008 में हुई थी। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को कक्षा 9वीं से 12 वीं तक हर साल 12 हजार रुपए छात्रवृति मिलेगी। -कमलेंद्र सिंह राणावत, नोडल ऑफिसर, एनएमएमएस परीक्षा
राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं क्लास में छात्रवृत्ति के लिए रविवार को नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा -2023 होगी। राज्यभर के 95 हजार 565 अभ्यर्थियों के लिए या परीक्षा प्रदेश में 339 परीक्षा केंद्रों पर एक पारी में सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की जाएगी। बीकानेर से चार हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा में चयनित होने वाले विद्यार्थियों को आगामी 4 वर्षों के लिए कुल 48 हजार की छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाएगा। तीन घंटे के इस एग्जाम में विद्यार्थियों से कुल 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र दो भागों में होगा।
जिसमें 90 प्रश्न मानसिक योग्यता परीक्षण (मेट) और दूसरा शैक्षिक योग्यता परीक्षण का होगा। मेट में 90 बहु विकल्पीय प्रश्नों के जरिए विद्यार्थियों की तर्क क्षमता और आलोचनात्मक सोच की जांच की जाएगी। जबकि सेट में 90 बहुवैकल्पिक प्रश्न कक्षा सातवीं और आठवीं के विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और गणित विषय से संबंधित होंगे। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम 40% अंक अनिवार्य है। एससी-एसटी श्रेणी के अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में न्यूनतम 32% अंक जरूरी है। दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थियों को अपनी श्रेणी में 3% आरक्षण नियमानुसार दे होगा।
राज्य का कोटा 5471, पात्रता के लिए जिला मेरिट में आना जरूरी
परीक्षा इंचार्ज कपिला कंठालिया ने बताया कि एनएमएमएस योजना में राजस्थान राज्य का कोटा 5471 निर्धारित है। जिसका जिलेवार और श्रेणी वार वर्गीकरण किया गया है। छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए अभ्यर्थी का जिला मेरिट में आना जरूरी है। परीक्षा में इस बार प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी। पिछली बार की तुलना में 24 हजार विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में आवेदन किया है।
पिछले साल परीक्षा में रही 66.44 फीसदी उपस्थिति
स्कॉलरशिप एग्जाम में छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। दरअसल, पिछले साल इस परीक्षा के लिए राज्य की सरकारी स्कूलों से 71331 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। लेकिन परीक्षा में 66.44% उपस्थिति ही दर्ज की गई। 23936 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
एनएमएमएस एक केन्द्र प्रायोजित छात्रवृति योजना है। आर्थिक रूप से कमजोर एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट रोकने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत 2008 में हुई थी। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को कक्षा 9वीं से 12 वीं तक हर साल 12 हजार रुपए छात्रवृति मिलेगी। -कमलेंद्र सिंह राणावत, नोडल ऑफिसर, एनएमएमएस परीक्षा
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं क्लास में छात्रवृत्ति के लिए रविवार को नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा -2023 होगी। राज्यभर के 95 हजार 565 अभ्यर्थियों के लिए या परीक्षा प्रदेश में 339 परीक्षा केंद्रों पर एक पारी में सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की जाएगी। बीकानेर से चार हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा में चयनित होने वाले विद्यार्थियों को आगामी 4 वर्षों के लिए कुल 48 हजार की छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाएगा। तीन घंटे के इस एग्जाम में विद्यार्थियों से कुल 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र दो भागों में होगा।
जिसमें 90 प्रश्न मानसिक योग्यता परीक्षण (मेट) और दूसरा शैक्षिक योग्यता परीक्षण का होगा। मेट में 90 बहु विकल्पीय प्रश्नों के जरिए विद्यार्थियों की तर्क क्षमता और आलोचनात्मक सोच की जांच की जाएगी। जबकि सेट में 90 बहुवैकल्पिक प्रश्न कक्षा सातवीं और आठवीं के विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और गणित विषय से संबंधित होंगे। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम 40% अंक अनिवार्य है। एससी-एसटी श्रेणी के अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में न्यूनतम 32% अंक जरूरी है। दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थियों को अपनी श्रेणी में 3% आरक्षण नियमानुसार दे होगा।
राज्य का कोटा 5471, पात्रता के लिए जिला मेरिट में आना जरूरी
परीक्षा इंचार्ज कपिला कंठालिया ने बताया कि एनएमएमएस योजना में राजस्थान राज्य का कोटा 5471 निर्धारित है। जिसका जिलेवार और श्रेणी वार वर्गीकरण किया गया है। छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए अभ्यर्थी का जिला मेरिट में आना जरूरी है। परीक्षा में इस बार प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी। पिछली बार की तुलना में 24 हजार विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में आवेदन किया है।
पिछले साल परीक्षा में रही 66.44 फीसदी उपस्थिति
स्कॉलरशिप एग्जाम में छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। दरअसल, पिछले साल इस परीक्षा के लिए राज्य की सरकारी स्कूलों से 71331 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। लेकिन परीक्षा में 66.44% उपस्थिति ही दर्ज की गई। 23936 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
एनएमएमएस एक केन्द्र प्रायोजित छात्रवृति योजना है। आर्थिक रूप से कमजोर एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट रोकने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत 2008 में हुई थी। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को कक्षा 9वीं से 12 वीं तक हर साल 12 हजार रुपए छात्रवृति मिलेगी। -कमलेंद्र सिंह राणावत, नोडल ऑफिसर, एनएमएमएस परीक्षा
राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं क्लास में छात्रवृत्ति के लिए रविवार को नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा -2023 होगी। राज्यभर के 95 हजार 565 अभ्यर्थियों के लिए या परीक्षा प्रदेश में 339 परीक्षा केंद्रों पर एक पारी में सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की जाएगी। बीकानेर से चार हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा में चयनित होने वाले विद्यार्थियों को आगामी 4 वर्षों के लिए कुल 48 हजार की छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाएगा। तीन घंटे के इस एग्जाम में विद्यार्थियों से कुल 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र दो भागों में होगा।
जिसमें 90 प्रश्न मानसिक योग्यता परीक्षण (मेट) और दूसरा शैक्षिक योग्यता परीक्षण का होगा। मेट में 90 बहु विकल्पीय प्रश्नों के जरिए विद्यार्थियों की तर्क क्षमता और आलोचनात्मक सोच की जांच की जाएगी। जबकि सेट में 90 बहुवैकल्पिक प्रश्न कक्षा सातवीं और आठवीं के विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और गणित विषय से संबंधित होंगे। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम 40% अंक अनिवार्य है। एससी-एसटी श्रेणी के अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में न्यूनतम 32% अंक जरूरी है। दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थियों को अपनी श्रेणी में 3% आरक्षण नियमानुसार दे होगा।
राज्य का कोटा 5471, पात्रता के लिए जिला मेरिट में आना जरूरी
परीक्षा इंचार्ज कपिला कंठालिया ने बताया कि एनएमएमएस योजना में राजस्थान राज्य का कोटा 5471 निर्धारित है। जिसका जिलेवार और श्रेणी वार वर्गीकरण किया गया है। छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए अभ्यर्थी का जिला मेरिट में आना जरूरी है। परीक्षा में इस बार प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी। पिछली बार की तुलना में 24 हजार विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में आवेदन किया है।
पिछले साल परीक्षा में रही 66.44 फीसदी उपस्थिति
स्कॉलरशिप एग्जाम में छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। दरअसल, पिछले साल इस परीक्षा के लिए राज्य की सरकारी स्कूलों से 71331 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। लेकिन परीक्षा में 66.44% उपस्थिति ही दर्ज की गई। 23936 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
एनएमएमएस एक केन्द्र प्रायोजित छात्रवृति योजना है। आर्थिक रूप से कमजोर एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट रोकने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत 2008 में हुई थी। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को कक्षा 9वीं से 12 वीं तक हर साल 12 हजार रुपए छात्रवृति मिलेगी। -कमलेंद्र सिंह राणावत, नोडल ऑफिसर, एनएमएमएस परीक्षा
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