12 September 2021 10:23 AM
खुद को VDO (विलेज डेवलपमेंट ऑफिसर) बताकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 2 युवकों से 6 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर परबतसर थाना क्षेत्र में दो युवाओं को पंचायतीराज विभाग में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। युवकों को फर्जी जॉइनिंग लेटर भी दिया। पीड़ितों ने शुक्रवार को फर्जी VDO सहित 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
SHO रूपाराम ने बताया कि रामसिंह पुत्र ओमप्रकाश बावरी निवासी परबतसर व राकेश बावरी पुत्र राधेश्याम बावरी निवासी मंगलाना ने 3 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि दोनों बेरोजगार हैं। करीब 9 महीने पहले उनके किसी रिश्तेदार के साथ संतोष कुमार पुत्र मांगीलाल मेघवाल निवासी खंगार अपने भाई जयराम के साथ मिला। संतोष खुद को सुजानगढ़ पंचायत समिति में VDO बताया और पंचायतीराज विभाग में क्लर्क की भर्ती की जानकारी दी। उसने दोनों से कहा कि अगर वो उसे 3-3 लाख रुपए दें तो वो उनकी क्लर्क की नौकरी लगवा सकता है। इस पर दोनों उसके झांसे में आ गए। 7 फरवरी 2021 को संतोष कुमार को शंकरलाल पुत्र पन्नालाल व सुमेर पुत्र पन्नालाल की मौजूदगी में दोनों ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपए दिए।
उन्होंने बताया कि 7 दिन बाद संतोष ने उनके शैक्षणिक दस्तावेज, आवेदन फॉर्म और बकाया 3 लाख रुपए मांगे। उसे बाकी रकम भी दी गई। संतोष, राकेश व रामसिंह को लेकर जयपुर स्थित शासन सचिवालय ले गया। यहां खुद से बड़ा अधिकारी बताकर अशोक नाम के व्यक्ति ने उन्हें पंचायतीराज विभाग का 27 जनवरी 2021 के अपॉइंटमेंट लेटर दिया। आरोपियों ने कहा कि तुम दोनों की बांसवाड़ा और चूरू में क्लर्क के पद पर नियुक्ति हो गई है। कोरोना और लॉकडाउन खत्म होने के बाद जॉइनिंग करवा देंगे। इसके बाद दोनों को वापस गांव भेज दिया।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद से दोनों पीड़ित युवकों ने संतोष कुमार, अशोक और जयराम को फोन लगाया। जॉइनिंग की बात की तो आरोपी बात को टालने लगे। इसके बाद फोन बंद कर दिए। इसके बाद पीड़िों को संदेह हुआ। छानबीन करने पर पता चला कि संतोष कुमार कहीं VDO नहीं है। उनका अपॉइंटमेंट लेटर ही फर्जी है।
खुद को VDO (विलेज डेवलपमेंट ऑफिसर) बताकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 2 युवकों से 6 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर परबतसर थाना क्षेत्र में दो युवाओं को पंचायतीराज विभाग में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। युवकों को फर्जी जॉइनिंग लेटर भी दिया। पीड़ितों ने शुक्रवार को फर्जी VDO सहित 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
SHO रूपाराम ने बताया कि रामसिंह पुत्र ओमप्रकाश बावरी निवासी परबतसर व राकेश बावरी पुत्र राधेश्याम बावरी निवासी मंगलाना ने 3 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि दोनों बेरोजगार हैं। करीब 9 महीने पहले उनके किसी रिश्तेदार के साथ संतोष कुमार पुत्र मांगीलाल मेघवाल निवासी खंगार अपने भाई जयराम के साथ मिला। संतोष खुद को सुजानगढ़ पंचायत समिति में VDO बताया और पंचायतीराज विभाग में क्लर्क की भर्ती की जानकारी दी। उसने दोनों से कहा कि अगर वो उसे 3-3 लाख रुपए दें तो वो उनकी क्लर्क की नौकरी लगवा सकता है। इस पर दोनों उसके झांसे में आ गए। 7 फरवरी 2021 को संतोष कुमार को शंकरलाल पुत्र पन्नालाल व सुमेर पुत्र पन्नालाल की मौजूदगी में दोनों ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपए दिए।
उन्होंने बताया कि 7 दिन बाद संतोष ने उनके शैक्षणिक दस्तावेज, आवेदन फॉर्म और बकाया 3 लाख रुपए मांगे। उसे बाकी रकम भी दी गई। संतोष, राकेश व रामसिंह को लेकर जयपुर स्थित शासन सचिवालय ले गया। यहां खुद से बड़ा अधिकारी बताकर अशोक नाम के व्यक्ति ने उन्हें पंचायतीराज विभाग का 27 जनवरी 2021 के अपॉइंटमेंट लेटर दिया। आरोपियों ने कहा कि तुम दोनों की बांसवाड़ा और चूरू में क्लर्क के पद पर नियुक्ति हो गई है। कोरोना और लॉकडाउन खत्म होने के बाद जॉइनिंग करवा देंगे। इसके बाद दोनों को वापस गांव भेज दिया।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद से दोनों पीड़ित युवकों ने संतोष कुमार, अशोक और जयराम को फोन लगाया। जॉइनिंग की बात की तो आरोपी बात को टालने लगे। इसके बाद फोन बंद कर दिए। इसके बाद पीड़िों को संदेह हुआ। छानबीन करने पर पता चला कि संतोष कुमार कहीं VDO नहीं है। उनका अपॉइंटमेंट लेटर ही फर्जी है।
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07 September 2021 01:04 PM
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