02 June 2021 11:34 AM
बीकानेर। ब्लैक फंगस से पीड़ित एक और रोगी की मंगलवार को मौत हो गई। इसके साथ ही इस बीमारी से दम तोड़ने वालों की संख्या सात हो गई है। जिस 42 वर्षीय रोगी की मृत्यु हुई है वह एमसीएच कोविड हॉस्पिटल में गंभीर हालत में भर्ती था। वहीं से जांच के लिए सैंपल भेजा और रिपोर्ट आने तक मौत हो गई। इसके साथ ही मंगलवार को भी सात नए रोगी रिपाेर्ट हुए हैं।
ऐसे में पीबीएम हॉस्पिटल में अब तक 42 राेगियों में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है। कई मरीज स्थिति गंभीर होने के बाद पहुंच रहे हैं। इसके बावजूद जो रोगी फंगस पॉजिटिव हैं उनकी जान बचाने के लिए जल्द से जल्द सभी जांचें करवाकर सर्जरी करना पहली प्राथमिकता होगी।
इसी को देखते हुए ईएनटी के सीनियर प्रोफेसर एचओडी डॉ.दीपचंद, एनस्थिसिया की विभागाध्यक्ष डॉ.सोनाली, डॉ.गौरव गुप्ता आदि की टीम ने अब सुबह से शाम तक दो शिफ्टों में सर्जरी करने का निर्णय लिया है। बुधवार को सात मरीजों की सर्जरी अब तक तय हो चुकी है। जरूरत पड़ने पर इससे ज्यादा केस भी होंगे। इनमें दो सर्जरी आंख की है। संभवतया इन दो रोगियों की आंख निकालनी होगी।
चिंता: इंजेक्शन की आपूर्ति बढ़ानी होगी
रोगियों की बढ़ती संख्या और कम होती इंजेक्शन की आपूर्ति चिंता बढ़ा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्जरी के बाद भी लगभग चार सप्ताह तक नियमित तौर पर एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन लगते हैं। ऐसे में इंजेक्शन पूरे नहीं लगे तो सर्जरी के बाद भी जान का संकट हो सकता है।
नए वार्डों में भर्ती करेंगे: म्यूकोर माइकोसिस के रोगी बढ़ने के साथ ही इस बीमारी से पीड़ितों के लिए दो और वार्ड रिजर्व किए गए हैं। बुधवार से इन वार्डों में मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
बीकानेर। ब्लैक फंगस से पीड़ित एक और रोगी की मंगलवार को मौत हो गई। इसके साथ ही इस बीमारी से दम तोड़ने वालों की संख्या सात हो गई है। जिस 42 वर्षीय रोगी की मृत्यु हुई है वह एमसीएच कोविड हॉस्पिटल में गंभीर हालत में भर्ती था। वहीं से जांच के लिए सैंपल भेजा और रिपोर्ट आने तक मौत हो गई। इसके साथ ही मंगलवार को भी सात नए रोगी रिपाेर्ट हुए हैं।
ऐसे में पीबीएम हॉस्पिटल में अब तक 42 राेगियों में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है। कई मरीज स्थिति गंभीर होने के बाद पहुंच रहे हैं। इसके बावजूद जो रोगी फंगस पॉजिटिव हैं उनकी जान बचाने के लिए जल्द से जल्द सभी जांचें करवाकर सर्जरी करना पहली प्राथमिकता होगी।
इसी को देखते हुए ईएनटी के सीनियर प्रोफेसर एचओडी डॉ.दीपचंद, एनस्थिसिया की विभागाध्यक्ष डॉ.सोनाली, डॉ.गौरव गुप्ता आदि की टीम ने अब सुबह से शाम तक दो शिफ्टों में सर्जरी करने का निर्णय लिया है। बुधवार को सात मरीजों की सर्जरी अब तक तय हो चुकी है। जरूरत पड़ने पर इससे ज्यादा केस भी होंगे। इनमें दो सर्जरी आंख की है। संभवतया इन दो रोगियों की आंख निकालनी होगी।
चिंता: इंजेक्शन की आपूर्ति बढ़ानी होगी
रोगियों की बढ़ती संख्या और कम होती इंजेक्शन की आपूर्ति चिंता बढ़ा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्जरी के बाद भी लगभग चार सप्ताह तक नियमित तौर पर एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन लगते हैं। ऐसे में इंजेक्शन पूरे नहीं लगे तो सर्जरी के बाद भी जान का संकट हो सकता है।
नए वार्डों में भर्ती करेंगे: म्यूकोर माइकोसिस के रोगी बढ़ने के साथ ही इस बीमारी से पीड़ितों के लिए दो और वार्ड रिजर्व किए गए हैं। बुधवार से इन वार्डों में मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
RELATED ARTICLES
30 December 2021 02:24 PM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com