07 May 2022 02:41 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार शहर की साढ़े आठ लाख आबादी काे एक दिन छाेड़कर पानी मिल रहा है। नहरी महकमे ने शहर की जनता की तकलीफ दूर करने के लिए इस साल दाेनाें जलाशयाें काे पानी देने का इंतजाम किया है लेकिन जहां नहर विभाग के हाथ में पानी की कमान रही वहां पूरी तरह पानी पहुंचा लेकिन जहां पीएचईडी ने ली वहां ना शहर काे पूरा पानी मिला ना गांव काे।
500-500 क्यूसेक पानी दाेनाें जलाशयाें के लिए पहले ही सुरक्षित कर दिया गया था। चूक ये हाे गई कि बीछवाल जलाशय के लिए नहर विभाग ने जलदाय विभाग काे 500 क्यूसेक पानी सुपुर्द कर दिया। वहीं जिस बूंद-बूंद पानी के लिए राजस्थान तरस रहा है उसी के हिस्से का पानी सात दिन तक पाकिस्तान भेजा जाएगा। इसमें सरकार से लेकर बीबीएमबी की भी स्वीकृति है क्याेंकि नहरबंदी के दाैरान पंजाब की फैक्ट्रियाें का केमिकल इस पानी में घुला है।
आईजीएनपी की तरह पीएचईडी ने प्रबंधन किया होता तो आधा शहर भी उतनी ही राहत पाता...
पानी की सदगति: नहर विभाग ने मैनेजमेंट संभाला तो शोभासर फिर भरेगा, 4.5 लाख लोगों को राहत
नहर विभाग ने शाेभासर जलाशय काे देने वाला पानी आरडी 750 हैड पर संभालकर रखा। पानी की पूरी कस्टडी नहर विभाग के हाथ में रही। अब जब शाेभासर में ढाई मीटर तक पानी रह गया ताे गुरुवार रात में ही इसे फिर भरने के लिए 200 क्यूसेक पानी छाेड़ा गया। 100 क्यूसेक पानी शुक्रवार काे भी छाेड़ा गया। 100 क्यूसेक शनिवार काे दिया जाएगा। इस लिहाज से अब 25 अप्रैल तक सप्लाई के लिए जलाशय में पानी पहुंच गया है। इससे साढ़े चार लाख आबादी को परेशानी नहीं होगी।
पानी की दुर्गति: प्रबंधन पीएचईडी के हवाले किया गया तो पानी ना गांव काे मिला ना ही शहर काे
नहर विभाग ने जितना पानी शोभासर के लिए सुरक्षित रखा था उतना ही बीछवाल के लिए लेकिन बीछवाल के लिए छोड़ा गया पानी पीएचईडी के नियंत्रण में जाने से वो पानी ना तो बीकानेर शहर को पूरा मिला ना गांव को। अधिकारियों में मतभेद हो गया जिससे कुप्रबंधन हो गया। अभी भी कंवरसेन लिफ्ट में पानी पड़ा है पर वो अब शहर में नहीं आ सकता। अभी भी नहर में पड़ा पानी सूख रहा है। अगर नहर विभाग इसका नियंत्रण करता तो यहां भी पानी मिल जाता।
पानी की अधोगति: पंजाब ने केमिकल का पानी नहीं रोका, नहर का बचा पानी पाक में छोड़ेंगे
19 अप्रैल से हरिके बैराज से नहर में पानी देना पूरी तरह बंद है। इस बीच हरिके बैराज से ऊपर पानी रुका हुआ है। पीछे से पंजाब की फैक्ट्रियाें का केमिकल सतलुज नदी से हाेते हुए हरिके बैराज पर इकट्ठा हाे गया। चार दिन पहले जब नहर अधिकारियाें ने देखा ताे केमिकल का पानी साफ देखा गया। फिर भाखड़ा-व्यास मैनेजमेंट बाेर्ड की टेक्निकल कमेटी की बैठक में तय हुआ कि केमिकल युक्त पानी 13 से 19 मई तक पाकिस्तान छाेड़ा जाएगा।
हमने जो वादा किया उतना पानी दिया
हमने बीछवाल और शाेभासर जलाशय काे जितना पानी देने का वादा किया था वाे पूरा कर दिया। कंवरसेन काे 500 क्यूसेक दिया था जिसे पीएचईडी ने अपने हिसाब से यूज किया। अब शाेभासर जलाशय काे 400 क्यूसेक पानी छाेड़ दिया है। -हरीश छतवानी, एसई, आईजीएनपी रेगुलेशन
आईजीएनपी पानी दे रहा है:एसई
हां, आईजीएनपी से हमें पानी मिलने लगा है। 300 क्यूसेक पानी गजनेर लिफ्ट में छाेड़ा गया जाे हम पंप करके जलाशय में लेंगे। 100 क्यूसेक और मिलेगा। अभी ढाई मीटर के करीब जलाशय में पानी है। नहर से जाे पानी मिला उससे एक बार जलाशय फुल हाे जाएगा
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार शहर की साढ़े आठ लाख आबादी काे एक दिन छाेड़कर पानी मिल रहा है। नहरी महकमे ने शहर की जनता की तकलीफ दूर करने के लिए इस साल दाेनाें जलाशयाें काे पानी देने का इंतजाम किया है लेकिन जहां नहर विभाग के हाथ में पानी की कमान रही वहां पूरी तरह पानी पहुंचा लेकिन जहां पीएचईडी ने ली वहां ना शहर काे पूरा पानी मिला ना गांव काे।
500-500 क्यूसेक पानी दाेनाें जलाशयाें के लिए पहले ही सुरक्षित कर दिया गया था। चूक ये हाे गई कि बीछवाल जलाशय के लिए नहर विभाग ने जलदाय विभाग काे 500 क्यूसेक पानी सुपुर्द कर दिया। वहीं जिस बूंद-बूंद पानी के लिए राजस्थान तरस रहा है उसी के हिस्से का पानी सात दिन तक पाकिस्तान भेजा जाएगा। इसमें सरकार से लेकर बीबीएमबी की भी स्वीकृति है क्याेंकि नहरबंदी के दाैरान पंजाब की फैक्ट्रियाें का केमिकल इस पानी में घुला है।
आईजीएनपी की तरह पीएचईडी ने प्रबंधन किया होता तो आधा शहर भी उतनी ही राहत पाता...
पानी की सदगति: नहर विभाग ने मैनेजमेंट संभाला तो शोभासर फिर भरेगा, 4.5 लाख लोगों को राहत
नहर विभाग ने शाेभासर जलाशय काे देने वाला पानी आरडी 750 हैड पर संभालकर रखा। पानी की पूरी कस्टडी नहर विभाग के हाथ में रही। अब जब शाेभासर में ढाई मीटर तक पानी रह गया ताे गुरुवार रात में ही इसे फिर भरने के लिए 200 क्यूसेक पानी छाेड़ा गया। 100 क्यूसेक पानी शुक्रवार काे भी छाेड़ा गया। 100 क्यूसेक शनिवार काे दिया जाएगा। इस लिहाज से अब 25 अप्रैल तक सप्लाई के लिए जलाशय में पानी पहुंच गया है। इससे साढ़े चार लाख आबादी को परेशानी नहीं होगी।
पानी की दुर्गति: प्रबंधन पीएचईडी के हवाले किया गया तो पानी ना गांव काे मिला ना ही शहर काे
नहर विभाग ने जितना पानी शोभासर के लिए सुरक्षित रखा था उतना ही बीछवाल के लिए लेकिन बीछवाल के लिए छोड़ा गया पानी पीएचईडी के नियंत्रण में जाने से वो पानी ना तो बीकानेर शहर को पूरा मिला ना गांव को। अधिकारियों में मतभेद हो गया जिससे कुप्रबंधन हो गया। अभी भी कंवरसेन लिफ्ट में पानी पड़ा है पर वो अब शहर में नहीं आ सकता। अभी भी नहर में पड़ा पानी सूख रहा है। अगर नहर विभाग इसका नियंत्रण करता तो यहां भी पानी मिल जाता।
पानी की अधोगति: पंजाब ने केमिकल का पानी नहीं रोका, नहर का बचा पानी पाक में छोड़ेंगे
19 अप्रैल से हरिके बैराज से नहर में पानी देना पूरी तरह बंद है। इस बीच हरिके बैराज से ऊपर पानी रुका हुआ है। पीछे से पंजाब की फैक्ट्रियाें का केमिकल सतलुज नदी से हाेते हुए हरिके बैराज पर इकट्ठा हाे गया। चार दिन पहले जब नहर अधिकारियाें ने देखा ताे केमिकल का पानी साफ देखा गया। फिर भाखड़ा-व्यास मैनेजमेंट बाेर्ड की टेक्निकल कमेटी की बैठक में तय हुआ कि केमिकल युक्त पानी 13 से 19 मई तक पाकिस्तान छाेड़ा जाएगा।
हमने जो वादा किया उतना पानी दिया
हमने बीछवाल और शाेभासर जलाशय काे जितना पानी देने का वादा किया था वाे पूरा कर दिया। कंवरसेन काे 500 क्यूसेक दिया था जिसे पीएचईडी ने अपने हिसाब से यूज किया। अब शाेभासर जलाशय काे 400 क्यूसेक पानी छाेड़ दिया है। -हरीश छतवानी, एसई, आईजीएनपी रेगुलेशन
आईजीएनपी पानी दे रहा है:एसई
हां, आईजीएनपी से हमें पानी मिलने लगा है। 300 क्यूसेक पानी गजनेर लिफ्ट में छाेड़ा गया जाे हम पंप करके जलाशय में लेंगे। 100 क्यूसेक और मिलेगा। अभी ढाई मीटर के करीब जलाशय में पानी है। नहर से जाे पानी मिला उससे एक बार जलाशय फुल हाे जाएगा
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