29 September 2021 09:22 AM
बीकानेर। बीकानेर पुलिस की स्पेशल टीम व जेएनवीसी पुलिस ने मिलकर ऑन लाइन सट्टा करवाने वाले तीन बुक्कियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पंचमुखा हनुमान मंदिर, रानी बाज़ार निवासी किशन पुत्र प्रेम रतन गहलोत, रानी बाज़ार निवासी गिरधारी लाल पुत्र सत्यनारायण जाट व रानी बाज़ार निवासी पंकज पुत्र रमेश गिरी के रूप में हुई है। ये तीनों पैनल आईडी धारक हैं, जिन्होंने मास्टर आईडी से पैनल आईडी ले रखी थी।
पुलिस के अनुसार ऑनलाइन बुक के इस खेल में मुख्य बुक्की मास्टर आईडी धारक होता है। जो दूसरों को पैनल आईडी प्रदान करता है। पैनल आईडी धारक कस्टमर तलाशता है तथा उन्हें कस्टमर आईडी प्रदान करता है। इसी कस्टमर आईडी का उपयोग कस्टमर अपना दांव खेलता है। कस्टमर आईडी पर ही ग्राहक को भाव मिलते रहते हैं, फोन कॉल का झंझट नहीं रहता।
कस्टमर को पैनल आईडी धारक को नकद रूपए देकर अपनी कस्टमर आईडी में बैलेंस करवाना होता है। सौदे के बाद कस्टमर अगर पैसे हार जाए तो उसे सौदे जारी रखने के लिए फिर नकद राशि देकर बैलेंस करवाना पड़ता है।
बीकानेर। बीकानेर पुलिस की स्पेशल टीम व जेएनवीसी पुलिस ने मिलकर ऑन लाइन सट्टा करवाने वाले तीन बुक्कियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पंचमुखा हनुमान मंदिर, रानी बाज़ार निवासी किशन पुत्र प्रेम रतन गहलोत, रानी बाज़ार निवासी गिरधारी लाल पुत्र सत्यनारायण जाट व रानी बाज़ार निवासी पंकज पुत्र रमेश गिरी के रूप में हुई है। ये तीनों पैनल आईडी धारक हैं, जिन्होंने मास्टर आईडी से पैनल आईडी ले रखी थी।
पुलिस के अनुसार ऑनलाइन बुक के इस खेल में मुख्य बुक्की मास्टर आईडी धारक होता है। जो दूसरों को पैनल आईडी प्रदान करता है। पैनल आईडी धारक कस्टमर तलाशता है तथा उन्हें कस्टमर आईडी प्रदान करता है। इसी कस्टमर आईडी का उपयोग कस्टमर अपना दांव खेलता है। कस्टमर आईडी पर ही ग्राहक को भाव मिलते रहते हैं, फोन कॉल का झंझट नहीं रहता।
कस्टमर को पैनल आईडी धारक को नकद रूपए देकर अपनी कस्टमर आईडी में बैलेंस करवाना होता है। सौदे के बाद कस्टमर अगर पैसे हार जाए तो उसे सौदे जारी रखने के लिए फिर नकद राशि देकर बैलेंस करवाना पड़ता है।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com