18 November 2022 11:52 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
हिमाचल में बर्फबारी और पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं ने राजस्थान आबोहवा में ठंडक घोल दी है। तापमान लगातार गिर रहा है और धूप में नरमी बढ़ती जा रही है। वहीं, मौसम विभाग भी इस साल तेज ठंड के अलग-अलग अलर्ट जारी कर रहा है। नए अलर्ट के अनुसार इस सीजन में 45 दिन सबसे तेज ठंड होगी।साथ ही अगले महीने से पड़ने वाले कोहरे और सर्दी के पीक की भी डेट विभाग ने जारी की है। जयपुर, चूरू, चित्तौड़गढ़ सहित दस से ज्यादा जिलों में आने वाले कुछ दिनों में सर्दी का सबसे अधिक असर दिखाई देगा।अनुमान लगाया जा रहा है कि ठंड इस बार कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है। नवंबर में पिछले सात दिन यानी 10 नवंबर से 17 नवंबर का एनालिसिस करें तो चितौडगढ़ और चूरू में न्यूनतम तापमान लुढ़क कर 8 डिग्री के करीब पहुंच गया है। अब तक के नवंबर में ये दो जिले सबसे ठंडे रहे हैं।
सर्दी का पीक अगले महीने से
ठंड का सीजन इस बार पिछले कुछ वर्षों की तुलना में लंबा हो सकता है। इसके अलावा विभाग का कहना है कि इस साल के सीजन में करीब 30 दिन घने कोहरे वाले होंगे।वहीं, ठंड का पीक 15 दिसंबर के बाद से स्टार्ट होगा और करीब 45 दिन का रहेगा। ये भी संभावना जताई जा रही है कि कड़ाके की ठंड का ये असर फरवरी के अंत तक भी जा सकता है।
इन जिलों में तेज सर्दी का अलर्ट
राजस्थान का शेखावाटी (सीकर, झुंझुनूं, चूरू) क्षेत्र हर साल सर्दी की अधिक मार झेलने वाले एरिया में शामिल रहता है। इस साल का ट्रेंड भी कुछ ऐसा ही बताया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार चूरू और सीकर में इस बार ठंड नए रिकॉर्ड बना सकती है।चूरू में करीब 44 साल पहले साल 1978 में न्यूनतम तापमान माइनस से भी एक-दो डिग्री नीचे जा चुका है। मैदान इलाका होने के कारण सर्द हवाएं यहां के तापमान को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। तेज ठंड का असर 15 दिसंबर से जनवरी के शुरुआती सप्ताह के बीच रहेगा।10 नवंबर से 17 नवंबर तक तापमान देखें तो चूरू और चित्तौड़गढ़ का न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा है। इस महीने की 10, 12, 13, 14 और 15 नवंबर को चित्तौड़गढ़ प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। जबकि 11, 16 व 17 नवम्बर को चूरू में पारा सबसे कम रहा है।सबसे कम तापमान गुरुवार को ही चूरू में दर्ज किया गया है। चूरू में पिछले चौबीस घंटे में न्यूनतम तापमान महज 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले सालों में इन्हीं दो जिलों में तापमान सबसे कम रहा।
सामान्य से कम तापमान में अलवर अव्वल
वर्तमान में जिन जिलों में सामान्य से कम तापमान रहा है, उनमें अलवर सबसे आगे हैं। अलवर में सामान्य (न्यूनतम 14.5 डिग्री) से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम तापमान रिकॉर्ड हो रहा है। यहां सर्द हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। इसके बाद चित्तौड़गढ़ में सामान्य ( न्यूनतम 11.1 डिग्री) से 3.7 डिग्री सेल्सियस कम तापमान रिकॉर्ड हुआ है।वहीं, अजमेर, वनस्थली, अलवर, जयपुर,पिलानी, सीकर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बाडमेर, जैसलमेर, जोधपुर, फलौदी, चूरू, गंगानगर और बीकानेर के सामान्य तापमान में करीब एक-दो डिग्री की कम रिकॉर्ड की गई है।पिछले कुछ सालों के आंकड़ों के आधार पर औसत तापमान तय किया जाता है, इससे भी कम तापमान इन जिलों में रहने लगा है। आने वाले दिनों में इन्हीं जिलों में पारा घटेगा।
जयपुर में तीन दिन सर्द हवा
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदेश की राजधानी जयपुर में भी तापमान में गिरावट होगी। मौसम विभाग ने 22 नवम्बर तक की भविष्यवाणी की है, जिसमें न्यूनतम तापमान 21 नवम्बर को 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ सालों का रिकार्ड देखने पर साफ है कि राजस्थान में इस बार भी कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है। पंद्रह दिसम्बर से 31 जनवरी तक तापमान में भारी गिरावट का दौर हो सकता है।
पाला पड़ने की आशंका
एग्रीकल्चर और मौसम एक्सपर्ट के अनुसार 15 जनवरी से 15 फरवरी के बीच तेज कोहरा और पाला पड़ने की आशंका है। ऐसे में किसानों को अपनी फसलों का विशेष ख्याल करना होगा। हर साल पश्चिमी राजस्थान में इन्हीं दिनों में पाला पड़ने लगता है, जिससे कई बार लाखों रुपए की फसलें बर्बाद हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान (जोधपुर व बीकानेर संभाग के जिले) के नहरी एरिया में पानी अधिक होने के कारण कोहरा भी ज्यादा पड़ता है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
हिमाचल में बर्फबारी और पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं ने राजस्थान आबोहवा में ठंडक घोल दी है। तापमान लगातार गिर रहा है और धूप में नरमी बढ़ती जा रही है। वहीं, मौसम विभाग भी इस साल तेज ठंड के अलग-अलग अलर्ट जारी कर रहा है। नए अलर्ट के अनुसार इस सीजन में 45 दिन सबसे तेज ठंड होगी।साथ ही अगले महीने से पड़ने वाले कोहरे और सर्दी के पीक की भी डेट विभाग ने जारी की है। जयपुर, चूरू, चित्तौड़गढ़ सहित दस से ज्यादा जिलों में आने वाले कुछ दिनों में सर्दी का सबसे अधिक असर दिखाई देगा।अनुमान लगाया जा रहा है कि ठंड इस बार कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है। नवंबर में पिछले सात दिन यानी 10 नवंबर से 17 नवंबर का एनालिसिस करें तो चितौडगढ़ और चूरू में न्यूनतम तापमान लुढ़क कर 8 डिग्री के करीब पहुंच गया है। अब तक के नवंबर में ये दो जिले सबसे ठंडे रहे हैं।
सर्दी का पीक अगले महीने से
ठंड का सीजन इस बार पिछले कुछ वर्षों की तुलना में लंबा हो सकता है। इसके अलावा विभाग का कहना है कि इस साल के सीजन में करीब 30 दिन घने कोहरे वाले होंगे।वहीं, ठंड का पीक 15 दिसंबर के बाद से स्टार्ट होगा और करीब 45 दिन का रहेगा। ये भी संभावना जताई जा रही है कि कड़ाके की ठंड का ये असर फरवरी के अंत तक भी जा सकता है।
इन जिलों में तेज सर्दी का अलर्ट
राजस्थान का शेखावाटी (सीकर, झुंझुनूं, चूरू) क्षेत्र हर साल सर्दी की अधिक मार झेलने वाले एरिया में शामिल रहता है। इस साल का ट्रेंड भी कुछ ऐसा ही बताया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार चूरू और सीकर में इस बार ठंड नए रिकॉर्ड बना सकती है।चूरू में करीब 44 साल पहले साल 1978 में न्यूनतम तापमान माइनस से भी एक-दो डिग्री नीचे जा चुका है। मैदान इलाका होने के कारण सर्द हवाएं यहां के तापमान को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। तेज ठंड का असर 15 दिसंबर से जनवरी के शुरुआती सप्ताह के बीच रहेगा।10 नवंबर से 17 नवंबर तक तापमान देखें तो चूरू और चित्तौड़गढ़ का न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा है। इस महीने की 10, 12, 13, 14 और 15 नवंबर को चित्तौड़गढ़ प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। जबकि 11, 16 व 17 नवम्बर को चूरू में पारा सबसे कम रहा है।सबसे कम तापमान गुरुवार को ही चूरू में दर्ज किया गया है। चूरू में पिछले चौबीस घंटे में न्यूनतम तापमान महज 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले सालों में इन्हीं दो जिलों में तापमान सबसे कम रहा।
सामान्य से कम तापमान में अलवर अव्वल
वर्तमान में जिन जिलों में सामान्य से कम तापमान रहा है, उनमें अलवर सबसे आगे हैं। अलवर में सामान्य (न्यूनतम 14.5 डिग्री) से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम तापमान रिकॉर्ड हो रहा है। यहां सर्द हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। इसके बाद चित्तौड़गढ़ में सामान्य ( न्यूनतम 11.1 डिग्री) से 3.7 डिग्री सेल्सियस कम तापमान रिकॉर्ड हुआ है।वहीं, अजमेर, वनस्थली, अलवर, जयपुर,पिलानी, सीकर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बाडमेर, जैसलमेर, जोधपुर, फलौदी, चूरू, गंगानगर और बीकानेर के सामान्य तापमान में करीब एक-दो डिग्री की कम रिकॉर्ड की गई है।पिछले कुछ सालों के आंकड़ों के आधार पर औसत तापमान तय किया जाता है, इससे भी कम तापमान इन जिलों में रहने लगा है। आने वाले दिनों में इन्हीं जिलों में पारा घटेगा।
जयपुर में तीन दिन सर्द हवा
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदेश की राजधानी जयपुर में भी तापमान में गिरावट होगी। मौसम विभाग ने 22 नवम्बर तक की भविष्यवाणी की है, जिसमें न्यूनतम तापमान 21 नवम्बर को 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ सालों का रिकार्ड देखने पर साफ है कि राजस्थान में इस बार भी कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है। पंद्रह दिसम्बर से 31 जनवरी तक तापमान में भारी गिरावट का दौर हो सकता है।
पाला पड़ने की आशंका
एग्रीकल्चर और मौसम एक्सपर्ट के अनुसार 15 जनवरी से 15 फरवरी के बीच तेज कोहरा और पाला पड़ने की आशंका है। ऐसे में किसानों को अपनी फसलों का विशेष ख्याल करना होगा। हर साल पश्चिमी राजस्थान में इन्हीं दिनों में पाला पड़ने लगता है, जिससे कई बार लाखों रुपए की फसलें बर्बाद हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान (जोधपुर व बीकानेर संभाग के जिले) के नहरी एरिया में पानी अधिक होने के कारण कोहरा भी ज्यादा पड़ता है।
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27 January 2022 07:36 PM
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