26 July 2021 09:07 AM
सीकर के रानोली में हैड कांस्टेबल पर फायरिंग कर पुलिस इंस्पेक्टर की कार लूटने वाले बदमाशों को बीकानेर डीएसटी ने धर दबोचा है। आरोपियों 20 जुलाई को उस वक्त वारदात की थी, जब डीएसटी जयपुर के इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार खीचड़ एक हैड कांस्टेबल के साथ सीकर आए थे। वे रानोली में सिविल ड्रेस में थे, तभी बदमाशों ने हैड कांस्टेबल पर फायरिंग कर दी तथा कार लूट कर फरार हो गए।
आरोपियों के बीकानेर की तरफ छिपे होने की आशंका पर बीकानेर पुलिस को अलर्ट किया गया था। चार दिन पूर्व लूटी हुई कार की अंतिम फुटेज सेरूणा थाना क्षेत्र के सावंतसर में मिली। एसपी प्रीति चंद्रा के निर्देशन व डीएसटी प्रभारी सीआई सुभाष बिजारणियां के नेतृत्व में डीएसटी ने तीन दिन तक सावंतसर में कैंप डाला। टीम ने संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की
यह संदिग्ध व्यक्ति आरोपी सोमदत्त का चाचा था। पूछताछ में चाचा ने भतीजे सोमदत्त व उसके एक साथी के यहां आने की पुष्टि की। हालांकि चाचा सोमदत्त व उसके साथी द्वारा की गई वारदात से अनभिज्ञ बताया जा रहा है। डीएसटी ने आसूचना एकत्र की तो पता चला कि दोनों आरोपी कार सहित बज्जू थाना क्षेत्र के जैसलमेर से लगते नाचना गांव में छिपे फिर रहे हैं। पुलिस ने बज्जू थानाधिकारी नरेश निर्वाण मय टीम की मदद से नाचना में मुल्जिमों की तलाश शुरू की। आरोपी सुनसान रोही में कभी इस टीले कभी उस टीले छिप रहे थे। टीमों ने दोनों को लूटी हुई कार सहित दबोच लिया।
आरोपियों की पहचान पीएस भूना फरीदाबाद हरियाणा निवासी 27 वर्षीय विक्रम पुत्र उग्रसेन विश्नोई व पीएस भाववाला, फाजिल्का, पंजाब निवासी 25 वर्षीय सोमदत्त पुत्र दलीप कुमार काकड़ के रूप में हुई है।
उल्लेखनीय है कि जिला स्पेशल टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत की वजह से आरोपी पकड़े जा सके हैं। एसपी प्रीति चंद्रा के निर्देशन में चले पूरे ऑपरेशन में डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां मय टीम, बज्जू थानाधिकारी नरेश निर्वाण मय टीम व सेरूणा थानाधिकारी रामचंद्र ढ़ाका मय पुलिस टीम की कड़ी मेहनत रही।
वहीं वारदात को ट्रेस करने व मुल्जिम दस्तयाब करने में डीएसटी बीकानेर के हैड कांस्टेबल दीपक यादव, कांस्टेबल वासुदेव व कांस्टेबल सवाई सिंह की विशेष भूमिका रही।
सीकर के रानोली में हैड कांस्टेबल पर फायरिंग कर पुलिस इंस्पेक्टर की कार लूटने वाले बदमाशों को बीकानेर डीएसटी ने धर दबोचा है। आरोपियों 20 जुलाई को उस वक्त वारदात की थी, जब डीएसटी जयपुर के इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार खीचड़ एक हैड कांस्टेबल के साथ सीकर आए थे। वे रानोली में सिविल ड्रेस में थे, तभी बदमाशों ने हैड कांस्टेबल पर फायरिंग कर दी तथा कार लूट कर फरार हो गए।
आरोपियों के बीकानेर की तरफ छिपे होने की आशंका पर बीकानेर पुलिस को अलर्ट किया गया था। चार दिन पूर्व लूटी हुई कार की अंतिम फुटेज सेरूणा थाना क्षेत्र के सावंतसर में मिली। एसपी प्रीति चंद्रा के निर्देशन व डीएसटी प्रभारी सीआई सुभाष बिजारणियां के नेतृत्व में डीएसटी ने तीन दिन तक सावंतसर में कैंप डाला। टीम ने संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की
यह संदिग्ध व्यक्ति आरोपी सोमदत्त का चाचा था। पूछताछ में चाचा ने भतीजे सोमदत्त व उसके एक साथी के यहां आने की पुष्टि की। हालांकि चाचा सोमदत्त व उसके साथी द्वारा की गई वारदात से अनभिज्ञ बताया जा रहा है। डीएसटी ने आसूचना एकत्र की तो पता चला कि दोनों आरोपी कार सहित बज्जू थाना क्षेत्र के जैसलमेर से लगते नाचना गांव में छिपे फिर रहे हैं। पुलिस ने बज्जू थानाधिकारी नरेश निर्वाण मय टीम की मदद से नाचना में मुल्जिमों की तलाश शुरू की। आरोपी सुनसान रोही में कभी इस टीले कभी उस टीले छिप रहे थे। टीमों ने दोनों को लूटी हुई कार सहित दबोच लिया।
आरोपियों की पहचान पीएस भूना फरीदाबाद हरियाणा निवासी 27 वर्षीय विक्रम पुत्र उग्रसेन विश्नोई व पीएस भाववाला, फाजिल्का, पंजाब निवासी 25 वर्षीय सोमदत्त पुत्र दलीप कुमार काकड़ के रूप में हुई है।
उल्लेखनीय है कि जिला स्पेशल टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत की वजह से आरोपी पकड़े जा सके हैं। एसपी प्रीति चंद्रा के निर्देशन में चले पूरे ऑपरेशन में डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां मय टीम, बज्जू थानाधिकारी नरेश निर्वाण मय टीम व सेरूणा थानाधिकारी रामचंद्र ढ़ाका मय पुलिस टीम की कड़ी मेहनत रही।
वहीं वारदात को ट्रेस करने व मुल्जिम दस्तयाब करने में डीएसटी बीकानेर के हैड कांस्टेबल दीपक यादव, कांस्टेबल वासुदेव व कांस्टेबल सवाई सिंह की विशेष भूमिका रही।
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