20 July 2021 06:32 PM
देशभर में कल बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा. इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. बकरीद के दिन को कुर्बानी के दिन के रूप में भी याद किया जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, कुर्बानी का त्योहार बकरीद रमजान के दो महीने बाद आता हैं. इस्लाम धर्म में बकरीद के दिन आमतौर पर बकरे की कुर्बानी दी जाती है. इस दिन बकरे को अल्लाह के लिए कुर्बान कर दिया जाता हैं.
इस धार्मिक प्रक्रिया को फर्ज-ए-कुर्बान कहा जाता है.
बकरीद के पीछे क्या है कहानी
बकरीद मनाने के पीछे कुछ तथ्य भी हैं. इसके अनुसार, हजरत इब्राहिम को अल्लाह का बंदा माना जाता हैं, जिनकी इबादत पैगम्बर के तौर पर की जाती है. जिन्हें इस्लाम मानने वाले हर अनुयायी अल्लाह का दर्जा प्राप्त है. एक बार खुदा ने हजरत मुहम्मद साहब का इम्तिहान लेने के लिए आदेश दिया कि हजरत अपनी सबसे अजीज की कुर्बानी देंगे, तभी वे खुश होंगे. हजरत के लिए सबसे अजीज उनका बेटा हजरत इस्माइल था, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए.
देशभर में कल बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा. इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. बकरीद के दिन को कुर्बानी के दिन के रूप में भी याद किया जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, कुर्बानी का त्योहार बकरीद रमजान के दो महीने बाद आता हैं. इस्लाम धर्म में बकरीद के दिन आमतौर पर बकरे की कुर्बानी दी जाती है. इस दिन बकरे को अल्लाह के लिए कुर्बान कर दिया जाता हैं.
इस धार्मिक प्रक्रिया को फर्ज-ए-कुर्बान कहा जाता है.
बकरीद के पीछे क्या है कहानी
बकरीद मनाने के पीछे कुछ तथ्य भी हैं. इसके अनुसार, हजरत इब्राहिम को अल्लाह का बंदा माना जाता हैं, जिनकी इबादत पैगम्बर के तौर पर की जाती है. जिन्हें इस्लाम मानने वाले हर अनुयायी अल्लाह का दर्जा प्राप्त है. एक बार खुदा ने हजरत मुहम्मद साहब का इम्तिहान लेने के लिए आदेश दिया कि हजरत अपनी सबसे अजीज की कुर्बानी देंगे, तभी वे खुश होंगे. हजरत के लिए सबसे अजीज उनका बेटा हजरत इस्माइल था, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए.
RELATED ARTICLES
18 September 2025 12:36 PM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com