30 April 2022 10:44 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार भारत मे नेता और अभिनेता। ये दो ऐसे वर्ग है जिन्हें आम लोगों से कोई सरोकार नहीं होता। हाई प्रोफाइल लोगों में आपस मे रिश्ते भी होते हैं। चाहे वह किसी भी धर्म से हो। देश मे कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं की सूची तैयार हो सकती है जिनके धर्म अलग है लेकिन वे एक दूसरे के संबधी है। मरता केवल आम और सामान्य आदमी ही है चाहे वह किसी धर्म से हो। अंगेजों ने एक फार्मूला दिया था। – डिवाइड एंड रूल। जनता पर राज करने का यही फार्मूला है। लोगों को बांटने के लिए मंदिर व मस्जिद कुछ भी तोड़ो, लेकिन तोड़ो। बस जहर अधिक से अधिक भर दो। जनता बंटेगी-राज बढ़ेगा। अब देश के आकाओं ने मुख्य जरूरत बिजली व पानी को भी नहीं छोड़ा है। राजस्थान में सरकार ने हाल ही में बिजली कटौती का शेड्यूल जारी किया है. अब इसे लेकर सियासत तेज हो गई है.केंद्र और राज्य आरोप जड़ रहे है और जनता प्यासी है। प्रदेश में डिमांड के हिसाब से पावर सप्लाई नहीं हो पा रही है. इसके लेकर बीजेपी के सब स्टेशनों पर बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है. सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार पर मांग के हिसाब से राज्यों को कोयला सप्लाई नहीं करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि इसी वजह से बिजली संकट पैदा हो रही है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने लोगों को जरूरत के हिसाब से बिजली का इस्तेमाल करने की भी अपील की है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा,’देश के 16 राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है एवं इसके अनुरूप कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है जिसके कारण आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति संभव नहीं है. राजस्थान में प्रदेश भाजपा बिजली घरों पर प्रदर्शन कर इस संकट में चुनौतीपूर्ण कार्य कर रहे बिजली कर्मचारियों को परेशान कर उन पर दबाव बनाने का कार्य कर रही है राज्यों को कोयला उपलब्ध करवाने का काम केन्द्र सरकार का है.’ देश के 100 से अधिक प्रशासनिक अधिकारियों ने हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि देश मे संविधान को खतरा है और जो हालात बन रहे है वो देश के लिए उचित नही है। दूसरी और पीएम मोदी के सलाहकार भी पिछ्ले दिनों बैठक में कह चुके हैं कि पैसा लुटाया जा रहा है कुछ राज्यों में हालात श्री लंका जैसे हो सकते है। आपस मे लड़ रहे है। जनता जाए भाड़ में। केवल बीकानेर की बात करें तो यहां के राजाओं ने क्या नही किया। यह ऐतिहासिक सत्य है कि जब देश के राज्यों में अंधेरा रहता था तब बीकानेर बिजली से रोशन होने लगा था। जब पानी के बिना जानवर व लोग मर रहे थे तब पंजाब से पानी लाया गया। शायद तब -डिवाइड एंड रूल आज की तरह प्रजा पर लागू नहीं था।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार भारत मे नेता और अभिनेता। ये दो ऐसे वर्ग है जिन्हें आम लोगों से कोई सरोकार नहीं होता। हाई प्रोफाइल लोगों में आपस मे रिश्ते भी होते हैं। चाहे वह किसी भी धर्म से हो। देश मे कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं की सूची तैयार हो सकती है जिनके धर्म अलग है लेकिन वे एक दूसरे के संबधी है। मरता केवल आम और सामान्य आदमी ही है चाहे वह किसी धर्म से हो। अंगेजों ने एक फार्मूला दिया था। – डिवाइड एंड रूल। जनता पर राज करने का यही फार्मूला है। लोगों को बांटने के लिए मंदिर व मस्जिद कुछ भी तोड़ो, लेकिन तोड़ो। बस जहर अधिक से अधिक भर दो। जनता बंटेगी-राज बढ़ेगा। अब देश के आकाओं ने मुख्य जरूरत बिजली व पानी को भी नहीं छोड़ा है। राजस्थान में सरकार ने हाल ही में बिजली कटौती का शेड्यूल जारी किया है. अब इसे लेकर सियासत तेज हो गई है.केंद्र और राज्य आरोप जड़ रहे है और जनता प्यासी है। प्रदेश में डिमांड के हिसाब से पावर सप्लाई नहीं हो पा रही है. इसके लेकर बीजेपी के सब स्टेशनों पर बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है. सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार पर मांग के हिसाब से राज्यों को कोयला सप्लाई नहीं करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि इसी वजह से बिजली संकट पैदा हो रही है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने लोगों को जरूरत के हिसाब से बिजली का इस्तेमाल करने की भी अपील की है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा,’देश के 16 राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है एवं इसके अनुरूप कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है जिसके कारण आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति संभव नहीं है. राजस्थान में प्रदेश भाजपा बिजली घरों पर प्रदर्शन कर इस संकट में चुनौतीपूर्ण कार्य कर रहे बिजली कर्मचारियों को परेशान कर उन पर दबाव बनाने का कार्य कर रही है राज्यों को कोयला उपलब्ध करवाने का काम केन्द्र सरकार का है.’ देश के 100 से अधिक प्रशासनिक अधिकारियों ने हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि देश मे संविधान को खतरा है और जो हालात बन रहे है वो देश के लिए उचित नही है। दूसरी और पीएम मोदी के सलाहकार भी पिछ्ले दिनों बैठक में कह चुके हैं कि पैसा लुटाया जा रहा है कुछ राज्यों में हालात श्री लंका जैसे हो सकते है। आपस मे लड़ रहे है। जनता जाए भाड़ में। केवल बीकानेर की बात करें तो यहां के राजाओं ने क्या नही किया। यह ऐतिहासिक सत्य है कि जब देश के राज्यों में अंधेरा रहता था तब बीकानेर बिजली से रोशन होने लगा था। जब पानी के बिना जानवर व लोग मर रहे थे तब पंजाब से पानी लाया गया। शायद तब -डिवाइड एंड रूल आज की तरह प्रजा पर लागू नहीं था।
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