20 May 2022 06:11 PM
जोग संजोग टाइम्स,
क्या आप मान सकते हैं कि 45 डिग्री से ज्यादा तापमान में फ्रूट की खेती की जा सकती है? अगर आपका जवाब ना है तो हम आपको बता दें कि बीकानेर में ऐसा हो रहा है, वो भी पिछले 30 सालों से। बीकानेर में अब तक बेर की 300 से ज्यादा वैरायटी तैयार की जा चुकी है।
दरअसल, बीकानेर में देश का सबसे बड़ा बेर अनुसंधान केंद्र है, जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (CIAH) संचालित कर रहा है। बेर एक मात्र ऐसा फ्रूट है जो तेज गर्मी और लू में भी पनपकर लाखों रुपए की कमाई दे जाता है। यहां भारतीय बेर के अलावा कतर, चीन और खाड़ी देशों की जितनी भी वैरायटी है, उसे भी किसानों के लिए डेवलप किया जा रहा है।
जोग संजोग टाइम्स,
क्या आप मान सकते हैं कि 45 डिग्री से ज्यादा तापमान में फ्रूट की खेती की जा सकती है? अगर आपका जवाब ना है तो हम आपको बता दें कि बीकानेर में ऐसा हो रहा है, वो भी पिछले 30 सालों से। बीकानेर में अब तक बेर की 300 से ज्यादा वैरायटी तैयार की जा चुकी है।
दरअसल, बीकानेर में देश का सबसे बड़ा बेर अनुसंधान केंद्र है, जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (CIAH) संचालित कर रहा है। बेर एक मात्र ऐसा फ्रूट है जो तेज गर्मी और लू में भी पनपकर लाखों रुपए की कमाई दे जाता है। यहां भारतीय बेर के अलावा कतर, चीन और खाड़ी देशों की जितनी भी वैरायटी है, उसे भी किसानों के लिए डेवलप किया जा रहा है।
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