13 January 2023 01:39 PM
जोग संजोग टाइम्एस बीकानेर ,सपी मेडिकल कॉलेज में कोविड के बाद पहली बार नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम जांच करने आ रही है। यूजी की 250 सीटों पर कन्फर्मेशन के साथ ही पीजी में लगभग 15 विषयों में इंस्पेक्शन होना बाकी है। ऐसे में प्रदेश के दूसरे कॉलेजों में जिस तरह इंस्पेक्शन को टीमें आ रही है उसे देखते हुए बीकानेर में भी लगभग 20 सदस्यीय जांच दल आने की संभावना है। मेडिकल कॉलेज के सामने सबसे बड़ी चुनौती है फेकल्टी मेंबर्स की संख्या पूरी बताना। कॉलेज में लगभग 240 फेकल्टी की जरूरत है। इनमें से सभी इंतजाम करने के बाद भी 35 डॉक्टर कम है।
हाल ही अर्जेंट टेम्परेरी पदों से हटाए गए 15 रीडर कोर्ट के आदेश से लौटे हैं। ऐसे में इन्हें ज्वाइन करवाकर सरकार को अनुमोदन के लिए पत्र भेजा है। इसी तरह लगभग 15 नए डॉक्टर अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) पर रखने की तत्काल जरूरत बताते हुए सरकार से परमिशन मांगी है। उम्मीद है शुक्रवार को परमिशन आने के साथ ही कॉलेज इसे इंटरव्यू के आधार पर नियुक्त करेगा। इन सबके बावजूद कुछ ऐसे पद हैं जिन्हें अर्जेंट टेम्परेरी से नहीं भरा जा सकता। इनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर के पद हैं।
इनका इंतजाम ट्रांसफर से ही हो सकता है। ऐसे खाली पदों के लिए सरकार को अलग से पत्र लिखा गया है। इसके साथ ही सभी डॉक्टर्स की छुट्टियां स्थगित कर दी गई है। मुख्यालय नहीं छोड़ने के लिए पाबंद किया है। एनएमसी इंस्पेक्टर के साथ सहयोग के लिए 20 डॉक्टर्स की टीम बनाई गई है।
इन विभागों में फेकल्टी की सबसे ज्यादा कमी
फिजियोलोजी, सर्जरी, मेडिसिन विभागों में सबसे ज्यादा टीचर्स की कमी है। इनमें से फिजियोलोजी में एक भी फेकल्टी नहीं है।
प्रशासन का दावा, सबकुछ ठीक
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डा.गुंजन सोनी का कहना है, यूजी के साथ ही जिन पीजी विषयों में कोविड के दौरान ऑनलाइन इंस्पेक्शन हुआ था वह अब फिजिकल होगा। हालांकि कुछ पद खाली है लेकिन इन्हें भरने की परमिशन सरकार से मांगी है। जल्द मिलने की संभावना है। कॉलेज में संसाधन पूरे हैं।
जोग संजोग टाइम्एस बीकानेर ,सपी मेडिकल कॉलेज में कोविड के बाद पहली बार नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम जांच करने आ रही है। यूजी की 250 सीटों पर कन्फर्मेशन के साथ ही पीजी में लगभग 15 विषयों में इंस्पेक्शन होना बाकी है। ऐसे में प्रदेश के दूसरे कॉलेजों में जिस तरह इंस्पेक्शन को टीमें आ रही है उसे देखते हुए बीकानेर में भी लगभग 20 सदस्यीय जांच दल आने की संभावना है। मेडिकल कॉलेज के सामने सबसे बड़ी चुनौती है फेकल्टी मेंबर्स की संख्या पूरी बताना। कॉलेज में लगभग 240 फेकल्टी की जरूरत है। इनमें से सभी इंतजाम करने के बाद भी 35 डॉक्टर कम है।
हाल ही अर्जेंट टेम्परेरी पदों से हटाए गए 15 रीडर कोर्ट के आदेश से लौटे हैं। ऐसे में इन्हें ज्वाइन करवाकर सरकार को अनुमोदन के लिए पत्र भेजा है। इसी तरह लगभग 15 नए डॉक्टर अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) पर रखने की तत्काल जरूरत बताते हुए सरकार से परमिशन मांगी है। उम्मीद है शुक्रवार को परमिशन आने के साथ ही कॉलेज इसे इंटरव्यू के आधार पर नियुक्त करेगा। इन सबके बावजूद कुछ ऐसे पद हैं जिन्हें अर्जेंट टेम्परेरी से नहीं भरा जा सकता। इनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर के पद हैं।
इनका इंतजाम ट्रांसफर से ही हो सकता है। ऐसे खाली पदों के लिए सरकार को अलग से पत्र लिखा गया है। इसके साथ ही सभी डॉक्टर्स की छुट्टियां स्थगित कर दी गई है। मुख्यालय नहीं छोड़ने के लिए पाबंद किया है। एनएमसी इंस्पेक्टर के साथ सहयोग के लिए 20 डॉक्टर्स की टीम बनाई गई है।
इन विभागों में फेकल्टी की सबसे ज्यादा कमी
फिजियोलोजी, सर्जरी, मेडिसिन विभागों में सबसे ज्यादा टीचर्स की कमी है। इनमें से फिजियोलोजी में एक भी फेकल्टी नहीं है।
प्रशासन का दावा, सबकुछ ठीक
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डा.गुंजन सोनी का कहना है, यूजी के साथ ही जिन पीजी विषयों में कोविड के दौरान ऑनलाइन इंस्पेक्शन हुआ था वह अब फिजिकल होगा। हालांकि कुछ पद खाली है लेकिन इन्हें भरने की परमिशन सरकार से मांगी है। जल्द मिलने की संभावना है। कॉलेज में संसाधन पूरे हैं।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com