08 November 2021 09:31 AM
बीकानेर । बीकानेर के रासीसर गांव में दो भाईयों पर कुछ बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इससे एक युवक के सिर में गोली लगी। जबकि दूसरे के पैर में। दोनों को गंभीर अवस्था में पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पर में भर्ती
कराया गया।
जबकि बदमाशों की तलाश में पुलिस ने जगह-जगह दबिश दी और कार्रवाई जारी है । घटना शनिवार रात की बताई जा रही है। जिसके बाद से गांव में दहशत का माहौल है।
घायल युवकों में बीकानेर के डूंगर कॉलेज में सैकंड इयर का स्टूडेंट वीरेंद्र बिश्नोई शामिल है। वीरेंद्र ने रविवार सुबह पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो अपने भाई विक्रम बिश्नोई के साथ एक मंदिर जा रहे थे।
मंदिर के पास पहुंचे ही थे कि देखा कि मंदिर के पास कुण्ड पर सुरेन्द्र मण्डा बैठा था जो हमारी निगरानी कर रहा था।
वीरेंद्र के मुताबिक जब वह और विक्रम मंदिर की फेरी देने लगे तो राजेन्द्र ने फोन कर, दो कैम्पर सफेद रंग की बुलाई। ओमप्रकाश के टयूबवैल की तरफ से दौ कैम्पर गाडी तेज गति से मंदिर के आगे लेकर आया।
कैम्पर में से बनवारी, ओमप्रकाश, सुनिल उर्फ
किलिया, भंवरलाल, रामचन्द्र,धीरज,राजेन्द्र, सुरेन्द्र,विजय उर्फ बिला निवासी जेडी मगरा नीचे उतर कर उनकी तरफ आये। बनवारीलाल,
राजेन्द्र,भंवरलाल के हाथों में बन्दूक व पिस्तौल थी।
आरोप है कि इन्हीं तीनों ने फायर किए जो दोनों भाई को लगे। इसमें वीरेंद्र के सिर में गोली लगी जबकि छोटे भाई के पैर में एक गोली लगी। इसके अलावा तलवार और बंदूक के बट से भी
हमला करने का आरोप है। इसके बाद दोनों भाईयों ने अपने पिता को फोन किया।
पिता भूपराम के आने पर फिर से फायरिंग शुरू
कर दी। इसके बाद अनजान घरों में घुसकर जान बचाई। इस दौरान वीरेंद्र व विक्रम की गाडिय़ों को तोड़ दिया। पुलिस ने हत्या का प्रयास करेन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बीकानेर । बीकानेर के रासीसर गांव में दो भाईयों पर कुछ बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इससे एक युवक के सिर में गोली लगी। जबकि दूसरे के पैर में। दोनों को गंभीर अवस्था में पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पर में भर्ती
कराया गया।
जबकि बदमाशों की तलाश में पुलिस ने जगह-जगह दबिश दी और कार्रवाई जारी है । घटना शनिवार रात की बताई जा रही है। जिसके बाद से गांव में दहशत का माहौल है।
घायल युवकों में बीकानेर के डूंगर कॉलेज में सैकंड इयर का स्टूडेंट वीरेंद्र बिश्नोई शामिल है। वीरेंद्र ने रविवार सुबह पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो अपने भाई विक्रम बिश्नोई के साथ एक मंदिर जा रहे थे।
मंदिर के पास पहुंचे ही थे कि देखा कि मंदिर के पास कुण्ड पर सुरेन्द्र मण्डा बैठा था जो हमारी निगरानी कर रहा था।
वीरेंद्र के मुताबिक जब वह और विक्रम मंदिर की फेरी देने लगे तो राजेन्द्र ने फोन कर, दो कैम्पर सफेद रंग की बुलाई। ओमप्रकाश के टयूबवैल की तरफ से दौ कैम्पर गाडी तेज गति से मंदिर के आगे लेकर आया।
कैम्पर में से बनवारी, ओमप्रकाश, सुनिल उर्फ
किलिया, भंवरलाल, रामचन्द्र,धीरज,राजेन्द्र, सुरेन्द्र,विजय उर्फ बिला निवासी जेडी मगरा नीचे उतर कर उनकी तरफ आये। बनवारीलाल,
राजेन्द्र,भंवरलाल के हाथों में बन्दूक व पिस्तौल थी।
आरोप है कि इन्हीं तीनों ने फायर किए जो दोनों भाई को लगे। इसमें वीरेंद्र के सिर में गोली लगी जबकि छोटे भाई के पैर में एक गोली लगी। इसके अलावा तलवार और बंदूक के बट से भी
हमला करने का आरोप है। इसके बाद दोनों भाईयों ने अपने पिता को फोन किया।
पिता भूपराम के आने पर फिर से फायरिंग शुरू
कर दी। इसके बाद अनजान घरों में घुसकर जान बचाई। इस दौरान वीरेंद्र व विक्रम की गाडिय़ों को तोड़ दिया। पुलिस ने हत्या का प्रयास करेन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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