08 October 2022 03:36 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
घर-घर पहुंचाएंगे ओआरएस के पाउच व जिंक,5 साल तक के बच्चों की दस्त से होने की वाली मौत को रोकने और उन्हें कुपोषण से बचाने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने सशक्त दस्त नियंत्रण अभियान की शुक्रवार से शुरुआत की। जिले में डायरिया ग्रसित बच्चों की संख्या करीब 3 लाख है। शुक्रवार को अभियान के तहत स्वास्थ्य केन्द्रों व आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बनाए गए ओआरएस व जिंक कॉर्नर का अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने उद्घाटन किया।जन जागरण के लिए पोस्टर, बैनर व आशा फोल्डर का प्रदर्शन भी किया गया। आशा सहयोगिनियों ने घर-घर ओआरएस के पैकेट व जिंक की गोलियां भी बांटनी शुरू की। ओआरएस-जिंक कॉर्नर पर बच्चों को ओआरएस का जीवन रक्षक घोल पिलाया गया। इस दौरान हाथ धोने के 6 चरणों “सुमनके” की सही विधि और एक पैकेट ओआरएस से 1 लीटर घोल बनाने की विधि का प्रदर्शन किया गया। सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि दस्त जैसी छोटी बीमारी से बीकानेर में एक भी नौनिहाल की मौत नहीं हो इसके लिए शहर से लेकर गांव तक ओआरएस व जिंक की सुपर जोड़ी का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।डिप्टी सीएमएचओ एवं अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. योगेन्द्र तनेजा ने बताया कि अभियान के दौरान 21 अक्टूबर तक आशा सहयोगिनियां प्रतिदिन 5 वर्ष तक के बच्चों वाले घरों में जाकर ओआरएस का पैकेट व जिंक टेबलेट बांटेगी तथा किसी के दस्त से ग्रसित पाए जाने पर जिंक टेबलेट की 14 दिन की खुराक देंगी। डॉ. अबरार ने बताया कि यदि बच्चे को एक दिन में 3 या इससे अधिक पतले दस्त लगते हैं तो उसे डायरिया माना जाएगा और उसे प्रत्येक दस्त के बाद ओआरएस का घोल दिया जाएगा। जब तक कि दस्त बंद न हो जाए।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
घर-घर पहुंचाएंगे ओआरएस के पाउच व जिंक,5 साल तक के बच्चों की दस्त से होने की वाली मौत को रोकने और उन्हें कुपोषण से बचाने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने सशक्त दस्त नियंत्रण अभियान की शुक्रवार से शुरुआत की। जिले में डायरिया ग्रसित बच्चों की संख्या करीब 3 लाख है। शुक्रवार को अभियान के तहत स्वास्थ्य केन्द्रों व आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बनाए गए ओआरएस व जिंक कॉर्नर का अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने उद्घाटन किया।जन जागरण के लिए पोस्टर, बैनर व आशा फोल्डर का प्रदर्शन भी किया गया। आशा सहयोगिनियों ने घर-घर ओआरएस के पैकेट व जिंक की गोलियां भी बांटनी शुरू की। ओआरएस-जिंक कॉर्नर पर बच्चों को ओआरएस का जीवन रक्षक घोल पिलाया गया। इस दौरान हाथ धोने के 6 चरणों “सुमनके” की सही विधि और एक पैकेट ओआरएस से 1 लीटर घोल बनाने की विधि का प्रदर्शन किया गया। सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि दस्त जैसी छोटी बीमारी से बीकानेर में एक भी नौनिहाल की मौत नहीं हो इसके लिए शहर से लेकर गांव तक ओआरएस व जिंक की सुपर जोड़ी का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।डिप्टी सीएमएचओ एवं अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. योगेन्द्र तनेजा ने बताया कि अभियान के दौरान 21 अक्टूबर तक आशा सहयोगिनियां प्रतिदिन 5 वर्ष तक के बच्चों वाले घरों में जाकर ओआरएस का पैकेट व जिंक टेबलेट बांटेगी तथा किसी के दस्त से ग्रसित पाए जाने पर जिंक टेबलेट की 14 दिन की खुराक देंगी। डॉ. अबरार ने बताया कि यदि बच्चे को एक दिन में 3 या इससे अधिक पतले दस्त लगते हैं तो उसे डायरिया माना जाएगा और उसे प्रत्येक दस्त के बाद ओआरएस का घोल दिया जाएगा। जब तक कि दस्त बंद न हो जाए।
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