19 January 2024 02:33 PM
जयपुर। प्रदेश में सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को स्वायत्त शासन मुख्यालय पर में संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले पहुंचे सफाई कर्मचारियों ने धरना देकर जल्द ही लंबित भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर अगले 48 घंटे में सरकार ने सफाई कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया को लेकर कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया तो 23 जनवरी से सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, इसके लिए यह सरकार जिम्मेदार होगी।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के वक्त की भर्ती प्रक्रिया की आवेदन प्रक्रिया पूरी हो गई थी। ऐसे में अब सिर्फ उम्मीदवारों को नियुक्ति का इंतजार था, लेकिन
नई सरकार ने पुरानी भर्ती प्रक्रिया को रोककर रिव्यू करने का फैसला किया है, जो पूरी तरह गलत है। अगर सरकार ने वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देते हुए जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं किया तो 23 जनवरी के दिन आम सभा के बाद सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे।
आपको बता दें कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने 13 हजार 184 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली थी, जिसके आवेदन भी ले लिए गए थे। आवेदन आने के बावजूद अब सरकार उन पर आगे की कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं होने के कारण पूरे प्रदेश में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारियों में रोष है। इसको लेकर प्रदेशभर में विरोध का सिलसिला शुरू हो गया है। जयपुर में नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में इस समय 8 हजार से ज्यादा स्थायी कर्मचारी हैं, जो शहर में सफाई करते हैं।
जयपुर। प्रदेश में सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को स्वायत्त शासन मुख्यालय पर में संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले पहुंचे सफाई कर्मचारियों ने धरना देकर जल्द ही लंबित भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर अगले 48 घंटे में सरकार ने सफाई कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया को लेकर कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया तो 23 जनवरी से सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, इसके लिए यह सरकार जिम्मेदार होगी।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के वक्त की भर्ती प्रक्रिया की आवेदन प्रक्रिया पूरी हो गई थी। ऐसे में अब सिर्फ उम्मीदवारों को नियुक्ति का इंतजार था, लेकिन
नई सरकार ने पुरानी भर्ती प्रक्रिया को रोककर रिव्यू करने का फैसला किया है, जो पूरी तरह गलत है। अगर सरकार ने वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देते हुए जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं किया तो 23 जनवरी के दिन आम सभा के बाद सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे।
आपको बता दें कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने 13 हजार 184 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली थी, जिसके आवेदन भी ले लिए गए थे। आवेदन आने के बावजूद अब सरकार उन पर आगे की कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं होने के कारण पूरे प्रदेश में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारियों में रोष है। इसको लेकर प्रदेशभर में विरोध का सिलसिला शुरू हो गया है। जयपुर में नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में इस समय 8 हजार से ज्यादा स्थायी कर्मचारी हैं, जो शहर में सफाई करते हैं।
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