09 September 2021 01:59 PM
नई दिल्ली। मिली जानकारी अनुसार दक्षिण दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल ने एक कोरोना मरीज का इलाज करने के बाद उसे एक करोड़ 80 लाख रुपये का बिल थमाने का मामला सामने आया है। मरीज विगत 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुआ था और उसके बाद से निरंतर उपचाराधीन था। छह सितंबर को उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई है। हालांकि अस्पताल का कहना है कि मरीज 75 दिन तक एक्मो सपोर्ट पर रहा और हमने मरीज के परिजनों को इलाज के खर्च के बारे में पहले ही बता दिया था। इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) विधायक सोमनाथ भारती ने ट्वीट कर अस्पताल के खिलाफ जांच की मांग करते हुए दिल्ली सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की है।
विधायक सोमनाथ भारती ने बताया कि उनके पास कुछ दिन पहले एक महिला आई थी जिनके पति कोरोना संक्रमित होने के बाद 28 अप्रैल को साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती हुए थे। उस दौरान दूसरी लहर के चलते अस्पतालों में बिस्तर पाना भी काफी मुश्किल था। उन्होंने बताया कि महिला ने जब एक करोड़ 80 लाख रुपये का बिल उन्हें दिखाया तो वे दंग रह गए। जब उन्होंने इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से बात की तो पता चला कि अस्पताल ने मरीज को कई दिन तक एक्मो थैरेपी दी थी। इसके बाद विधायक भारती ने ट्वीट कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। इससे यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है। विधायक ने कहा कि सरकार को तत्काल मरीज के बिल का आडिट कराना चाहिए। साथ ही यह भी देखना होगा कि कोविड-19 के तहत सरकार ने जो मूल्य निर्धारण किया था उसका सही पालन हुआ या नहीं। आइसीयू से लेकर वेंटिलेटर तक के अधिकतम शुल्क सरकार ने निर्धारित किए थे।
नई दिल्ली। मिली जानकारी अनुसार दक्षिण दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल ने एक कोरोना मरीज का इलाज करने के बाद उसे एक करोड़ 80 लाख रुपये का बिल थमाने का मामला सामने आया है। मरीज विगत 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुआ था और उसके बाद से निरंतर उपचाराधीन था। छह सितंबर को उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई है। हालांकि अस्पताल का कहना है कि मरीज 75 दिन तक एक्मो सपोर्ट पर रहा और हमने मरीज के परिजनों को इलाज के खर्च के बारे में पहले ही बता दिया था। इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) विधायक सोमनाथ भारती ने ट्वीट कर अस्पताल के खिलाफ जांच की मांग करते हुए दिल्ली सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की है।
विधायक सोमनाथ भारती ने बताया कि उनके पास कुछ दिन पहले एक महिला आई थी जिनके पति कोरोना संक्रमित होने के बाद 28 अप्रैल को साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती हुए थे। उस दौरान दूसरी लहर के चलते अस्पतालों में बिस्तर पाना भी काफी मुश्किल था। उन्होंने बताया कि महिला ने जब एक करोड़ 80 लाख रुपये का बिल उन्हें दिखाया तो वे दंग रह गए। जब उन्होंने इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से बात की तो पता चला कि अस्पताल ने मरीज को कई दिन तक एक्मो थैरेपी दी थी। इसके बाद विधायक भारती ने ट्वीट कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। इससे यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है। विधायक ने कहा कि सरकार को तत्काल मरीज के बिल का आडिट कराना चाहिए। साथ ही यह भी देखना होगा कि कोविड-19 के तहत सरकार ने जो मूल्य निर्धारण किया था उसका सही पालन हुआ या नहीं। आइसीयू से लेकर वेंटिलेटर तक के अधिकतम शुल्क सरकार ने निर्धारित किए थे।
RELATED ARTICLES
18 September 2025 12:36 PM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com