17 March 2022 03:04 PM
जोग संजोग टाइम्स , बीकानेर
होलिका दहन का श्रेष्ठ व शुभ मुर्हूत, बहनें भाइयों की गोबर के उपलों से बनी माला से उतार रही है नजर
#बीकानेर_अबतक। 17 मार्च
बीकानेर। होली उत्सव आज धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इससे पहले गाय के गोबर से बने भरभोलिया से बहनें अपने भाई की नजर उतारने के लिए ससुराल से अपने पीहर पहुंच रही है। इस बार गुरुवार दोपहर 1.28 बजे तक ही माला घोलने का मुहूर्त रहेगा। 1.29 से भद्रा लगने के कारण कोई भी शुभ कार्य नहीं हो सकेगा। इस बार होलिका दहन के मुहूर्त भी अलग-अलग है।
होलिका दहन का मुर्हूत
गुरुवार को शाम 6.33 से 6.45 बजे तक प्रदोष काल है। इसी तरह भद्रा पुच्छ काल भी 9.07 से 10.17 बजे तक है। भद्रा के इन दो समय में होलिका दहन किया जा सकता है। श्रेष्ठ मुहूर्त देर रात 1.10 बजे बाद शुरू होगा। इस बार चतुर्दशी तिथि गुरुवार दोपहर 1.28 बजे ही समाप्त हो जाएगी। इसके बाद 1.29 बजे से पूर्णिमा प्रारंभ होगी जो शुक्रवार दोपहर 12.47 बजे तक रहेगी। होलिका दहन प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा को ही होता है। इसलिए होलिका दहन गुरुवार को ही होगा।
जोग संजोग टाइम्स , बीकानेर
होलिका दहन का श्रेष्ठ व शुभ मुर्हूत, बहनें भाइयों की गोबर के उपलों से बनी माला से उतार रही है नजर
#बीकानेर_अबतक। 17 मार्च
बीकानेर। होली उत्सव आज धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इससे पहले गाय के गोबर से बने भरभोलिया से बहनें अपने भाई की नजर उतारने के लिए ससुराल से अपने पीहर पहुंच रही है। इस बार गुरुवार दोपहर 1.28 बजे तक ही माला घोलने का मुहूर्त रहेगा। 1.29 से भद्रा लगने के कारण कोई भी शुभ कार्य नहीं हो सकेगा। इस बार होलिका दहन के मुहूर्त भी अलग-अलग है।
होलिका दहन का मुर्हूत
गुरुवार को शाम 6.33 से 6.45 बजे तक प्रदोष काल है। इसी तरह भद्रा पुच्छ काल भी 9.07 से 10.17 बजे तक है। भद्रा के इन दो समय में होलिका दहन किया जा सकता है। श्रेष्ठ मुहूर्त देर रात 1.10 बजे बाद शुरू होगा। इस बार चतुर्दशी तिथि गुरुवार दोपहर 1.28 बजे ही समाप्त हो जाएगी। इसके बाद 1.29 बजे से पूर्णिमा प्रारंभ होगी जो शुक्रवार दोपहर 12.47 बजे तक रहेगी। होलिका दहन प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा को ही होता है। इसलिए होलिका दहन गुरुवार को ही होगा।
RELATED ARTICLES
20 October 2021 09:54 AM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com