21 April 2022 07:30 PM
जोग संजोग टाइम्स,
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने विधानसभा में 3 कमेटियों का गठन किया है। जन लेखा समिति, प्राक्कलन समिति (क) और (ख) का आनुपातिक प्रतिनिधित्व (PROPORTIONAL REPRESENTATION) के आधार पर गठन किया है। विधानसभा सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि जन लेखा समिति में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया को सभापति नियुक्त किया गया है। इसी तरह प्राक्कलन समिति-क में राजेन्द्र पारीक और प्राक्कलन समिति-ख में दयाराम परमार को अध्यक्ष नियुक्त किया है। कुल 33 विधायकों को समितियों में जिम्मेदारी दी गई है। इनमें कांग्रेस पार्टी के 17, बीजेपी के 12 और निर्दलीय 4 विधायक शामिल हैं।
ये हैं 3 समितियां और उनके सदस्य
जन लेखा समिति- गुलाबचन्द कटारिया, अध्यक्ष
परसराम मोरदिया, विनोद कुमार, गुरमीत सिंह कुन्नर, गोपाल लाल मीना, रोहित बौहरा, दिव्या मदेरणा, कालीचरण सराफ, वासुदेव देवनानी, मदन दिलावर, निर्मल कुमावत और संयम लोढ़ा को सदस्य बनाया गया है।
प्राक्कलन समिति (क) – राजेन्द्र पारीक, अध्यक्ष
भरोसी लाल जाटव, हरीश चन्द्र मीना, पानाचन्द मेघवाल, जौहरीलाल मीना, सुदर्शन सिंह रावत, जोगेश्वर गर्ग, चन्द्रकान्ता मेघवाल, अभिनेश महर्षि, राजकुमार गौड़ , रामकेश मीना को सदस्य बनाया गया है।
प्राक्कलन समितिल (ख)- दयाराम परमार, अध्यक्ष
बाबूलाल बैरवा, पदमाराम, साफिया जुबेर, दानिश अबरार, प्रताप सिंह, नरपत सिंह राजवी, पुष्पेन्द्र सिंह, सतीश पूनियां और बलजीत यादव को सदस्य बनाया गया है।
मंत्री नहीं बन सके, समिति अध्यक्ष बने दयाराम
गहलोत सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने पर 5 महीने पहले 6 बार के विधायक दयाराम परमार ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की थी। उदयपुर के खैरवाड़ा से कांग्रेस विधायक परमार ने लिखा था कि मंत्री बनने की योग्यता बताएं। मुझे मंत्री नहीं बनाया इसका अफसोस नहीं है,लेकिन कम से कम मुझे यह बताया जाए कि मंत्री बनने की कौनसी योग्यता मुझमें नहीं है। ताकि मैं वो योग्यता हासिल कर अगली बार मंत्री बनने की कोशिश करूं।
जोग संजोग टाइम्स,
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने विधानसभा में 3 कमेटियों का गठन किया है। जन लेखा समिति, प्राक्कलन समिति (क) और (ख) का आनुपातिक प्रतिनिधित्व (PROPORTIONAL REPRESENTATION) के आधार पर गठन किया है। विधानसभा सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि जन लेखा समिति में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया को सभापति नियुक्त किया गया है। इसी तरह प्राक्कलन समिति-क में राजेन्द्र पारीक और प्राक्कलन समिति-ख में दयाराम परमार को अध्यक्ष नियुक्त किया है। कुल 33 विधायकों को समितियों में जिम्मेदारी दी गई है। इनमें कांग्रेस पार्टी के 17, बीजेपी के 12 और निर्दलीय 4 विधायक शामिल हैं।
ये हैं 3 समितियां और उनके सदस्य
जन लेखा समिति- गुलाबचन्द कटारिया, अध्यक्ष
परसराम मोरदिया, विनोद कुमार, गुरमीत सिंह कुन्नर, गोपाल लाल मीना, रोहित बौहरा, दिव्या मदेरणा, कालीचरण सराफ, वासुदेव देवनानी, मदन दिलावर, निर्मल कुमावत और संयम लोढ़ा को सदस्य बनाया गया है।
प्राक्कलन समिति (क) – राजेन्द्र पारीक, अध्यक्ष
भरोसी लाल जाटव, हरीश चन्द्र मीना, पानाचन्द मेघवाल, जौहरीलाल मीना, सुदर्शन सिंह रावत, जोगेश्वर गर्ग, चन्द्रकान्ता मेघवाल, अभिनेश महर्षि, राजकुमार गौड़ , रामकेश मीना को सदस्य बनाया गया है।
प्राक्कलन समितिल (ख)- दयाराम परमार, अध्यक्ष
बाबूलाल बैरवा, पदमाराम, साफिया जुबेर, दानिश अबरार, प्रताप सिंह, नरपत सिंह राजवी, पुष्पेन्द्र सिंह, सतीश पूनियां और बलजीत यादव को सदस्य बनाया गया है।
मंत्री नहीं बन सके, समिति अध्यक्ष बने दयाराम
गहलोत सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने पर 5 महीने पहले 6 बार के विधायक दयाराम परमार ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की थी। उदयपुर के खैरवाड़ा से कांग्रेस विधायक परमार ने लिखा था कि मंत्री बनने की योग्यता बताएं। मुझे मंत्री नहीं बनाया इसका अफसोस नहीं है,लेकिन कम से कम मुझे यह बताया जाए कि मंत्री बनने की कौनसी योग्यता मुझमें नहीं है। ताकि मैं वो योग्यता हासिल कर अगली बार मंत्री बनने की कोशिश करूं।
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